गलतफहमियां....

जीवन में अनेक बार हम भी गलतफहमियों के शिकार तो होते ही है।
और गलतफहमियां हमेशा अती भयंकर होती है।
कभी कभार जीवन भी उध्वस्त कर देती है।
होता ये है की...
हम कभी कभी दुसरों के बहकावे में आकर गलत निर्णय ले बैठते है।
कभी कभार कोई हमें दुसरों के बारे में जानबूझकर गलत जानकारियां देता रहता है।
और हम बिना सोचे समझे ऐसे जाल में फँस जाते है-और सच्चे इंन्सान पर भी अविश्वास दिखाते है।
कभी कभी गलत अफवाहों पर हम तुरंत भरोसा करते है,और हमारा मत -विचार-सोच गलत बनाते है।
तो....?
गलतफहमियों से और अफवाहों से सदैव दूर रहकर ही जीवन गुजरना चाहिए।
गलतफहमियों से अनेक रिश्तों में दरार आती है,दूरियां बढती जाती है और रिश्ते विनावजह समाप्त हो जाते है।
ऐसी भयंकर स्थितियों में सावधान एवं सचेत रहकर निर्णय लेना,गलतफहमियों से दूर रहना ही अच्छा रहता है।
बस्स...युं ही मन में आया,और कह दिया।
हरी ओम।
---------------------------------  विनोदकुमार महाजन।

Comments

Popular posts from this blog

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र

साप आणी माणूस