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Showing posts from October, 2021

संपूर्ण विश्व में ईश्वर का राज्य हो

 *संपूर्ण पृथ्वी पर ईश्वरी राज्य हो*  विश्व के कोने कोने में फैला हुवा हर एक हिंदु ,या फिर हिंदु धर्म पर प्रेम करनेवाला हर ईश्वर प्रेमी, सत्य वादी व्यक्ति,चाहे वह कौनसे भी धर्म से हो,अथवा झोपडी में रहना वाला गरीब हो या फिर महलों में रहनेवाला अमीर हो,जबतक जागृत,तेजस्वी और अंगार नही बनता है तबतक मैं स्वस्थ नहीं बैठुंगा ! शांत नही बैठुंगा ! और मेरे जीवन का उद्देश्य भी यही है ! चाहे कितनी भी मुसीबतें आने दो,मैं अपने मकसद में कामयाब होकर ही रहुंगा ! और जब ऐसा होगा तब वैश्विक क्रांति होगी ! और जब वैश्विक क्रांति होगी,तभी संपूर्ण पृथ्वी पर ईश्वरी राज्य आ जायेगा ! और इसी कार्य से प्रेरित होकर मैंने ईश्वर की कृपा भी प्राप्त की है ! और तभी,  *विश्व स्वधर्म सुर्ये पाहो* का उद्दीष्ट भी साध्य होगा ! और तभी आसुरीक संपत्ति का नाश होकर संपूर्ण मानवजातीसह संपूर्ण सजीव प्राणीमात्र सुखचैन से जीवन भी जीयेगा ! हरी ओम्  *विनोदकुमार महाजन*

जाग रे हिंदुस्तानी

 *यह कैसा कानून है ???* एक हिरण मारनेपर मृत्युदंड... और हरदिन लाखों गौमाताओं की हत्या होती है... गौमाताओं के हत्यारों को खुली छूट यह कैसा अंधा कानून है इस देश में ??? और ऐसा कानून स्विकारनेवाले अंधे लोग भी कितने है इस देश में ??? इतना होनेपर भी देश में क्रांति क्यों नही होती है ??? मूकदर्शक बनकर तमाशा देखने वाले और नीतदिन मरे हुए मन से अत्याचार सहनेवालों की आत्मा कब जागेगी ??? जाग रे हिंदुस्तानी अधर्म का अंधेरा मिटाने के लिए जाग रे भारतवासी  *विनोदकुमार महाजन*

तानाशाह

 *ईश्वर भक्त तानाशाह चलेगा*  आज देश जिस मुसिबतों से गुजर रहा है तो... ऐसा लगता है की अब केवल और केवल तानाशाह ही देश को सुधर सकता है मगर वह तानाशाह ईश्वर भक्त तथा सत्य प्रेमी ही चाहिए सभी को सख्ती से सच्चाई और अच्छाई के रास्ते से ले जानेवाला प्रखर राष्ट्र भक्त... आपको क्या लगता है ? उत्तर देना पडेगा  *विनोदकुमार महाजन*

चारों तरफ से आग लगानी पडेगी

 *चारों तरफ से आग लगानी पडेगी...* ----------------------------------- आश्चर्य लग रहा है ना साथीयों मेरे लेख का यह टाईटल पढ कर ? मगर यह वास्तव है। आज का लेख लंबाचौडा तथा विस्तृत भी हो सकता है।हो सके तो सभी राष्ट्रप्रेमी संपूर्ण लेख पढकर चिंतन करना।और हल निकालना। अनेक दिनों से लेख नही लिख रहा था।लेख लिखने के लिए हर दिन अनेक फोन आ रहे थे।विशेषत : योगीजी के नजदीकी लखनौ से आनंद मिस्र्ता जी,अथवा मुंबई के मेरे मित्र मुकेश शर्माजी।मुकेश जी मुझे फोनपर बोल रहे थे,आपके लेख लाखो - करोड़ों लोग पढते है और उससे समाज में चैतन्य की लहर आती है। भयंकर टेंशन में था इसिलए लेख लिखना बंद था। अब मूल विषय पर आता हुं।  *चारों तरफ से आग लगाना।* मतलब ??? मतलब हमें आतंकी नही बनना है।चारों तरफ से अधर्म पर वैचारिक हमले करके अधर्म, असत्य, असंस्कृतता पर संपूर्ण देश में अब चारों तरफ से हल्लाबोल करना है। तो बात यह है की,आज संपूर्ण देश में धर्म - अधर्म, सत्य - असत्य के बिच जो कडा और भयंकर संघर्ष चल रहा है,उसी के विषय में लेख में विश्लेषण है।  *हो सके तो पूरा लेख जरूर पढना।* और प्रतिक्रिया भी देना। समय भयंकर कठिन है।रणकंदन

