लक्ष्मण बालयोगीजी
प्रारब्ध गती के अनुसार,
शनी प्रकोप का समय चल रहा है।
राजा विक्रमादित्य जैसी भयंकर दुर्दशा हो गई है।
हातपैर भी कट गये है ऐसी भयंकर स्थिति है।
स्वकीय भी दूर चले गये है।सामाजिक उत्पीड़न भी हो रहा है।
और ऐसी भयंकर स्थिति में आप मेरे घर में ( जो घर भी मेरा नही है...पत्नी का है ) आ रहे है।
अगर मेरे द्वारा सेवा की गलती से कोई कमी रह गई तो बूरा मत मानना प्रभुजी।
🙏
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