हे भगवान
हे भगवान
हे भगवान
तुने चौ-याशी लक्ष योनी
निर्माण की
मगर उसमें सिर्फ एक
इंन्सान नही बनाना
चाहिए था
देख लिया तुने ?
छोटेसे दिमाग के
छोटेसे इंन्सान ने
पूरे पृथ्वी पर
कितनी गंदगी फैला दी ?
कितना हाहाकार मचा
दिया है ?
कितना भयंकर अधर्म
फैला दिया है ?
तुने ही बनाया यह
मिट्टी का खिलौना
आज तुझे ही
ललकार रहा है
अच्छा हुवा तुने
सभी का जन्म और
मृत्यु खुद के हाथों में
रख दिया।
अगर जन्म और मृत्यु भी
इंन्सान के खुद के
हाथों में रखता तो ?
कितना भयंकर अनर्थ
होता ना ?
विनोदकुमार महाजन
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