कण कण में है भगवान
कण कण में है भगवान
छोटिसी चिडिया छोटासा देह
अपनी छोटिसी चोंच से
अपने छोटे छोटे बच्चों को
दाना लेकर जाती है खिलाने को
ईश्वर का अद्भूत दृष्य
ईश्वर का अद्भूत रूप
ईश्वर की अगाध माया
कण कण में है भगवान
रोम रोम में बसा है मेरा
जगत् व्यापक प्यारा
प्यारा राम
चिडियों में भी वही
पिल्लों में भी वही
पंछीयों में वही
सारे सजीवों में भी वही
मेरा प्यारा राम
मेरे आत्माराम में भी
बसा है मेरा भगवान
राम भी वही कृष्ण भी वही
जगत् का पालनहार भी वही
हे मेरे राम, हे मेरे कृष्ण
हे मेरे भगवान
कर दे तु सारे जगत् का उध्दार
सभी की आत्मचेतना जगाकर
दूर करना जगत् में
फैला हुवा अधर्म का अंधकार
हे मेरे भगवान हे मेरे भगवान
हरी ओम्
विनोदकुमार महाजन
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