मोदीजी को नम्र निवेदन

 मोदी सरकार को, जीत का फाँर्मुला बदलना ही पडेगा !

✍️ २२६८


विनोदकुमार महाजन


*****************


अगले सभी चुनावों में मोदी सरकार को अगर सौ प्रतिशत ,केवल और केवल जीत ही चाहिए तो अपने पुराने फाँर्मुले में थोडा बदलाव करना पडेगा !


मेरे पिछले लेखों में मैंने जीत के अनेक नये तरीकों को के बारे में बताया भी था ! मगर उसमें भी और कुछ जादा " एडनिशल " करना होगा !


क्योंकि आज के ,वर्तमान समय में, 

" हमारे अपने ही लोगों " 

का कुछ भरौसा नहीं दे सकते है ! 


इतिहास साक्षी है ! हमारे ही कुछ जयचंदों की वजह से , आजतक हमारी,हमारे देश और धर्म की भयंकर क्षति हो गई है ! 


अगर इन सभी मुद्दों को ध्यान में रखकर ,हम नई निती बनाकर आगे बढेंगे तो , सौ प्रतिशत जीतेंगे भी ! और चारसौ पार भी करेंगे !

पक्का !


मगर नितीयाँ शक्तिशाली होनी चाहिए !


मेरे इस लेख में मैं और कुछ ऐसे मुद्दे लिखुंगा , जिसका अगर वास्तव में अमल होगा तो सौ प्रतीशत जीत मिलकर ही रहेगी !


इसके सिवाय मेरे पास ऐसे भी कुछ मुद्दे है , जो जीत दिला सकते है , वह सभी मुद्दे मैं केवल मोदीजी को अथवा वरीष्ठ स्तरपर ही अकेले में बता सकता हूं !


इसीलिए वर्तमान स्थिति में,मोदीजी की और मेरी प्रत्यक्ष भेंट होनी अत्यावश्यक है !


मैं मेरे सभी मुद्दों को दावे के साथ इसिलिए कह रहा हूं की,


" चौबीस सालों की भयंकर, खडतर तपश्चर्या के बाद मैंने ईश्वरी वरदान प्राप्त किया हुवा है ! "


और संपूर्ण विश्व में सनातन धर्म की संपूर्ण जीत के लिए ही मैंने मेरा संपूर्ण जीवन ही समर्पित किया हुवा है !


लगभग ३५ सालों की निरपेक्ष पत्रकारिता भी मेरे कार्य वृद्धि में सहायक होगी !


अगर मेरे और आपके,नितीयों के अनुसार हम आगे बढते है तो हमें संपूर्ण देश में ही नहीं, अपितु संपूर्ण विश्व में भी हमारे कार्य सफलता के लिए,कोई भी नहीं रोक सकता है !ऐसा मुझे पूरा विश्वास है !


इसिलिए अगर मेरा यह लेख संन्माननीय तथा प्रात:वंदनीय,मोदीजी तक गया और अगर उन्होंने मेरा लेख पढ लिया ,और मुझे चर्चा के लिए आमंत्रित किया तो मैं खुद को सौभाग्यशाली समझूंगा !


अब देखते है कुछ नये मुद्दों के बारे में !


सामाजिक सामुहिक विकास यह मुद्दा समाजहितों के लिए तथा समाजमन पर प्रभाव उत्पन्न करने के लिए ,और उस प्रभाव को अपेक्षित परिणामों तक ले जाने में, महत्वपूर्ण तो होता ही है ! 


इसके अलावा भी अनेक व्यक्तियों के लिए, वैयक्तिक समस्याओं का हल , आत्मसंन्मान तथा वैयक्तिक मुसिबतों से छुटकारा यह महत्वपूर्ण मुद्दे भी समाजपरिवर्तन तथा वैश्विक राजनीति में स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण होते है !


चुनाव नतीजों में ,अपेक्षाकृत परिणाम प्राप्त करना यह भी इसी कडी का महत्वपूर्ण मुद्दा है !


