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Showing posts from December, 2020

विश्व विजेता हिंदु धर्म

 आप सभी को सबूत चाहिए ना ? ये रहा सबूत। संपूर्ण विश्व में हिंदु राज्य ही था। भारतीय सनातन संस्कृति संपूर्ण विश्व में फैली हुई थी। अनेक आक्रमणकारियों ने हमारे विश्व व्यापक संस्कृति पर अनेक आक्रमण किए। मगर खुद ईश्वर निर्मीत आदर्शों को कौन मिटायेगा ? इसिलए  विश्व विजेता हिंदु धर्म था, है, और रहेगा। फिर भी आवो चले हम सभी मिलकर ऐसी महान संस्कृति का संपूर्ण विश्व में पुनर्जीवित करते है। विश्व स्वधर्म संस्थान द्वारा एक नये युग की ओर बढते है। विश्व स्वधर्म सुर्य देखे की ओर तेजीसे बढते है। नामुमकिन को भी मुमकिन में बदल देते है। पृथ्वी पर लगा पाप का कलंक मिटाते है। और हमारी विश्व व्यापक महान संस्कृति को, फिर से विश्व के कोने कोने में पहुंचाते है। भगवान के भगवे की शान दुनिया में बढाते है। हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

नया साल

" रामबाण " इलाज क्या है ?

 अनेक हिंदुओं को पुछेंगे की तुम्हें धन चाहिए या धर्म ? तो अनेक हिंदु धन चाहिए ऐसा ही कहेंगे चाहे वह भले मार्ग से हो या फिर बुरे मार्ग का हो कोई हिचकिचाहट नही होगी उपर से ऐशोआराम की मस्त जिंदगी भी चाहिए अनेक  हिंदुओं को धर्म के लिए मर मिटने वाले बहुत कम मिलेंगे उल्टा " दुसरों " को पुछेंगे की, तुम्हे धन चाहिए या धर्म ? तो वह सभी बडे आराम से कहेंगे, हमें पहले धर्म चाहिए, बाद में धन इसिलए सदियों से हम पिछे पिछे हटते जा रहे है, घटते भी जा रहा है और " वह " ( ? )धिरे धिरे संपूर्ण विश्व में तेजीसे बढते जा रहे है इसी में समस्या की वजह है और इस भयंकर बिमारी का, जड का उत्तर अभी तक कोई ढूंढ नही रहा है आप ही बताईये, ऐसी भयंकर बिमारी का आखिर इलाज भी क्या हो सकेगा ? मुमकिन हुवा तो व्हाट्सएप करना विनोदकुमार महाजन व्हाटसएप नंबर +91 9890349751

शुध्द और पवित्र आत्मा

 मैं शुध्द और पवित्र आत्मा हुं झूट और फरेब से इंन्सानों के मायावी बाजार से मैं हमेशा कोसो दूर रहता हुं विनोदकुमार महाजन

अन्नदानाचे महत्व

 *जिवंतपणी अन्नदान करा, नाहीतर मृत्यूपश्चात उपाशी राहाल;* *वाचा रामायणातील ही कथा!!* ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ एके दिवशी अगस्ती ऋषींच्या आश्रमात बंधु लक्ष्मणासह श्रीराम गेले असता, ऋषींनी त्यांचा योग्यप्रकारे आदरसत्कार केला आणि नवरत्नाचे कंकण रामास प्रेमभरे अर्पण केले. तेव्हा श्रीराम म्हणाले, 'मुनिवर्य, वास्तविक मीच तुम्हाला काही तरी अर्पण केले पाहिजे, त्याऐवजी तुम्हीच मला देत आहात.' त्यावर ऋषी म्हणाले, 'आम्हा तापसी जनांना हे रत्नकंकण काय कामाचे? तू विष्णूंचा अवतार असून अयोध्येचा राजा आहेस. तेव्हा हे कंकण तुझ्या हातातच शोभून दिसेल.' ऋषिंचे हे वाक्य ऐकताच, `हे कंकण तुम्हाला कसे प्राप्त झाले?' असा श्रीरामाने प्रश्न केला. तेव्हा ते म्हणाले, हे श्रीरामा, या माझ्या आश्रमापासून काही अंतरावर एक सरोवर आहे. तेथे मी त्रिकाल स्नानार्थ जात असतो. एके दिवशी स्नान करीत असता एकाएकी आकाशात घंटानाद होऊ लागला. मी वर पाहिले, तो एक विमान पृथ्वीवर येत असल्याचे मला दिसले. पाहता पाहता, ते विमान सरोवराजवळ येऊन थांबले.  थोडया वेळाने त्यातून एक दिव्य पुरुष बाहेर पडला. त्या पुरुषाने सरोवर

