जीना इसिका नाम है

 *जीना इसिका नाम है* 


दोस्ती केवल उनसे किजिए

साहब

जिनके ह्रदय साफ है

जो वचन के पक्के है

इरादों के भी पक्के है

और जिनके इरादे भी

बुलंद है,आसमान को भी

छुने वाले है

केवल मिठी मिठी बाते करके

हमें फँसाने वालों से

दोस्ती मत कीजिए साहब

जहाँ हमारे शब्दों की किमत हो

वही पर ही दोस्ती किजिए

नही तो पछताना पडता है

हरी ओम्


 *विनोदकुमार महाजन*

Comments

Popular posts from this blog

ऊँ कालभैरवाय नम :

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र