विश्व स्वधर्म संस्थान

 नवयुग निर्माण की बुलंद आवाज !!!


संपूर्ण विश्व पर,अधर्म का अंधीयारा छा गया है...

विधर्मी और कुधर्मी...

अवलंबीयों को अनेक

स्व - धर्मी भी पूरक तथा

पोषक बनते जा रहे है...


और इसी को ध्यान में रखकर

हम...


अधर्म का अंधेरा मिटाने के लिए,

" विश्व - स्वधर्म - सुर्ये - देखे ! "

का हमारा नारा बुलंद करने के लिए,

जमीनी तौर पर कार्य आरंभ करने के लिए,

स्वधर्मीयों को नई दिशा,नया उजाला,नई चेतना देने के लिए,

अधर्मी, विधर्मी, कुधर्मीयों को

नवचैतन्य देकर,उनका जीवन का अंधीयारा समाप्त करके,नया उजाला और

नवसंजीवनी देकर,

सभी को दिव्य प्रकाश की ओर

ले जाने के लिए...


समस्त मानव समुदाय को

विश्व मानवता अभियान को

जोडने के लिए...

वैश्विक मानवता की जीत के लिए,

संपूर्ण मानवजाती को एक ही धागे से जोडकर...


सभी को सत्य की ओर

सत्य सनातन की ओर

मानवता की ओर

ईश्वरी सिध्दांतों की ओर

कुदरत के कानून की ओर

अपने मूल स्वरूप की ओर

ले जाने के लिए....

सभी प्राणियों के,सजीवों के कल्याण के लिए....


आ रहा है...

वैश्विक मानवता वादी संगठन...


" विश्व - स्वधर्म - संस्थान ! "


चलो हम सभी के कल्याणकारी, मानवता वादी,ईश्वरी सिध्दांतों पर चलने वाले वैश्विक संगठन से जूडकर आत्मोध्दार,समाजोध्दार,राष्ट्रो

ध्दार,विश्वोध्दार की ओर बढते है !

नये युग की ओर बढते है !


संस्थापक अध्यक्ष : - 

विनोदकुमार महाजन


प्रशासकीय न्यासी : -

लक्ष्मण बालयोगीजी


उपाध्यक्ष : - 

विश्वकल्याणी महाजन

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