हिंदुराष्ट्र के लिए आंदोलन
मुझे लगता है,ग्रुप पर चर्चा से कुछ लाभ हो रहा है या नही,
यह बात तो नही जानता
मगर जंतर मंतर पर होनेवाले आंदोलन के लिए किस प्रकार कि निती बन गई है,
यह अभी तक स्पष्ट नही हो रहा है।
इससे संबंधित कुछ प्रश्न
१) आंदोलन के लिए कितने कार्यकर्ता आने की संभावना है
२) कार्यकर्ताओं की रहने खाने की किस प्रकार की सुविधा होगी।
३ ) आपातकाल जैसे की कुछ उपद्रवी शक्तियाँ आंदोलन में गुप्त रूप से घुसकर,संगठन अथवा आंदोलन कर्ता को बदनाम करने की साजीश करता है तो हल क्या होगा
४ ) सरकार की तरफ से कितना और कैसा सहयोग प्राप्त हो सकता है
५ ) देश के विविध प्रदेशों से आनेवाले कार्यकर्तिओं की आने जाने की किस प्रकार की सुविधा होगी
६ ) ठंडी के दिन,कोरोना ऐसी अनेक समस्याओं का हल क्या है
७ ) कितने हिंदुत्ववादी संगठन इसमें सहभाग ले रहे है
८ ) विदेशों से कितने कार्यकर्ता आ रहे है
९ ) हिंदु संगठनों में हो रहे वैचारिक मतभेद का हल और मनभेद तथा बुध्दीभेद से हटकर कार्य सफल बनाने की निती क्या है
१०) ग्रुपपर विनावजह के अनेक मेसेज आ रहे है इसिलिए अंतिम उद्दिष्ट पुर्ती की व्यूहरचना में अनेक बाधाएं उत्पन्न हो रही है
११ ) ठोस तथा अंतिम निर्णय कैसा रहेगा
१२ ) आंदोलन के समय में हुडदंग मचाने वाले और संगठन को भदनाम करनेवाले अनावश्यक कार्यकर्ताओं पर किस प्रकार से अंकुश लगाया जायेगा
१३ ) आतंकवादीयों ने कुछ योजना बनाई होगी तो इसका हल क्या होगा,मतलब आतंकवादीयों को किस प्रकार से सबक सिखाया जायेगा।
१४ ) शांती से क्रांती का प्रयास और उसीमें यशस्वीता हासिल करने के लिए क्या उपाययोजना होगी
१५ ) बिलकुल ठंडे दिमाग से
जोर का झटका धिरे से लगे
और कार्य सफल बनें इसके लिए निती कौनसी अपनाई है
१६ ) और सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न यह है की,अगर आनेवाले कार्यकर्ताओं की हं
संख्या अकस्मात बढ भी गई तो किस प्रकार का इंतजाम होगा।
१७ ) फंडिंग के लिए पूरी तैय्यारी क्या होगी
१८ ) हर दिन सुबह से शामतक कौनसे प्रोग्रॅम रखे जायेंगे
१९ ) भाषण वगैरे कौन करेगा और किस प्रकार से भाषण करेगा
साथीयों,
अनेक अनुत्तरित प्रश्नों का हल ढुंडना अतावश्यक है।तभी कार्य में आनेवाली बाधाएं अथवा रूकावटें हटेगी और हमारा अंतिम उद्दीष्ट साध्य होगा
आप सभी की राय अपेक्षित है
हरी ओम्
विनोदकुमार महाजन
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