लाखों की बात

 लाखों की बात...


जहाँ अपने शब्दों की

किमत नही है उस घर में

कभी भी मत जाईये !

जिस घर में हमपर

विश्वास नहीं है उस घर में

कभी भी मत रहिए !

केवल धन के लिए रिश्ता

जोडने वाले दोस्तों से

दोस्ती कभी भी मत किजिए !


विनोदकुमार महाजन

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