लेनीन का पुतला

 लेनीन का पुतला क्यों?

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अनेक सदियों से यह देश संस्कृति पूजक रहा है।यहाँ देवी देवताओं की पूजा होती है।मठ मंदीर बनायें जाते है।महापुरुषों के पुतले यहाँ पर खडे होते है।

तो फिर...

कोई परकीय जिसने हमारे संस्कृति पर हमले करनेवाले इस देश में पैदा किए।ऐसे संस्कृति भंजकों के पुतले इस देश में कैसे खडे हो सकते है?

साम्यवाद इस देश की विचारधारा न कभी थी।और भविष्य में भी न कभी रहेगी।और पूरे विश्व पटल पर साम्यवाद विचारधारा को समाज त्याग रहा है।भले ही चीन ने आज साम्यवाद का जबरन स्वीकार किया है।भविष्य में वहाँ पर भी साम्यवाद नही टिकेगा।तो फिर हमारे संस्कृति पूजक देश में साम्यवाद और साम्यवादियों को समाज क्यों और कैसे स्विकारेगा?और संस्कृति नाशकों के पुतले भी कैसे रहेंगे?अगर स्वयं स्फूर्ति से विश्व में साम्यवाद का धिक्कार हो रहा है।तो हमारे यहाँ जबरन साम्यवाद किसीने हमपर थोंप दिया, तो संस्कृति पूजक समाज इस विपरीत विचारधारा का स्विकार कैसे और क्यों करेगा?

भाईयों, इतना ही नही तो भविष्य में झाँककर देखो तो क्या दिखाई देता है?

जिसनें हमें धोके में रखा, या हमारे संस्कृति पर आघात किए,षड्यंत्र किए।हमारी आदर्श संस्कृति को बदनाम करने की कोशिश की,समाज ऐसे मुखौटा धारीयों को कभी भी क्षमा नही करेगा।भयंकर षड्यंत्र द्वारा हमारे देवी देवताओं को,धर्म को,सहिष्णुता को अगर किसीने बदनाम किया है,साधुसंतों को बदनाम किया है,तो.....

ऐसे मुखौटा धारीयों को समाज-देश कभी भी क्षमा नही करेगा।आज जो लेनीन के साथ हो रहा है,कल ऐसे मुखौटा धारीयों का भी हाल हो सकता है।

क्योंकि सत्य का मुखौटा धारण करके असत्य जब सत्य को मिटाने की कोशिश करता है,तो...

योग्य समय आते ही सत्य असत्य को सदा के लिए मिटा देता ही है।

यह इंन्सानों का नही,ईश्वरी कानून है।निसर्ग, नियती, ईश्वर असत्य को कभी भी क्षमा नहीं करता।

इतिहास साक्ष है,गवाह है।

क्योंकि यहाँ रामजी को मंदिरों में पूजा जाता है,और रावण के पुतले स्वयंस्फूर्ती से यहाँ जलाये जाते है।

इसीलिए ईश्वरपुत्रों को अगर आज कोई धोकाधडी से खेल रहा है,तो भविष्य में...

समाज को सत्य का ज्ञान होते ही,रावण जैसे लोगों का बुरा हाल इस देश में भविष्य में होनेवाला ही है।वर्तमान की घटनाएं यही दर्शाती है की,एक दिन तो यह होनेवाला ही है।

पर्दे के पिछे रहकर संस्कृति भंजन का असुरी कार्य करनेवालों को समय-समाज-देश और भविष्य कभी भी क्षमा नही करेगा।


इस लेख पर आप सभी की प्रतिक्रिया जरूरी है।


---------------------------------  विनोदकुमार महाजन।

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