मोदिजी को पत्र ( ५२ )

 दिशाभूल करना ,समाज को संभ्रमित करना , हेराफेरी करना , नौटंकी करना , देशवासियों को गुमराह करना यह तो काँग्रेस की , नेहरू से लेकर आजके राहुल गांधी तक की पूरानी गंदी चाल तो है ही ! सबकुछ हेराफेरी !

नेहरू ने भी देश के साथ हेराफेरी करके , केवल एक ही मत के आधार पर , कानून की धज्जीया उडाकर ,सत्ता हथीयाई थी !
मगर मन को एक प्रश्न चुभता है की ,
आखिर बापू ( महात्मा गांधी जी ) ने ऐसे सत्ता हस्तांतरण को अनुमती क्यों और कैसे दी थी ?
वजह तो कोई भी नहीं थी ?
उल्टा...पुण्यपुरूष , लोहपुरूष , योग्यता और श्रेष्ठत्व होने के बावजूद भी...ऐसे महत्वपूर्ण पद के लिए ,वल्लभभाई पटेलजी को क्यों नकारा ?
देश भी वजह जानना चाहता है !

मोदिजी के कारण अब जनता जागृत हो रही है !
और गांधी परिवार के गंधे कारनामे भी धीरे धीरे संपूर्ण देश जानने लगा है !

राहूल गांधी की पप्पू बनकर देश को गुमराह करने की गुप्त निती भी सारा देश अब जानने लगा है !

मोदिजी ने अपने बुध्दि चातुर्य से संपूर्ण देशवासियों को जगाया है , और गांधी , नेहरू परिवार का विकृत चेहरा , अब संपूर्ण देशवासियों को दिखाई दे रहा है !

इसीलिए गांधी परिवार का भविष्य भी धीरे धीरे अंधकारमय होता जा रहा है !

मोदियुग जींदाबाद
👍🙏🙏🙏

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