क्या जमाना भी आ गया।

क्या कलियुगी उलटा
जमाना भी आ गया।
कौरव ही अब 
पांडवों को कौरव
कहने लगे।
शपथपत्र पर राम को
काल्पनिक कहनेवाले भी अब रामनाम
जपने लगे।
रामसेतु काल्पनिक बोलनेवाले ही अब
रामजी की पूजा
करने लगे।
मंदीरों को बुरा कहने वाले भी अब
जनेऊ पहनकर
मंदीर मंदीर भटकने लगे।
मतों की लालच में
सत्ता संपत्ति पाने के लिए, अब नौटंकी का
सहारा लेने लगे।
हे मेरे राम अब तुही
इनको बचाले।
रामराम।रामराम।
राममंदिर के विरोध में
कोर्ट में लडने वाले भी
रामभक्ति का नाटक
करने लगे।
क्या जमाना भी आ गया
उल्टा चोर ही
कोतवाल को डांटने लगे।
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--  विनोदकुमार महाजन।

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