इसी विषयानुसार,

पश्चिम बंगाल , उत्तराखंड ,कर्नाटक चुनावों में बीजेपी की हार और इसके द्वारा सामाजिक परिवर्तन में उत्पन्न होने वाली बाधाओं पर भी मंथन होना जरूरी है !


उपरोक्त चुनावों का विश्लेषण मैंने मेरे पहले अनेक लेखों में ही किया हुवा है !


मेरी वेबसाइट ओपन करके देख सकते है !


इसी चुनाव दरम्यान , कुछ प्रशासनिक त्रुटियों के साथ साथ , विरोधियों के गुप्त एजेंडे को समझकर, उसपर विजय हासिल करना , इसमें हमारी भी कुछ कमीयाँ जरूर रही है !

भविष्य में ऐसी ही कमीयाँ दोहराई जायेगी तो , भविष्य प्रश्नचिन्ह निर्माण कर सकता है !


और उज्वल भविष्य की जगह अंध:कारमय भविष्य बन सकता है !


इसिलिए सभी मुद्दों पर उहापोह करना, तथा विस्तृत चर्चा करना और योग्य हल निकालना भी जरूरी है !


और जीत के लिए अत्यावश्यक भी है !


पूरानी पेंशन योजना यह मुद्दा भी आज महत्वपूर्ण बनता जा रहा है !


वैयक्तिक समस्याओं के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दा है !


सरकारी तिजोरी पर बढता बोझ , सरकारी आर्थिक आय में कुछ कमीयाँ , जागतिक बैंक का अहवाल यह मुद्दे , भी  आज की घडी में , संपूर्णता महत्वपूर्ण होते हुए भी ,गौण मुद्दे है !


जीतने के लिए समय के अनुसार,सम़झौता तो जरूरी होता है ! 


आर्थिक हानि लाभ यह मुद्दे भविष्य में उतने पिडादायक नहीं होते है , जितने सर्वोच्च सत्ता स्थान काबिज न करने में होते है !


सत्ताप्राप्ती यह सामाजिक परिवर्तन का सबसे बड़ा शक्तिशाली माध्यम है !


इसीलिए ,आर्थिक विकास सत्ताप्राप्ती के बाद भी कर सकते है ! 


मगर एकबार सत्तास्थान ही हाथ से निकल गया अथवा चला गया तो कैसा विकास और कैसा समाजपरिवर्तन ?


इसिलिए आज के समय में,नितियों में बदलाव जरूरी है !


इसके अनुसार,

रिटायरमेंट के बाद संन्मानपूर्वक जीवन जिने के लिए पुरानी पेंशन योजना फिरसे स्थापित करना जरूरी है ! अगर विरोधी इसका अमल करके चौतरफा जीत हासिल कर रहे है तो इस विषय पर हमें भी गंभीरतापूर्वक सोचना ही पडेगा !


दूसरी अनेक यशस्वी योजनाओं के बारे में भी सोचना होगा !


महाराष्ट्र में फडणवीस - शिंदे सरकार द्वारा जनमानस को आकृष्ट करने के लिए अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों को प्राथमिकता दी है ! महिलाओं को एस.टी.में आधे तिकट में प्रवास , यह मुद्दा भी जनमानस को काफी प्रभावित कर सकता है ! 


और यह प्रभाव चुनावी परिणामों के लिए ,

" वोटों " में बदलने के लिए सक्षम रह सकता है !


ठीक इसी प्रकार से केंद्र सरकार द्वारा अनेक योजनाओं को बढावा दिया जायेगा,

जैसे,

महिलाओं के लिए विशेष योजनाओं को बढावा देना ...

