साधू

 लंगोटी पहने हुए साधू को

कैसा मोह हो सकता है ?

समय आनेपर एक लंगोटी भी

वह साधू फेंक सकता है

और नंगा साधू बनकर

रह सकता है


ऐसे उच्च कोटी के बैराग्य प्राप्त

साधू को यह मोहमई,मायावी

दुनिया क्या फँसायेगी ?


" आग लगी बस्ती में ,

साधू अपनी मस्ती में । "


विनोदकुमार महाजन

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