संपादकीय (१)

 संपादकीय

मुझे विश्व शांती मासिक पत्रिका के लिए, प्रधान संपादक, पद के लिए सेवा करने का मौका देने के लीए,

मैं श्री.आनंद भारतीजी तथा गुरूजी का तथा विश्व शांती मासिक पत्रिका के संपूर्ण टीम का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हुं।

विश्व शांती मासिक पत्रिका के माध्यम से अब हम हमारी संस्कृती, सभ्यता,शालिनता,महती,ईश्वरी सिध्दांतों को

तथा हिंदु धर्म और सनातन संस्कृती को विश्व के कोने कोने में फैलाने का प्रयास करेंगे।और इसी माध्यम से ही हम वैश्विक क्रांती का भी अभियान आरंभ करने का प्रयास करेंगे।

जो शांती से क्रांती के लिए संपूर्ण विश्व मानव को प्रेरित एवं प्रोत्साहित करेगा।और हमारे नये युग निर्माण के ईश्वरी कार्य के लिए हर एक को उद्युक्त करेगा ऐसी हम मंगल कामनाएं तथा आशा करते है।

युग निर्माण कार्य के लिए आप सभी को तन,मन,धन से सहर्ष सहभागी होने का हम आवाहन करते है।

हरी ओम्

जय श्रीकृष्णा


विनोदकुमार महाजन,

प्रधान संपादक,

विश्व शांती मासिक पत्रिका

Comments

Popular posts from this blog

ऊँ कालभैरवाय नम :

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र