ईश्वरी कृपा

 बिना माँगे सबकुछ मिले

तो इसेही ईश्वर की कृपा

कहते है

और सबकुछ होकर भी

अकस्मात चला जाता है

तो इसे प्रारब्ध गती का

फेरा कहते है

हरी ओम्


विनोदकुमार महाजन

Comments

Popular posts from this blog

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र

साप आणी माणूस