दिव्यशक्ती

 ईश्वर भयंकर कठोर

सत्वपरीक्षा और अग्नीपरीक्षा

लेता है !

अनेक प्रकार के जहर भी

हजम करने पडते है !

तभी ईश्वर प्रसन्न होकर

" दिव्यशक्ती,दिव्यज्ञान और

दिव्यनेत्र प्रदान करता ही है ! "

हरी ओम्


विनोदकुमार महाजन

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