अप्सरा साधना।

फेसबुक पर कुछ लोग अप्सरा साधना के बारे में जानकारी दे रहे है।उनका कहना है की,सचमुच में अप्सराँएं होती है।और साधना के बाद प्रसन्न होकर साधक को इच्छीत फल देती है।और आत्मसंतुष्टी के लिए, धन-ऐश्वर्य-यश प्राप्ती के लिए अप्सराँएं सहायता करती है।क्या कोई गृहस्थी संन्यास लेता है और विचीत्र परीस्थितियों में फँस जाता है तो साधना के बाद ,क्या सचमुच में अप्सराँएं सहायभुत होती है।क्या स्वर्ग में भी अप्सराँएं देवतांओं की चिंता करती है?
क्या सचमुच में जब अर्जुन एक दिन सदेह स्वर्ग के लिए गए थे,तो एक अप्सरा ने अर्जुन से कुछ बात की थी।
अभी विदेशों में,"अप्सरा",""ट्रेंड"",
जोरों से छल रहा है।
कौन वास्तवता जानता है?मुझे इसके बारें में अधिक जानकारी चाहिए।क्योंकी इस साधना के बारें में मुझे एक पोष्ट मिली थी।
इसिलीए इस विषय पर मैं विस्तृत और सच्चाई पूर्ण लेख लिखना चाहता हुं।क्योंकी वास्तवता जानने के बाद कोई व्यक्ती भ्रमीत न हो सके और ईश्वरी रास्ता न छोड सके।
क्योंकी इसी कारणवश महान ऋषि विश्वामित्र भी भ्रमीत हो गए थे।
गायत्री उपासक तथा महान तपस्वियों को भी भ्रमीत करने की ऐसी कौनसी शक्ती भगवान ने निर्माण की है,इसपर मुझे लेख लिखने की तीव्र इच्छा है।किसीको इस विषय में अधिक कोई जानकारी है तो जरुर बताना।
ताकी ईश्वरी रास्ता कोई भ्रम की वजह से छोड न सकें।
क्या यह मायाजाल नियती ने ही बनाया है?
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--  विनोदकुमार महाजन।

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