तपश्चर्या

 इतनी कठोर तपश्चर्या करो 

की तुम्हें जो भी कुछ चाहिए 

वह सबकुछ ईश्वर को 

प्रसन्न होकर देना ही पडेगा !!


विनोदकुमार महाजन

Comments

Popular posts from this blog

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र

साप आणी माणूस