गायत्री मंत्र का प्रभाव

 *🌷अद्भुत सत्य🌷* *एक राजा ने एक ब्राह्मण को दयनीय हालत में जब भिक्षाटन करते देखा तो अपने मंत्री की ओर व्यंग्य कसकर बोले - 'मन्त्रिवर  ! ये हैं तुम्हारे ब्राह्मण ! जिन्हें ब्रह्म देवता के रुप में जाना जाता है । ये तो भिखारी हैं ।'* *मंत्री ने उस समय तो कुछ नहीं कहा । लेकिन जब राजा महल में चला गया तो मंत्री वापिस आया और ब्राह्मण से पूछा कि वह भिक्षाटन क्यों करता है ?* *ब्राह्मण ने कहा - 'मेरे पास धन, आभूषण, भूमि कुछ नहीं है और मैं ज्यादा शिक्षित भी नहीं हूँ । इसलिए परिवार के पोषण हेतू भिक्षाटन मेरी मजबूरी है ।'* *मंत्री ने पूछा - 'भिक्षाटन से दिन में कितना प्राप्त हो जाता है ?'* *ब्राह्मण ने जवाब दिया - 'छह से आठ अशर्फियाँ ।'* *मंत्री ने कहा - 'आपको यदि कुछ काम मिले तो क्या आप भिक्षा मांगना छोड़ देंगे ?'* *ब्राह्मण ने पूछा - 'मुझे क्या करना होगा ?'* *मंत्री ने कहा - 'आपको ब्रह्ममुहूर्त में स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करके प्रतिदिन 101 माला गायत्री मन्त्र का जाप करना होगा और इसके लिए आपको प्रतिदिन भेंटस्वरुप 10 अशर्फियाँ प्राप्त होंगी

भारत माझा देश आहे

 *राष्ट्रीय प्रतिज्ञा कोणी लिहिली?* - राष्ट्रीय प्रतिज्ञा कोणी लिहिली? भारतातील प्रत्येक भाषेतील , प्रत्येक पाठ्यपुस्तकाच्या पहिल्या पानावर ठळक अक्षरात राष्ट्रीय प्रतिज्ञा छापलेली असते.  - पण आजवर ती कुणी लिहिली, तेच ठाऊक नव्हते. अगदी पाठ्यपुस्तक मंडळालादेखील.  - परंतु गेल्या वर्षी या प्रतिज्ञेच्या कर्त्याचे नाव अचानक उजेडात आले. त्याची शोधकथा... देशभरातील शालेय पाठ्यपुस्तकांमध्ये सर्वत्र एकसमान प्रतिज्ञा प्रत्येक विषयाच्या पुस्तकामध्ये सुरुवातीलाच दिलेली असते.  - अनेक वर्षांपासून आपण नित्याचा परिपाठ म्हणून शाळा भरताना ही प्रतिज्ञा घेत असतो. परंतु ही प्रतिज्ञा कोणी लिहिली ? कधी लिहिली ? ती केव्हापासून देशभरातील पाठ्यपुस्तकांमध्ये आली , याची माहिती जवळपास कोणालाच दिसत नाही.  - मीही ही प्रतिज्ञा शालेय जीवनापासून म्हणत आलो.  - बालवयात पाठ्यपुस्तकातील एखादा धडा किंवा कविता वाचली की, त्या पाठाखाली किंवा धड्याखाली त्या-त्या लेखकाचे, कवीचे नाव दिलेले असते. त्यामुळे मला बालपणापासूनच पाठ्यपुस्तकातली ही प्रतिज्ञा कोणी लिहिली असेल , असा प्रश्न पडला होता.  - मला शिकविणाऱ्या प्रत्येक वर्गातील शिक्ष

