शिवगंगा
विशेष समाचार : - विनोदकुमार महाजन,मुंबई
शिवगंगा क्या है ?
साथीयों,
हमारे धर्म और संस्कृति में गंगा मैय्या, गंगाजल तथा शिवगंगा का महत्व अत्याधिक है।
गंगा जल केवल जल न होकर, इसमें अनेक विशेष गुण पाये जाते है।
हमारे संस्कृति में यह कहावत है की,
जीवन में जरूर कम से कम गंगा में नहाना चाहिए।
यह केवल अंधश्रद्धा नही है..तो उच्च कोटि की आत्मीय श्रद्धा है।
भगीरथ राजा ने बडे प्रयत्नों से गंगा मैय्या को स्वर्ग से धरती पर मानव कल्याण हेतु लाया है।
जिसको प्रत्यक्ष शिवजी ने अपने जटाओं में स्थान दिया है।इसिलिए यह शिवगंगा बन गई।
यह जीवनदायिनी है।और शिव ने हिमालय में गंगा मैय्या को धारण किया है...इसीलिए इसको शिवगंगा कहते है।यह केवल नदी या नदी का जल नही है ,अपितु यह मास्वरूप है..हमारी मैय्या है।
अजय कुमार पांडेय जी ने बडे श्रद्धा भाव से ,संपूर्ण विश्वोध्दार का बडा सपना देखकर,
शिवगंगा प्रा.ली. नाम से एक कंपनी रजिस्टर की है।जो गंगा की तरह धीरे धीरे संपूर्ण विश्व में फैलकर, विश्व व्यापक बनेगी।और संपूर्ण विश्व का कल्याण करने के लिए माँ गंगा की तरह वरदान साबित होगी,ऐसा विश्वास है।
शिवजी का वरदहस्त और माँ गंगा का वरदान,
इसीलिए यह कंपनी
शिवगंगा नाम से पहचानी जा रही है।
हर हर भोले
हर हर गंगे।
Comments
Post a Comment