आत्मविश्वास..!!!

जिसके पास आत्मविश्वास का अमुल्य धन है,वह इंन्सान जीवन की हरएक लडाई जीतता ही जीतता है।हर असंभव को संभव में बदल ही देता है।नामुमकीन को भी मुमकीन में बदल देता है।नशीब को भी बदलता है आत्मविश्वास, प्रारब्ध गती को भी बदल देता है आत्मविश्वास, कर्मगती के फेरों से भी छुडाता है आत्मविश्वास।
आत्मविश्वास यह एक जबरदस्त शक्तिशाली हथीयार भी है,धन भी है।ईश्वरी वरदान भी है।
जिसको यह ईश्वरी वरदान मिल गया उसका जीवन धन्य हो गया।
मुझे तो यह अनमोल ईश्वरी वरदान मेरे सद्गुरू कृपा से मिल ही गया है।
क्या आप सभी को भी यह वरदान मिला है?
अगर हाँ,तो बहुत बढिय़ा।अगर ना तो...???
तो भी रोना नही,जीवन की लडाई कभी भी हारना नही।और खडतर तप:साधना द्वारा यह आत्मविश्वास का धन जरूर हासिल करके ही रहना।
तब देखो कडा संघर्ष भी कितना आसान होता है।संकटों के,दुखों के अनेक जहरीले सागर भी हँसते हँसते,बडे आनंद से पार करने की जबरदस्त शक्ति हमारे अंदर आ जाती है।
जिसको जीवन दुखभरा लगता है,निगेटिव शक्ति हमेशा जिसे सताती है,जो हताश-उदास रहता है,वह एक बार मुझसे जरूर संपर्क करें।
उसका पूरा जीवन ही मैं चैतन्य मय,हँसता खेलता(छोटे बच्चों जैसा)आनंदमय बनाउंगा।
हमारे अंदर ही जबरदस्त ईश्वरी तेज है,और यह तेज ही हम दुर्दैव वश भूल गए है।यही तो हमारे दुख का कारण है।
जिस दिन हमारी आत्मचेतना जगेगी, उस दिन हमारा दुख दूर भाग जायेगा।और आनंद सागर में हम डुबकियां जरूर लगायेंगे।
इसीलिए मेरे प्यारे सभी भाईयों, आत्मविश्वास से जियो,हर्षोउल्लास के साथ जियो।
अमिर हो या गरीब, मस्त होकर ईश्वरी चैतन्य से जियो।

अब तो सभी को हरी ओम बोलना ही पडेगा ना ?
तो बोलो..
हरी ओम
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आप सभी का,
विनोदकुमार महाजन।

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