आँखें खोलो

 **मेरा देश कहाँ जा रहा है ???*  पाकिस्तान की जीत पर हिंदुस्थान में पटाखों की आतषबाजी.... और... दिपावली पर पटाखों पर पाबंदी... ऐसा क्यों...??? पुंछता है सारा हिंदुस्थान उत्तर तो ढुंडना पडेगा,हल तो निकालना ही पडेगा... बात कडवी है,मगर सच्ची है... जागो हिंदुस्थानीयों,निंद से जागो,आँखें खोलो...  *विनोदकुमार महाजन.*

क्रांती

 चला राष्ट्रीय क्रांतिकारक बनुया आमच्या साप्ताहिकाचे संस्थापक संपादक श्री.ए.ज्योतीप्रकाश ( बापू )यांनी माझ्यावर कार्यकारी संपादक पदाची जबाबदारी विश्वासाने टाकली आहे त्याबद्दल मी त्यांचे शतशः आभार मानतो. राष्ट्रीय समाज जागृती द्वारा मृतप्राय भारतीय समाजाला गदगदा हलवुन जागे करणे अन् एक आदर्श नवसमाज निर्मितीचा आमचा ध्यास पूर्ण करणे हाच आमच्या दोघांचा हे साप्ताहिक काढण्यामागचा मूळ उद्देश आहे.आमच्या या कार्यामध्ये समाजातील सर्व स्तरातील व्यक्ती, समुह,समाज यांचा आम्हाला भरभरून प्रतिसाद आणी प्रेम मिळेल व उत्तुंग गरूड भरारी घेण्यासाठी व आमच्या कार्यसफलतेसाठी सामाजिक स्तरावरून आमच्या पंखामध्ये बळ भरले जाईल एवढीच माफक अपेक्षा आम्ही व्यक्त करतो. समाजातील आत्मग्लानी,मरगळ,निराशा, हतबलता संपवून एक चैतन्य दाई,आदर्श नवसमाज निर्मितीसाठी संपूर्ण देशामध्ये एक शक्तिशाली क्रांतिकारक लाट निर्माण करून त्या लाटेवर स्वार होवून नवराष्ट्र निर्मितीच्या आमच्या संकल्पामध्ये आपण सारे तन,मन,धनाने व समर्पित भावनेने आमची शक्ती, बळ वाढवाल अशी आम्ही अपेक्षा व्यक्त करतो. देशाला स्वातंत्र्य मिळवून देण्यासाठी आपले संपूर्ण आ

अजब

 *अजब है तेरा खेल....* ईश्वर पुत्रों के बलपर जीत गया और उन्हीकों " धोका " देकर असुरों को बडा करने लगा ऐसा कौन ???   * *अजब तेरी उध्दस्त सरकार*🙏  *विनोदकुमार महाजन*

ऐसा आखिर क्यों ???

 *ऐसा क्यों रे बाबा ???* इस देश में हिंदु बहुसंख्यक होकर भी हिंदुओं के लिए अलग निती.... वह भी अन्यायकारक और दुसरे धर्मीयों के साथ अलग निती.... उनके लिए लाड प्यार ऐसा क्यों ??? क्या हिंदुही केवल सौतेले है ??? और बाकी सारे सगे ??? पुंछता है सारा हिंदुस्थान न्याय माँगता है हिंदुस्थान यह सौतेला न्याय बंद करो सभी को समान न्याय मिलें ऐसा कानून में व्यावधान होकर भी ऐसा क्यों ??? जागो हिंदुस्तानियों  *विनोदकुमार महाजन*

कौन चाहिए ???

