मोदिजी को पत्र ( २८ )
जयराम रमेश दियास्वप्न देख रहा है
वह यह भूल रहा है कि,टक्कर ईश्वरी कृपा प्राप्त मोदिजी से है
मोदिजी से जिसने भी टक्कर लेने की कोशिश की मिट्टी ही मिल गये
यशवंत सिन्हा ,शत्रुघ्न सिन्हा , नवज्योत सिंह सिध्दू , एकनाथ खडसे , नाना पटोले जैसे अनेक उदाहरण देखिए...
क्या हाल हो गया ?
फारूख अब्दुल्ला , मुक्ति मेहबूबा की कितनी भयंकर दूर्दशा हो गई
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान की स्थिति भयावह हो गई
चायना जैसा बलाढ्य देश भी घुटनों के बल पर आ गया
तो ? जयराम रमेश जैसों की क्या औकात है मोदिजी के सामने टिकने की ?
मोदिजी बोलते कम है और कर दिखाते जादा है
दूसरी एक महत्वपूर्ण बात यह भी है की
मोदिजी जैसे विश्ववंदनीय युगपुरुष को जयराम रमेश जैसे स्वार्थान्ध लोग क्या टक्कर देंगे ?
उस महामानव का विरोध मतलब ?
आत्मघात है
और उस महामानव की पूजा , आत्मोध्दार है
जय मोदिराज
🙏🙏🙏
विनोदकुमार महाजन
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