हिंदुत्ववादी जनआंदोलन के लिए

 हिंदुत्व जनआंदोलन के लिए,

सोशल मीडिया पर लगे रहो !

✍️ २१८७


विनोदकुमार महाजन

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समाज जागरण अभियान में,

प्रिंट और इलैक्ट्रोनिक मिडिया के साथ साथ सोशल मीडिया का भी महत्व अब तेजीसे बढ गया है !

इसिलिए हिंदुत्व जागरण जन अभियान के लिए सोशल मिडिया एक प्रभावी माध्यम बन गया है !

इसीलिए देश के तथा विश्व के सभी कट्टर हिंदुत्ववादी साथियों, तथा सनातन प्रेमियों, अब हमें

हिंदुत्व की आवाज बुलंद करने के लिए, तथा इसे विश्व व्यापक बनाने के लिए, अब हम सभी को,बढचढकर सोशल मीडिया पर आवाज बुलंद करनी होगी !

और हिंदुत्व की हुंकार जबरदस्त तरीकों से आगे बढानी होगी !


मैं पहले अखबार में लिखता था ! मगर अंक की लिमिटेड प्रिंट छपने की वजह से,व्यापक स्वरूप नही मिलता था !

मगर अब सोशल मीडिया की आकडेवारी आपको दे रहा हूं !


अगर मैं एक लेख लिखता हूं तो कितने लोगों तक वह लेख पहुंच सकता है ?


१ ) फेसबुक अकाउंट पर हम पाँच हजार मित्र बना सकते है !

वह पाँच हजार मित्र, पाँच लाख लोगों को जोड सकते है !

२ ) दूसरा फेसबुक अकाउंट बनायेंगे तो और पाच लाख !

मतलब दो फेसबुक अकाउंट से ,

देशविदेशों के लगभग दस लाख लोगों से मैं जुड सकता हूं !

३ ) इंस्टाग्राम से लाखो लोग !

४ ) शेअर चैट से करोडो लोग !

५ ) व्हाटस्अप से लाखो लोगों की चेन !

६ ) टेलिग्राम पर अनेक लोग !

७ ) कू एप पर अनेक व्हीआयपी के साथ देशविदेशों में लाखो लोग !

८ ) कुटुंब एप पर देशविदेशों से लाखो लोग !

९ ) लिंक्ड् इन पर देशविदेशों से लाखो लोग !

१० ) ट्विटर पर अनेक लोग !

११ ) यूट्यूब पर अनगीनत लोग !

१२ ) और भी दूसरे अनेक महत्वपूर्ण एप !


तो मेरा एक लेख, एक ही झटके में कितने लोगों तक गया ? वह भी देशविदेशों में और अनेक देशों में ?

मतलब लाखो, करोडो लोगों से मैं कुछ चंद मिनिटों में ही पहुंच गया !


यह है सोशल मीडिया की ताकद ! इसिलिए हिंदुत्ववादियों,निरंतर डटकर सोशल मीडिया पर लगे रहो !

शुरू शुरू में फौलोअर नहीं मिलेंगे ! शायद ना के बराबर भी मिलेंगे तो भी चलेगा ! मगर धिरे धिरे तुम्हारी लोकप्रियता देशविदेशों में बढती रहती है ! तुम्हारे सैध्दांतीक विचार लोग धिरे धिरे स्विकारने लगते है ! इसिलिए शुरू में हताश - उदास होने के बजाए, डटकर आगे बढना होगा !


मैंने आजतक लगभग पाँच हजार से भी जादा लेख लिखे है ! मगर लेख सेव्ह करने का तरीका मालूम नहीं था ! इसिलिए शायद मेरे अनेक लेख गायब हो गये ! मगर फिर भी ,आज भी मेरे दो हजार से भी जादा लेख सेव्ह हो गये है !

इसिलिए मैंने एक ब्लॉग भी बनवाया है !

इसके सिवाय

1 ) globalhinduism.online

और

2 )

globalhinduism.in


नाम से,

ऐसी दो वेबसाईट भी मैंने बनवाई है ! जिसपर मैं मेरे अनेक लेख लिखकर,पोष्ट करता रहता हूं !

वह भी कोई आर्थिक लाभ की अपेक्षा रखे बगैर !


धन - वैभव - पैसा - मानसंन्मान - यश - किर्ती कमाना यह, हमारे लिए, असली मुद्दे नही है ! बल्की लाभ - हानी को त्यागकर,

हिंदुत्व की लहर को संपूर्ण देश में तथा विश्वव्यापक बनाना तथा सत्य और सत्य सनातन को विश्व के कोने कोने में पहुंचाने के लिए, छोटासा मगर यथोचित प्रयास जारी रखना होगा !

शायद,यही रास्ता भविष्य में अनेक वैश्विक उंचाईयों तक ले जायेगा ! और हिंदुत्व की प्रभावी वैश्विक लहर निर्माण करने के लिए, दूसरे भी अनेक साधन - जैसे अनेक जागतिक भाषाओं में सांस्कृतिक फिल्म निर्माण, किताबें लेखन, अनेक अखबार तथा टिव्ही चैनलों से जुडना , इत्यादी !


मैं अनेक सालों से अथक प्रयास द्वारा,लाभहानी का विचार किए बगैर, अनेक मानअपमानों को,विपत्तीयों को झेलते हुए,

हिंदुत्व के लिए ,इसे दिनरात मेहनत द्वारा, आगे बढाने के लिए निरंतर कोशीश में लगा रहा हूं !

कोई साथी,सहयोगी मिले ना मिले - 

" एकला चलो रे ! " 

के सिध्दांतों पर डटे रहकर आगे बढने की कोशीश में हूं !


अपेक्षित परिणाम तो मिल ही रहे है ! मगर इसमें जो चाहिए वह गती नहीं मिल रही है,इसिलिए थोडा बेचैन भी हूं !

और थोडा व्यथित भी हूं !


शायद भविष्य में,

" विश्व - विजेता - हिंदु - धर्म ! "

के कार्यों में गती देने के लिए,

सद्गुरू कृपा से...ईश्वर ही सहायक बनकर, आगे का रास्ता दिखायेगा, ऐसी आशा करता हूं !


ईश्वरी वरदान से सभी असंभव कार्य भी संभव होने लगते है !


।। मूकं करोति वाचालं पड्गुं लड्घयते गिरिं।

 यत्कृपा तमहं वन्दे परमानन्द माधवम् ।।


देखते है,

ईश्वर क्या चाहता है ?

तबतक के लिए,

हरी ओम्


🙏🙏🙏🕉🕉🚩

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