विशेष कार्यक्रम का आयोजन

 विशेष कार्यक्रम का आयोजन १ जनवरी २०२० को सुबह ८ बजे बिएनएन और सिएनएन न्यूज चैनल की तरफ से ,हमारे चैनल की वैश्विक बढोत्तरी की ईश्वर को  प्रार्थना करने के लिए, छत्तीसगड के सभी पत्रकार भाई और बहनो के उपस्थिती में , छत्तीसगड राज्य ब्युरो चिफ,श्री.रविंद्र कश्यपजी के सुकमा निवास में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसके लिए सभी पत्रकार तथा बिएनएन और सिएनएन चैनल से संबंधित सभी कर्मचारी गण इन सभी की उपस्थिती अनिवार्य है। इसी समय में पूजा अर्चना संपन्न होगी।तथा सभी को प्रसाद स्वरूप भोजन का आयोजन किया जायेगा। संकल्पना : - अजयकुमार पांडेय, डायरेक्टर, बिएनएन और सिएनएन न्यूज चैनल और परिवार विनोदकुमार महाजन, नैशनल चिफ हेड, बिएनएन और सिएनएन न्यूज चैनल और परिवार

हमारा चैनल

 टिव्ही चैनल और हिंदुत्व -------------------------------------- जागतिक स्तर पर सनातन संस्कृती का अर्थात हिंदुत्व का प्रचार - प्रसार करने के लिए संपूर्ण विश्व में, शायद कोई प्रभावी टिव्ही चैनल नही है। कुछ गिने चुने चैनल इसके लिए जी जान से कोशिश कर रहे है।मगर कुछ कारणवश उनका टि.आर.पी.अपेक्षाक्रत नही बढ रहा है।अथवा हिंदुओं का अथवा सरकार का उन्हे पूरा समर्थन नही मिल रहा है। उलटा दुर्देव से देश में चल रहे अनेक टिव्ही चैनल परदेशी फंडिंग से चल रहे है जो सनातन संस्कृती को और हिंदुत्व को घातक साबित होते जा रहे है।और ऐसे बिकाऊ चैनल हिंदुत्व पर ही आघात कर रहे है।और हिंदु समाज तथा सरकार ऐसे नौटंकी बाज तथा भेडिये जैसे टिव्ही चैनलों के आगे हतबल है। ऐसी क्या मजबूरी है की,कानूनी तरीकों से ऐसे विदेशी फंडिंग से चल रहे बोगस तथा राष्ट्रद्रोही चैनलों पर सरकार अंकुश नही ला सकती है, यह बात एक जागृत तथा प्रखर राष्ट्र वादी पत्रकार के नाते मेरे समझ में नही आ रही है। इनपर प्रहार करने के लिए अब केवल सोशल मीडिया का ही शस्त्र जनता के हाथ में है।जो दिनप्रतिदिन शक्तिशाली भी बनता नजर आ रहा है। मगर फिर भी निरंकुश तथा झ

