हमारा धन

 संपूर्ण देश में संपूर्ण परिवर्तन का नारा,

संपूर्ण देश में अगस्त क्रांति का नारा,

संपूर्ण देश में जनजागृती अभियान का नारा,

हर शहर,गली गांव, मुहल्ले से जनजागृती का नारा,

संपूर्ण देश में जनआंदोलन का नारा,


बहुसंख्यक समाज की एक ही आवाज,

हमें न्याय चाहिए...

और हम व्यापक जनआंदोलन द्वारा हमारा न्यायिक अधिकार

हासिल करके ही रहेंगे...


प्रमुख माँग : -

हमारे मठ,मंदिरों का धन,हमारे परिश्रम का धन और हमारे टैक्स का धन....

हमारे ही काम में आना चाहिए..

ना की राष्ट्रद्रोही शक्तियों के विकास के लिए...

ना की पाकिस्तान प्रेमियों के विकास के लिए...

ना की देश के टुकड़े करने का सपना देखने वालों के लिए...


कानून ऐसा बनायेंगे,

जो देशहित के लिए हो...

जो देशद्रोहियों के जेब में जानेवाला धन रोककर...

केवल और केवल,

हमारे ही विकास के लिए,

उपयोग में आ सकें...


बम - बारूद वालों के हाथों में,उनके जेबों में हमारा धन हम कतई नहीं जाने देंगे...


यह आवाज अकेले की नहीं है..

लाखों करोड़ों भारतीयों की यह आवाज है...


हमारा धन हमारे ही विकास के लिए...

जो सरकार हमारे बहुमतों का आदर करेगी, हम पूरी ताकत, शक्ति उसी सरकार के पिछे खडी करेंगे...


एक कानून बनाओं...

हमारा धन,हमारे ही काम में आये...


अगर मंजूर है...

तो यह संदेश लाखों - करोड़ों

देशप्रेमियों तक पहुंचाने का आप सभी का दाईत्व है...


नवराष्ट्र निर्माण के लिए

समाज की संपूर्ण चेतना जगाने का हमारा अभियान है...

सभी भारतीयों का यही अभिमान है...


बोलो एकसाथ...

हर हर महादेव

जय जय श्रीराम

वंदे मातरम...


हरी ओम्


विनोदकुमार महाजन

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