**--- पैसा बोलता है।-**

पैसा बोलता है,
पैसा चलता है।
पैसा घूमता है,
भले भले का ये पैसा,
दिमाग घुमाता है।
पैसा ये कैसा?
सभी की निंद,
पैसा उडाता है।
सभी को पैसा,
नचाता है।
पैसा ये कैसा?
पैसा है तो इज्जत,
पैसा है तो नाम,
पैसों का ही काम,
दुनिया में चलता।
कलियुग का भगवान,
आन बान शान,
सबकी पहचान,
करता है पैसा।
     ★ विनोदकुमार महाजन।★

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