ईश्वर का चमत्कार

 ईश्वर का एकसमान सूत्र


सभी सजीव प्राणियों में

जन्म और मृत्यु का 

सूत्र एकसमान

आहार,निद्रा, भय,मैथून का

सूत्र भी एकसमान

बिजारोपन और पुर्नउत्पादन का

सूत्र भी एकसमान

अंदर का आत्मतत्व और

पंचमहाभूतों का सूत्र भी

कुछ अपवादों को छोडकर

एकसमान

श्वसन तंत्र भी एक समान


फिर भी आपस में विनावजह

क्यों झगडता है इंन्सान ?


संपूर्ण ब्रम्हांड में ईश्वर का,

सृष्टी का और पंचमहाभूतों का

अद्भुत और अनाकलनीय चमत्कार


उसमें समाविष्ट साकार निराकार

ब्रम्ह का भी अद्भुत चमत्कार


फिर भी उन्मत्त इंन्सान कहता है

" कहाँ है भगवान ? "

आँखें खोल अंधे प्राणी

आँखें खोल


हरी ओम्


विनोदकुमार महाजन

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