भाईचारा

 तुम्हारा " चारा "खा खाकर

" वह "तुम्हारा भाई बना

" भाईचारे " की कसमें

खाते खाते तुम्हें नेस्तनाबूद

करता गया


और तुम गहरी निंद में सोते रहे

कस्मेवादे निभाते रहे


अभी भी जागो,आज भी समय

हाथ में है....

अन्यथा ...??? ,कश्मीर...🤔

समझे कुछ ? समझ जायेंगे

तो ही बचेंगे


विनोदकुमार महाजन

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