हमारा प्रेस परिवार

 बिएनएन और सिएनएन चैनल का बढता आलेख... -------------------------------------- देश विदेश के संपूर्ण सत्य प्रेमी,सभी पत्रकार जन तथा हमारे न्यूज चैनल के सभी पत्रकार भाई बहनो, बडे हर्षोल्लास से और आनंद से कहने में हमें यह खुशी हो रही है की, हमारा बिएनएन और सिएनएन न्यूज चैनल बहुत तेजी से केवल आगे ही नही बढ रहा है तो... बहुत धूमधाम मचा रहा है।सोशल मिडिया में तो संपूर्ण विश्व स्तर पर हम जबरदस्त तरीकों से छाये हूए है।जिसका फायदा भविष्य में आरंभ होनेवाले हमारे हवाई प्रक्षेपण के लिए हो जायेगा।मतलब सैटेलाईट द्वारा हमारा एअर चैनल बडी धूमधाम से आगे बढेगा। आप सभी को बताने में हमें हर्षोल्लास हो रहा है की,वैश्विक स्तर पर सत्य की रक्षा तथा सत्य की अंतीम जीत के लिए हम एक जबरदस्त निती बना रहे है।और इसकी शक्तिशाली नींव भी बनाने की कोशिश में लगातार लगे हुए है। आप सभी का प्रेम,स्नेह और संपूर्ण सहयोग द्वारा हम नामुमकीन को भी मुमकीन में बदल रहे है। वैश्विक कल्याण, समाज कल्याण, राष्ट्रोध्दार तथा राष्ट्र सर्वोपरी को देखकर हम समाज तथा राष्ट्र के लिए अनेक प्रभावी नितीयाँ बना रहे है। हमारे सभी पत्रकार बंधुओं को भ

याद रखना

 सातसौ साल का राममंदिर का प्रश्न जिसने छुडाया सत्तर साल का धारा 370 वाला मसला भी हल किया क्या फर्जी किसान आंदोलन करके तुम उस हस्ती को मिटाने की कोशिश करोगे ? मिट्टी में मिल जायोगे पक्की याद रखना मेरी बात विनोदकुमार महाजन

फर्जी किसान आंदोलन

 अरे अरे अरे,ये क्या हो रहा है सबकुछ ? देखो देखो तो सही भाईयों गरीब किसान का अमीर आंदोलन है यह, या फिर किसानों के नाम पर देश के साथ धोकाधडी हो रही है ? सच्चाई तो यह है भाईयों की, असली किसान आज भी अपनी खेती में दिनरात मेहनत कर रहा है अन्नदाता बनकर देश की भूक मिटा रहा है  तो ये नौटंकी बाज फरेबी,नकली ,अमीर किसान कौन है भाई ? जरा दिमाग को झटका तो लगा दो सच्चाई समझ में आयेगी किसानों के नाम पर ये तो देश को और किसानों को भी गुमराह कर रहे है सच्चाई जानो और जागो फर्जी किसान आंदोलन का जमकर विरोध करो काँग्रेस राज में आत्महत्या करनेवाले गरीब किसान एकाएक इतने अमीर कैसे हो गये ? और मेवा,मिष्टान्न भी बाँटने लगे ? बात तो सोचनेयोग्य है भाईयों विनोदकुमार महाजन

दोस्ती

 दोस्ती अगर करनी ही है तो परखकर किजिए प्यारे " मैं मुसिबतों में हुं दोस्त " , ऐसा झूट कह दो और तब देखो कमाल झूटे दोस्त भाग जायेंगे और कुछ गिने चुने मित्र ही साथ रहेंगे अनुभव किजिए और बताईये विनोदकुमार महाजन व्हाटसएप नं. 9890349751

रामबाण

 हिंदुओं की अती प्राचीन संस्कृती है इसिलिए आज भी अनेक हिंदु अनेक सिध्दियाँ प्राप्त करके समाज में गुप्त रूप से रहते है इसिलिए हिंदुत्व को समाप्त करने की भाषा बोलनेवाले अनेक जहरीले साँप शक्तिशाली बनकर आगे आते है और नामशेष हो जाते है इतिहास साक्षी है हाँ,यह बात तो पक्की है की कुछ नमकहराम,बेईमान, सत्ता और संपत्ती के लालची जयचंद हिंदुओं की वजह से आज धर्म हानी भयंकर हो गई है धर्म ग्रंथों में इसका भी अचूक और, " रामबाण " उत्तर है आज ? समय का इंतजार हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