जैसे रेल यात्रा में महिलाओं के लिए आधा तिकट , जैसी अनेक महत्वपूर्ण घोषणाएं , 

चुनाव में जीत की ओर ले जा सकती है ! अथवा आर्थिक परेशानियों से जूझ रही ,महिलाओं के लिए, पेंशन योजना जैसी योजनाओं को जनमानस तक प्रभावी माध्यमों द्वारा पहुंचाना होगा !


ऐसे अनेक भीमहत्वपूर्ण मुद्दे है जो मैं प्रत्यक्ष मोदीजी को ही अथवा वरीष्ठ स्तर पर ही बता सकता हूं !


सामुहिक सामाजिक लाभ के लिए,

" सबका साथ , सबका विकास , सबका विश्वास " 

यह मुद्दे तो ठीक रहेंगे ! 


मगर इससे भी बढकर , निजी तौर पर , वैयक्तिक लाभ जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को भी अमल में लाना पडेगा !


" समाजमन की नाडी , उसकी अचूक पहचान और उसी विषय में महत्वपूर्ण निर्णय , हमें जीत की ओर ले जाने में 

सक्षम रहेंगे ! "


अनेक प्रभावी जनकल्याणकारी योजनाओं द्वारा और उसके चारों ओर से प्रत्यक्ष अमल द्वारा समाजमन प्रभावित होकर साथ दे सकता है !


मगर उसके भी आगे बढकर , 

" वैयक्तिक गंभीर विषयों 

का हल "

जैसे मुद्दे भी समाजमन को काफी प्रभावित कर सकते है !

और अपेक्षित परिणामों तक ले जा सकते है !


इसका एक और उदाहरण देता हूं !

तमिलनाडु की जयललिता के  जीत का रहस्य क्या था ?


अनेक भूके, कंगालों को , अनाथ ,निराधारों को , कम आमदनी वाले मजदूरों को ,जयललिता हर जगहों पर , कम दामों में खाना देती थी ! चाय नाष्टा देती थी !


और हर मनुष्य का सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न होता है भूक और पेट का !


अगर सरकार द्वारा,अनाज मुक्त में बाँटा जा रहा है और यह अनाज , लोगों द्वारा,उसका संग्रह करके बेचा भी जा रहा है ?

तो लोगों में लालच उत्पन्न होगा !

जो अपेक्षित परिणामों तक ले जाने में बाधक होगा !


मगर प्रत्यक्ष भूक के समय में ,कम दामों में , हर जगहों पर खाना मिलता है तो ? जनमानस तो प्रभावित तो होगा ही होगा !

और विचलित न होकर साथ भी देगा !


भविष्य में,

राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के साथ साथ लोकसभा चुनाव भी नजदीक आ रहे है ! 


समय बहुत कम है !

विरोधियों की नितीयाँ भी दिनबदिन तगड़ी बनती जा रही है ! 


इसिलिये हमें केवल जीत ही चाहिए और वह जीत भी जबरदस्त तरीकों से चाहिए ,चारों ओर चाहिए,तो हमें भी हमारे सिध्दांतों को थोडाबहुत बदलना ही पडेगा !


इस विषय में ...

केंद्र सरकार अगर मुझे कुछ महत्वपूर्ण जीम्मेदारी देती है और अमल के लिए ,यशस्वी योजनाओं को बनाने के लिए ,मुझे खुली छूट देती है तो...


मैं फिरसे भाजपा को ,सर्वोच्च सत्तास्थानपर  विराजमान करने के लिए कोशिश भी करूंगा !

और सक्षम भी रहूंगा !


जिसमें अनेक प्रकार की कूटनितीयाँ भी होगी !

शह - काटशह भी होंगे !

और " सौ प्रतिशत गँरंटी के साथ जीत भी होगी ! "


" बस्स्... एक मौका चाहिए ! "


आखिर भगवान की इच्छा !

प्रभुइच्छा बलीर्यसी !


नियती जो चाहेगी वही होगा !


हरी ओम्


🙏🙏🙏🕉🚩🪷

Comments

Popular posts from this blog

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र

साप आणी माणूस