कुछ तो बोलो
साथीयों,
समाजजागृती के लिए
दस लोगों को जगाने के लिए
कुछ तो भी लिखो
कुछ तो भी बोलो
मौन तोडो,विचारों की लडाई में
हर इंन्सान को जोडो
धर्म कार्य के लिए ,सभी को
कार्य प्रवण बनाने के लिए
प्रयत्नों की पराकाष्ठा करो
कम से कम,कार्य करनेवालों का
हौसला तो बढावो
उनकी अच्छी पोष्ट भी समाज
जागृती के लिए आगे भेजो
शांत और स्वस्थ मत बैठो
रटफट ऐसा कुछ तो भी बोलो
कुछ तो भी लिखो
ज्योत से ज्योत जगाते चलो
प्रेम की गंगा बहाते चलो
प्रभु कार्य को आगे बढाते चलो
हर इंन्सान की इंन्सानियत
जगाते चलो
हरी ओम्
विनोदकुमार महाजन
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