क्या जिंदगी भी है यारों...! ! !

क्या जिंदगी भी है यारों,
कभी रूलाती है,
कभी हँसाती है।
जादा तो रूलाती है,
कभी कभी थोडी खुशी देकर भी,
थोडाबहुत हँसाती है।
इसी का नाम जीवन है प्यारें।
जीना तो होता ही है।
कभी खुशी, कभी गम।
खुशी कम,जादा गम।
दिल में छुपाके रखते है  हम,
चेहरे पर झूटी ही सही,
हँसी हँसते है हम।
इसी का नाम जीवन है।
और हर दिन यही जीवन,
जीना ही पडता है।
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--  विनोदकुमार महाजन।

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