सुख की चाबी...

 *" सुख की चाबी..."* 

ईश्वर से प्रेम करो

पशुपक्षियों से प्रेम करो

दुसरों की इज्जत करो

दुसरों को बडप्पन दो

दुसरों को मान,संम्मान,

प्रतिष्ठा दो

दुसरों के सुख दुखों में

सहभाग लो

दुसरों का आत्मसंन्मान बढावो

दुसरों को आत्मसंन्मान दो

दुसरों से अच्छी बातें करो

दुखितों को आधार दो


बस्स्...तुम्हारा भी जीवन

सुखी हो जायेगा

और क्या चाहिए ?

हरी ओम्


 *विनोदकुमार महाजन*

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