आजतक तुने क्या किया

 आजतक,

       तुने,
क्या किया....???
-------------------------------
जि हाँ भाईयों,
यह सवाल है।
आजतक तुने क्या किया ?
यह सवाल मैं नही पूछ रहा हुं।
अगर आपके सामने भगवान आकर खडे होंगे,तो सभी को यही सवाल पूछेंगे।
आजतक तुने क्या किया ?
मतलब...?
मतलब साफ है...।
मनुष्य जन्म मिलने पर हे मानव,
आजतक तुने संस्कृती के लिए, धर्म के लिए, धर्म की रक्षा के लिए, इंन्सानियत के लिए,
तुने क्या किया ?
खाया,पिया,मजा किया,ऐशोआराम किया,
और बहुत सा समय धन कमाने में,माया कमाने में ही गवाँ दिया।
मेरे - तेरे के चक्कर में,स्वर्थ के बाजार में,मायावी दुनिया में,
हर पल केवल और केवल माया कमाने में ही गवाँ दिया।
क्या यही माया तेरे साथ आयेगी ?
हरगीज नही।

तो प्यारे दोस्तों,
भगवान ने और एक मौका हमारे हाथ में दिया है,धर्म और संस्कृती बचाने के लिए...
मोदिजी को मतदान करने का।
मैं सभी देशवासियों को जाहीर नम्र आवाहन और निवेदन करता हुं की,
इस बार राष्ट्र रक्षा,धर्म रक्षा,संस्कृती रक्षा के लिए मोदिजी को ही अपना बहुमुल्य मत देना ही है।भूलना नही।

मेरे कुछ दोस्त कहेंगे,
मेरे एक वोट से क्या होता है ?
भाईयों, ऐसी गलती कभी भी मत करना।बुंद बुंद से ही सागर बनता है।ठीक इसी तरह से,एक एक मत से सरकार बनती है,और हमारा भविष्य भी बनाती है।
तो....???
हमारा भविष्य उज्वल बनाने वाले मोदिजी और केवल मोदिजी अर्थात भाजपा को ही चुनना है।

कुछ मेरे प्यारे मित्र कहेंगे,
मैं 
नोटा,
दबाउंगा।
ना ना ना रे बाबा।
नोटा,
तुम्हारा भविष्य अंध:कारमय बना सकता है।
पिछले चुनाव में नोटा की वजह से,
राष्ट्र निर्माण कार्य में अनेक बाधाएं आ गई है।
तो,नोटा का चक्कर छोडो,जातियवादी विचार छोडो,आपसी लडाई झगडा छोडो,

और,
केवल और केवल,
मोदिजी को ही चुनना।
मेरा कहना जरूर मानना।

हरी ओम।
------------------------------
प्रखर राष्ट्र प्रेमी पत्रकार,
विनोदकुमार महाजन।

Comments

Popular posts from this blog

ऊँ कालभैरवाय नम :

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र