 *कौन चाहिए ???*  आपको कौन चाहिए ??? बरबाद करनेवाले विधर्मी, अधर्मी,कुधर्मी ??? या चौबिसों घंटे संपूर्ण हित चाहनेवाले... स्व - धर्मी ??? सोच लो...  *विनोदकुमार महाजन*

पांडूरंग

 *दु:खी कशाला होता ? जे होते ते भगवंताच्या इच्छेनेच होते.व ते आपल्या चांगल्यासाठीच होते.मग ती घटना चांगली घडो अथवा वाईट. ईश्वर नेहमी आपले चांगलेच करतो.फक्त आपली ईश्वरावरील श्रद्धा, भक्ति, प्रेम खरे हवे.ढोंग,नाटक नको. त्यासाठी वाचा खालील सुंदर,छान गोष्ट.माझ्या, तुमच्या... सा-यांच्या पांडूरंगाची. पांडूरंग, पांडूरंग. हरी ओम् विनोदकुमार महाजन. !! एक दिवसाचा पांडुरंग ..... !!* "पंढरपूर येथील पांडूरंगाच्या मंदिरात गोकुळ नावाचा भक्त नियमितपणे झाडण्याची सेवा करत होता, तेव्हा त्याच्या मनात विचार आला कि, "विटेवर उभा राहून रोज हजारो लोकांना दर्शन देत असणाऱ्या पांडुरंगाचे पाय नक्कीच दुखत असतील, म्हणून एक दिवस त्याने पांडुरंगाला विचारले, '" देवा तू आमच्यासाठी सारखा उभा असतोस, तुझे पाय दुखत असतील तेव्हा तू आता विश्रांती घे, मी तुझ्या जागी उभे राहण्याची सेवा करेन"  त्यावर पांडुरंग म्हणाला, " ठीक आहे , पण तू इथे उभा राहून कोणालाही काही सांगू नकोस, काहीही झाले तरी बोलू नकोस, फक्त हसत उभा रहा" पांडुरंगाचे हे बोलणे गोकुळ ने मान्य केले व दुसऱ्या दिवशी सकाळी तो पांडूरंगाच्

जब मच्छर काटता है

 जब मच्छर काटता है तो...??? आदमी मर भी सकता है...!!! -------------------------------------- जी हाँ मेरे भाईयों। यह सच्चाई है,हकीकत है,वास्तव है। जब मच्छर काटता है तो डेंग्यू, मलेरिया हो सकता है। और परीणाम ? आदमी मर भी सकता है। इसिलिए सुरक्षा कवच ही इतना शक्तिशाली बनाईये की, कितने भी मच्छर हमला करें  कुछ बिगाड ना सके। अखंड सावधानता,सतर्कता,कुशल रणनीती ही उपयोगी बन सकती है। अब महत्वपूर्ण प्रश्न। कौनसे मच्छर ??? समाज में फैले हुए समाजविघातक शक्तिवाले दुष्ट, क्रूर,घातक,हिंसक,शातीर महाभयानक दिमागवाले इंन्सानरूपी भयंकर मच्छर। समझ गये ? समझे कुछ । इसिलिए केवल और केवल जीतना ही है तो निती ही इतनी तगडी और शक्तिशाली बनाईये की केवल और केवल जीत ही सके। भगवान श्रीकृष्ण, राजे शिवाजी, आचार्य चाणक्य, राजे विक्रमादित्य जैसी जीत की तगडी निती। और...??? प्रारब्ध गती द्वारा जीत में आनेवाली अनेक बाधाओं को हटाकर कठोर तपस्या द्वारा संपूर्ण ईश्वरी सहायता होगी... तो...??? जीत पक्की होगी। सहमत ? तो चलो कंधे से कंधा मिलाकर एकसाथ आगे बढते है।और ईश्वरी संपूर्ण सहायता द्वारा " अखंड हिंदुराष्ट्र " के अनेक सा

हिंदुराष्ट्र

 2023 में हिंदुस्थान हिंदुराष्ट्र बनेगा। तभी से हिंदुस्थान विश्व गुरू बनने की प्रक्रिया तेजी से आरंभ होगी। और2036 में संपूर्ण विश्व हिंदुमय बनेगा। एक अवतारी महापुरुष यह ईश्वरी कार्य सफल तथा संपन्न बनायेगा। सत्य सनातन की जय हो। हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

दुर्देव

 दुर्दैव एक मुसलमान पर आक्रमण होता है तो एक लाख मुसलमान एक होकर बदला लेते है... और... एक लाख हिंदुओं पर अत्याचार होनेपर भी हिंदु सोया हुवा रहता है... हुश्श... करे तो क्या करें ...??? ❓⁉ विनोदकुमार महाजन.