हिंदुत्व की वैश्विक लहर

 हिंदुत्व की वैश्विक लहर तेज करने के लिए, सक्रिय होना होगा !!

✍️ २२२२


विनोदकुमार महाजन


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उपरोक्त विषय की जीत के लिए, एक व्यापक रणनीति बनानी पडेगी ! व्यापक जनाधार प्राप्त करना पडेगा !

इसी विषषयानुर एक विस्तृत और प्रभावशाली, वैश्विक व्यासपीठ का निर्माण करना पडेगा !

सभी प्रखर, जागरूक,प्रभावी, प्रवाही, हिंदुत्ववादी कार्यकर्ताओं के लिए,वैश्विक स्तर पर,

" एक व्यासपीठ, एक आवाज "

बुलंद करनी पडेगा !


इसके लिए मेरे दिमाग में अनेक योजनाएं है !

ऐसी प्रभावी योजनाओं को प्रत्यक्ष अमल में लाने के लिए,

मुझे मोदिजी - योगीजी के साथ विस्तृत चर्चा करनी है !उनको प्रभावी योजनाएं बतानी है !

इसके लिए, मैं उनको मिलकर, सभी योजनाओं को बताने के लिए, समय का इंतजार कर रहा हुं ! मेरी योजनाएं उनको पसंद आयेगी ही ऐसी अपेक्षा है ! 

जब उनका वैश्विक स्तर पर, संपूर्ण सहयोग प्राप्त होगा,तब मेरा कार्य और आसान बनेगा !


मोदिजी - योगीजी को मिलने का मेरा,हरपल प्रयास जारी है !


मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं की,मेरा यह लेख जितना जल्दी हो सकें,उन महात्माओं तक पहुंच सकें और खुद उनसे ही चर्चा के लिए, निमंत्रण आ जायें ऐसी अपेक्षा करता हूं ! 


मोदिजी - योगीजी की तरफ से चर्चा के लिए, निमंत्रण आयेगा, तो मैं खुद को सौभाग्यशाली समझूंगा !


अब कार्य का विस्तार से विश्लेषण करते है !


हिंदुओं की शक्ती अनेक कारणों से क्षीण हो गई है !

अनेक कारणों से खंडित भी हो गई है !

अनेक संगठनों में विभाजित भी हुई है ! 

बहुसंख्यामें हिंदु आर्थिक मुसिबतों में भी है !

अनेक हिंदुत्ववादी संगठन आर्थिक समस्याओं से भी घिरे हुए है !


धर्म के प्रती उदासीनता, मानसिक गुलामी की शीतलहर

( ठंडा खून - कूल ब्लड ) भी तेज है ! 

अंदर का स्वाभीमान, अत्याचार के प्रती,अंदर की आग,अंदर का ईश्वरी तेज भी लगभग लुप्त हुवा है ! जातीयवाद का विषारी झगडा भी तेज है !


ऐसी स्थिती में हिंदुओं को एक जगह पर ले आना,उनका मनोबल बढाना,धर्म के प्रती उनको जागृत और प्रवाहित करना,उनका चार दिन का जोश,निरंंतर जारी रखना,

यह कार्य, ऐसे अनेक कारणों से...


हिंदुहितों का कार्य आगे बढाने में सहायक सिध्द होगा ! 

अनेक मुसिबतें खडी है,इसके लिए सभी से चर्चा एवं सहयोग की भी अपेक्षा है !


विभाजित, खंडित ,क्षतीग्रस्त,शक्तीयों को फिरसे स्थापित करने के लिए, भरसक प्रयास करने होंगे ! एक दो दिन में यह नहीं होगा ! निरंंतर प्रयास जारी रखना होगा !


अनेक हिंदुत्ववादी संगठन, हिंदुहितों के लिए, दिनरात प्रयास कर रहे है,फिर भी अपेक्षित गती अथवा परिणाम मिलने में देरी हो रही है !


इसिलिए वैश्विक स्तर पर,

हर एक हिंदुओं का चैतन्य जगाना होगा,आत्मबल बढाना होगा !

उन्हें हर क्षण प्रोत्साहित करना होगा !

उनके हर समस्याओं में,सशक्त बनकर, उनके पिछे खडा रहना पडेगा !


तभी हिंदुओं की वैश्विक शक्ति निर्माण होगी ! और वैश्विक लहर के रूप में उभरेगी ! जिसका परिणाम - हिंदुत्व को बढावा देने में मिलेगा !


अनेक वैश्विक प्रभावी योजनाओं द्वारा, हिंदुत्व का नारा बुलंद करना होगा !

हर हिंदु कु आवाज बुलंद करनी होगी !

वैश्विक स्तर पर, अनेक प्रभावी योजनाओं को कार्यान्वित करना होगा !


वैश्विक हिंदु सशक्तिकरण के लिए, चौतरफा, भरसक प्रयास करना जरूरी ही नहीं , बल्कि  अत्यावश्यक भी है !


हिंदुत्व का व्यापक, सर्वसमावेशक, सर्वकल्याणकारी अर्थ सभी को समझना होगा !


और इसके लिए सक्रिय, निरपेक्ष कार्यकर्ताओं की फौज बनाकर, उसे कार्यान्वित करना होगा !

हर कार्य को,हर क्षेत्र में, गती देनी होगी !


व्यापक वैश्विक जनआंदोलन के लिए, जबरदस्त शक्तिशाली रणनीति बनानी पडेगी !

अनेक विचारवंत इसमें सक्रिय करने होंगे !

अनेक प्रभावी माध्यमों का विस्तृत सहयोग लेना पडेगा !


इसके लिए एक प्रभावी वैश्विक संगठन भी बनाना होगा !

संगठन बनाने के लिए,

निरंंतर प्रयास जारी भी है !


हिंदु साथियों,

यह समय स्वस्थ बैठने का नहीं है, बल्कि कुछ कर दिखाने का है ! बहुत कुछ कर दिखाने का है !


अगर ईश्वर है रखवाला तो कौन रोक सकेगा हमें ?


हरी ओम्


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