शब्दों की शक्ती !

 जिसके जुबान में सच्चाई होती है

उसके साथ ईश्वर निरंतर रहता है !


दिया हुवा शब्द तुरंत पुरा करने की जो क्षमता रखता है वह जीवन में एक दिन जरूर यशस्वी ही होता है !

और दिये गये शब्दों की जो हेराफेरी करता है , संभवत: वह जीवन में यशस्वी नही होता है !


जो पशुपक्षीयों सहित सभी पर निष्पाप प्रेम करता है

और पशुपक्षी भी जिसपर शुध्द प्रेम करते है वह व्यक्ती देवतुल्य होता है !


सर्वाभूती भगवंत ऐसी जिसकी धारणा है ,वह व्यक्ती ईश्वरी शक्ति से एकरूप हो जाता है !


विनोदकुमार महाजन

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