विश्वास

 *क्षमाँ ..... 

केवल गलती का 

मरहम हो  सकती है 

विश्वास तोड़ने का नहीं.......*


*इसलिये जीवन मे 

ध्यान रहे कि हम  

कोई  गलती  भले ही 

करें पर किसी का 

विश्वास न तोड़े........*


*क्योंकि माफ  करना  

फिर भी सरल  हैं  पर  

भूलना  व  पुन: विश्वास 

करना असंभव है!*


विनोदकुमार महाजन

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