साथी हाथ बढाना

 **साथी हाथ बढाना साथी रे..।* 

 साथी हाथ बढाना साथी रे

एक अकेला थक जायेगा

मिलकर बोझ उठाना


साथी हाथ बढाना


अगर कोई अच्छा सा फल

दिखाई देता है तो

बहुतांश समाज उस फल को

प्राप्त करने के लिए

हर तरह के प्रयास करता है


मगर अगर मेरा कोई गुणवत्तापूर्ण हिंदु भाई किसी बुरे

मुसिबतों में फँसकर

तडप तडप कर मर रहा होता है

तो हमारे ही हिंदु भाई उसे बिल्कुल सहायता नही करते है

जब उसे सहायता की तुरंत जरूरत होती है 

अथवा हमारे ही लोग उसकी तरफ ध्यान भी नही देते है

अथवा उस जलती आग में भी

पेट्रोल डालकर उस तडपते इंन्सान को पूरा जलाने की

कोशिश में लगे रहते है


अनेक बार ऐसा ही हुवा है भाईयों


अनेक संतों के साथ,सत्पुरुषों के साथ ऐसा ही हुवा है

इसी लिए तो हमारी धर्म हानी भयंकर हो चुकी है



मगर भाईयों,

अब हमें बदलना होगा

बदलना ही होगा

अगर कोई हमारा गुणवत्ता पूर्ण व्यक्ति

अगर मुसीबतों की आग में 

अकेला जल रहा है तो

उसे बाहर निकालकर उसे

आधार देना ही होगा

उसकी तडपती आत्मा को

सहारा देना होगा

और उसके कार्योँ के लिए

उसे प्रोत्साहित करना ही होगा


विश्व के कौनसे भी कोने से अगर हमारा भाई मुसीबतों में फँसकर तडप रहा है

तो उसे तुरंत आधार देकर उसको बाहर निकालकर प्रोत्साहित करना हम सभी का दाईत्व है 


इसके लिए

अब हम विश्व स्तरीय शक्तिशाली संगठन बना रहे है


 *साथी हाथ मिलाना साथी रे* 


हरी ओम् 🕉🚩


 *विनोदकुमार महाजन*

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