फ्री का लालच
*फ्री का लालीपाप !!!*
🍭🍭🍭🍭🍭
फ्री की बिजली
फ्री का पाणी
फ्री का बसटिकट
फ्री का रेलटिकट
फ्री का लैपटोप
फ्री की साईकिल
के लिए खुद को
बेचो मत,खुद की आत्मा
बेचो मत...!!!
फ्री के लालच में आकर
स्वाभिमान शून्य
जीनेवाले हम लाचार
नही है !!!
बल्कि हम तो
यहाँ के राजा है !!!
मतदार राजा !
और राजा कभी भी
फ्री का लेनेवाला भिखारी
नही होता है !
बल्कि राजा,राजा होता है !!!
सभी पर परोपकार
करनेवाला !!!
इसिलए याद रखना होगा
मेरे साथियों,
अब हम कभी भी
फ्री के लालच में आकर
खुद की आत्मा
नही बेचेंगे !
फ्री का लालच देकर
सत्ताशीन होनेवाले
भविष्य में हमारा ही
खून चूंस सकते है !
अतएव...
मतदार राजा...
सावधान, अखंड सावधान !!!
फ्री के चंगुल में
मत फँसना !!!
*सरकार को अनुरोध : -*
फ्री का लालच देकर
मतदार राजा को
फँसाने वालों के खिलाफ
सख्त कानून बनाना
अत्यावश्यक तथा
समय की यथोचित माँग है !!!
तभी लोकतंत्र बचेगा !
हरी ओम्
*विनोदकुमार महाजन*
Comments
Post a Comment