नया युग??

भाईयों और बहनों आज एक नया विषय लेकर आज मैं आप सभी के सामने आ रहा हूं।"क्या हम सभी :"नये युग":की ओर सचमुच में बढ़ रहे है???"क्या यह वास्तव है?सच्चाई है?जी हां।यह बिलकुल सही है।कैसे?अपने देश पर ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व पर एक नज़र डाल कर देखा जाता है तो क्या दिखाई देता है?संपूर्ण विश्व बुराइयों के खिलाफ बहुत तेजी से एक हो रहा है।क्या यह सत्य है?बिलकुल सही 👍 है है या नहीं?आप ही बोलो।एह सभी ईश्वरी इच्छा से हो रहा है।आसुरी गुणों का जमकर विरोध हो रहा है और ईश्वरी गुणों को मानवीय मूल्यों से स्वीकार किया जा रहा है।तो क्या हम सभी नये युग की ओर यानी की सत्य युग की ओर बढ़ रहे है?जी बिल्कुल!!!दरिंदगी को,हैवानियत को त्यागकर इंसान धिरे धिरे सच्चाई,अच्छाई,ईन्सानियत और ईश्वरी सिद्धांतों की ओर बढ़ रहा है।और एही भगवा(न) का कानून है और अंतिम सत्य भी है।जय हिंद।हरी ॐ।🙏****---____विनोद कुमार महाजन।

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