हे मेरे.कृष्णा

 हे मेरे कृष्णा...

मोहन प्यारे !


हे मेरे कृष्णा,

मुझे प्रेम से आलिंगन

देने के लिए,

मेरे सरपर हाथ रखने 

के लिए,

मेरे सरसे हाथ

फेरने के लिए,

विश्व कार्य और

धर्म कार्य का रास्ता

दिखाने के लिए,

और आसान करने के लिए,


अब मुर्ती से बाहर आकर

मुझे दर्शन देना प्रभु!


बहुत तप रहा हुं

बहुत तप भी किया!

बस्स्

अब तेरा ही इंतजार है

मोहन प्यारे !

अब देर ना करना,

जल्दी आना !


मेरे कृष्णा,

मुर्ती से बाहर आना!


हरी ओम्

विनोदकुमार महाजन

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