सौ बार सोचो
सौ बार सोचो... -------------------------- हमारे प्यारे हिंदुस्तान में रहनेवाले सभी धर्मीय भाईयों, एक बार नहीं सौ बार सोचो और फैसला लो। मेरे , आप सभी के पूर्वज अगर हिंदुही थे...रामभक्त ही थे... तो मतलब साफ है.... हम सब हिंदुही है। तो व्यर्थ का झगड़ा, नफरत क्यों ? राम से नफरत, हिंदुओं से नफरत मतलब साफ है.... खुद से नफरत। खुद के पूर्वजों से नफरत। और यह सब सरासर गलत है। तो.....??? मैं आप सभी को जाहिर आवाहन करता हुं की, आ जावो साथियों सनातन धर्म में वापिस। हिंदु धर्म में वापिस। हमारे घर में वापिस। इसीसे ही सबका कल्याण है। हमारे देश की आन - बान - शान है। जोर से बोलो एकसाथ, हम सब हिंदु है। और सभी हिंदु एक ही है। एक ही ईश्वर की सब संतान। हरी ओम् ------------------------------ विनोदकुमार महाजन