किसान

 ये कैसा किसान आंदोलन है भाई ? असली और गरीब किसान दिनरात खेतों में काम कर रहा है और नकली किसान बडे बडे ट्रेक्टर लेकर रास्ता जाम कर रहा है क्या कभी अन्नदाता किसान लोगों की परेशानियां बढा सकता है ? सोचनिय बात विनोदकुमार महाजन

ब्यापारी

 मैं आप सभी का दुखदर्द खरिदनेवाला और सुख बाँटनेवाला सबसे बडा आनंदी ब्यापारी हुं आप सभी का दुखदर्द मुझे दिजिए बदले में अनेक सुख लिजिए हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

खूश रहो

 लोग कहते है खूश रहो मगर जब खूश रहता हुं तब यही लोग बेहद जलते भी है और भयंकर नफरत भी करते है कमाल की दुनियादारी है दोस्तों विनोदकुमार महाजन

आज्ञाधारक पत्नी

 आज्ञाधारक पत्नी पत्नी हमेशा आज्ञाधारक होनी चाहिए अगर पत्नी आज्ञाधारक की बजाए आज्ञा देनेवाली होगी तब जीवन का सत्यानाश हुवा ऐसा ही समझिये विनोदकुमार महाजन

मेरे हिंदु भाईयों

 मेरे प्यारे हिंदु भाईयों अगर मजबूर और लाचार होकर दया की भीक माँगोगे तो निश्चित रूप से ठोकरे,बेईज्जत और अध:पतन ही होगा मगर शक्तिशाली और संगठीत बनकर राक्षसी शक्तियों पर जमकर प्रहार करोगे तो ही अस्तीत्व बचेगा और स्वाभिमान भी बचेगा और धर्म भी बचेगा आप को क्या बनना है ? लाचार या शक्तिमान ? जैसा सोचेंगे वैसा ही बनेंगे विनोदकुमार महाजन

सबसे अमीर

 सबसे अमीर मैं दुनिया का सबसे बडा अमीर आदमी हुं क्योंकि मेरे सद्गुरु आण्णा के चरणों के सामने दुनिया का सारा राजऐश्वर्य अथवा सभी स्वर्गीय सुख भी शून्य है और ठीक इसी प्रकार से दुनिया का सारा दुख.अथवा संपूर्ण जहर भी मेरे सद्गुरु आण्णा के चरणों के सामने शून्य है ऐसे मेरे महान सद्गुरु आण्णा का स्वर्गीय, दिव्य, पवित्र, ईश्वरी प्रेम मुझे जनम जनम से मिलता आया है ऐसा भाग्य शायद सौ करोड़ में से किसी एक को ही मिल सकेगा मेरा जन्म धन्य हो गया हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

सभी पर दिव्य प्रेम करनेपर भी जब आपके लिए रोनेवाला, इंतजार करनेवाला, रोनेवाला, दिल देनेवाला, मर मिटनेवाला इस संपूर्ण धरती पर नही मिलता है,तब समझ लेना की, तुम ईश्वर के काफी नजदीक ही नही तो,ईश्वर के ह्रदय में चौबिसों घंटे रहते हो,और ईश्वर तुम्हारी दिनरात चिंता करता है,और हर भयंकर मुसिबतों में सहायता करता है और शक्ति भी देता है अनुभव करके तो देखो हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

 सभी पर दिव्य प्रेम करनेपर भी जब आपके लिए रोनेवाला, इंतजार करनेवाला, रोनेवाला, दिल देनेवाला, मर मिटनेवाला इस संपूर्ण धरती पर नही मिलता है,तब समझ लेना की, तुम ईश्वर के काफी नजदीक ही नही तो,ईश्वर के ह्रदय में चौबिसों घंटे रहते हो,और ईश्वर तुम्हारी दिनरात चिंता करता है,और हर भयंकर मुसिबतों में सहायता करता है और शक्ति भी देता है अनुभव करके तो देखो हरी ओम् विनोदकुमार महाजन