चलो सब मिलकर, रामराज्य की ओर...

 *चलो रामराज्य की ओर...* 🕉🕉🕉

🚩🚩🚩


सूरज जब उगता है और 

जब ढलता भी है तो ...?

भगवे रंग से रंगी सभी दुनिया

सृष्टि, संपूर्ण ब्रम्हांड कितना मनमोहक, तेजस्वी ,सुंदर दिखाई देता है

है ना भाईयों ?

यही है भगवान के भगवे की ... अगाध महिमा

अहाहा,कितना सुंदर,अवर्णनीय

ईश्वर निर्मित मनमोहक नजारा

संपूर्ण सजीवों को

नवचैतन्य, उर्जा,शक्ति प्रेरणा

देनेवाला अद्भुत दृष्य

सभी को नवजीवन देनेवाला

एक जबरदस्त नजारा

भगवान का भगवामय आभामंडल

भगवान का भगवा...

देविदेवताओं का भगवा

संपूर्ण ब्रम्हांड का भगवा

संपूर्ण सजीवों का भगवा

सभी सजीवों को नवजीवन देनेवाला भगवा

चराचर व्याप्त भगवा

मेरा,तुम्हारा, हम सभी का भगवा


ईश्वर निर्मित भगवा ! ! !

और भगवान के सृष्टि चक्र में

प्रस्फुटित होनेवाला, ब्रम्हांड में

सदैव गुंजनेवाला एक अद्भुत ध्वनि

ओम्....कार....ध्वनि

हर सजीवों में,संपूर्ण ब्रम्हांड में,

हर ग्रह, नक्षत्रों में,तारकाओं में

गुंजनेवाला एक अद्भुत ध्वनि

ओम्.... कार....

और हर सजीवों के अंदर निरंतर,

नितदिन, चौबिसों घंटे चलता आया एक अद्भुत ध्वनि


सो...अहम्  सो...अहम्...

अहम् ब्रम्हास्मी...


जब सद्गुरु की कृपा होती है

तब ईश्वरी कृपा भी होती है

और सुक्ष्म तथा अतिविशाल

ब्रम्हांड का ब्रम्ह ज्ञान भी

प्राप्त हो जाता है....


जीव शिव का मिलन्


यही है भगवान की लिला

यही है भगवान के भगवे की किमया

यही है भगवे की अगाध महिमा

क्या ऐसी अद्भुत भगवे की महिमा कोई मिटायेगा ?

भगवे रंग की आग को,ज्वाला को कोई समाप्त कर देगा ?


अरे पगलों,

यह तो मेरे भगवान का भगवा रंग है रे...

भगवान द्वारा खुद निर्मित रंग है


आसुरिक तथा झूटे राक्षसी सिध्दांतों का स्विकार करके

क्यों विनावजह, मुर्खता से

भगवे से नफरत करते हो ?

क्यों विनावजह की जलन लेकर

भगवान के भगवे पर व्यर्थ जलते हो ?


क्यों व्यर्थ जीवन गंवाते हो ?

क्यों व्यर्थ का सैतानी दिमाग अपनाकर खुद का सर्वनाश करते हो...?


तू क्या मिटायेगा मूर्ख प्राणी इस भगवे को ?

तु क्या मिटायेगा मेरे भगवान को ???

अरे,तेरे अंदर की ज्वाला भी भगवी ही है

अनगिनत आये और चले गये,

मेरे भगवान के भगवे को

मिटाने की कोशिश करनेवाले

मिट्टी में मिल गये

मगर...

ब्रम्हांड से निर्मिती से आजतक

ना कोई इसे मिटा सका

और ना ही इसे कोई मिटा सकेगा


इसे मिटाने के कोशिश करनेवालों के नामोनिशान मिट गये रे पगले....


इसीलिए मेरे प्यारे सभी

विश्व के प्यारे प्यारे भाईयों

चलो आज एक नई कसम खाते है

भगवे की शान बढाते है

हर घर में भगवा पहुंचाते है

घर घर पर भगवा लहराते है

विश्व के कोने कोने में

मेरे,तुम्हारे भगवान का भगवा

पहुंचाते है

जीवन की शान बढाते है

आन - बान - शान से जीते है

जलनेवालों को भी

सच्चा इंन्सान बनाते है


वसुधैव कुटुम्बकम का नारा देकर

विश्व - स्वधर्म - सुर्ये - पाहो

की ओर तेजिसे

हम सब मिलकर बढते है

सभी का आत्मचैतन्य जगाकर

नये युग की ओर बढते है

प्रभु की सुंदर धरती को 

फिर से प्रफुल्लित बनाते है

मानवता का नारा देकर

मानवता का आवाज बुलंद करते है


इसीलिए प्यारे...

छोडो छोडो रे हैवानियत छोडो

ईश्वर से नाता जोडो रे भाई

ईश्वर से नाता जोडो...


इसिलए,

बोलो सब मिलकर,एकसाथ,


सियावर रामचंद्र की जय


चलो राममंदिर से रामराज्य तक

रामराज्य से...

विश्व गुरू भारत की ओर

नये युग की ओर...


हरी हरी: ओम्


 *विनोदकुमार महाजन*

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