राष्ट्र हित सर्वोपरि

 *राष्ट्र हित सर्वोपरि* 


राष्ट्र हित के हमारे कार्यों में

अगर कोई टांग अडाने की कोशीश करता है और हम

उसे साधारण आदमी समझकर

अगर दुर्लक्षित करते है तो

यह हमारी शायद गलती भी

साबित हो सकेगी


क्योंकी मच्छर भी दिखने में

साधारण दिखता है

मगर उसके काटने से भी डेंगू

मलेरिया हो सकता है और 

जान भी जा सकती है


इसिलिए भाईयों,

चौबीसों घंटे सतर्क एवं सावधान

रहकर और हर कदम फुंक फुंक

पर ही चलना होगा

छोटीसी गलती या लापरवाही भी हमारे कार्यों में अनेक

रूकावटें पैदा कर सकती है


सावधान रहें, सतर्क रहें

राष्ट्र हित सर्वोपरि

मानने वाले सभी भाईबहनों को भी सावधान करें, सतर्क करें

तभी हम हमारी मंजिल तक

पहुंचने में सफल होंगे


अब....

होंगे कामयाब एक दिन

ऐसा न कहकर

अब होंगे कामयाब हम जल्दी ही...

ऐसा कहना है


हम सभी और हमारी पूरी टीम

यशस्वीता का शिखर हासिल करने के लिए दिनरात मेहनत कर रहे है और खुद ईश्वर भी अब हमें

यशस्वीता की ओर तेजीसे ले जा रहा है...रास्ता दिखा रहा है...

हमें प्रेरणा, स्फूर्ति, शक्ति दे रहा है


हमारा मकसद,

संपन्न, सुसंस्कृत, एकसंध भारत

विश्व गुरु भारत


चलो सब मिलकर

दिव्य मंजिल की ओर...


हरी ओम्


 *विनोदकुमार महाजन*

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