वह जीतेगा

 *फिर भी वह निश्चल है....* 


नवरात्री का नौ दिन का उपवास है,

पाँच राज्यों के चुनाव की जिम्मेदारी है,

कोरोना का संकट भयानक है,

अंदर से देश तोडनेवाली,राष्ट्रद्रोही ताकतें भी गुप्त रूप से सक्रीय है,

बढती उमर भी है,

फिर भी वह निश्चल है,अटल है,

मंजिल की ओर बडे निश्चय से,

एक एक कदम आगे बढ रहा है,

एक ईतिहास बना रहा है,

बुलंद हौसले लेकर,निश्चय से,

भारत को शक्तिशाली बनाने के लिए,

भारत माता की जय,

का नारा देकर,जयघोष कर,

वह आगे बढ रहा है...

वह आगे बढ रहा है...

हमारे उज्वल भविष्य के लिए,

हमारी अगली पिढी को सुखी देखने के लिए,

ईश्वरी सिध्दांतों की जीत के लिए,

वह हर दिन आगे आगे ही बढ रहा है...


और वह जीतेगा,जरूर जीतेगा

जीतकर ही रहेगा

क्योंकी खुद महादेव ही उसकी चिंता करता है,दिनरात,

चौबिसो घंटे...


तो...

उसे कौन हरायेगा...? ? ?


नाम है...मोदी...

जि हाँ भाईयों, 

नरेंद्र दामोदरदास मोदी...


आवो चलो हम सभी मिलकर,

ऐसे महात्मा की शक्ती बढाते है,

हरपल उसका साथ देते है...

एक युगपुरुष को ,

भारतभाग्य विधाता बनने का मौका देते है...

हम सभी का भविष्य उज्वल बनाने वाले के पिछे,

हमारी सारी शक्ती खडी कर देते है


हरी ओम्


 *विनोदकुमार महाजन*

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