*मोदिजी ,योगीजी मैं बेचैन हूं ,* *अस्वस्थ हूं , परेशान हूं !!* ✍️ २५०९ 😭😭😭😭😭😭😭 मोदिजी , योगीजी सचमुच मे मैं आज बहुत ही दुखी हूं , परेशान हूं , बेचैन हूं , अस्वस्थ भी हूं ! मेरे वैयक्तिक समस्याओं के कारण , मेरे निजी समस्याओं के कारण मैं दुखी नही हूं ! बल्की देश का बढता भयंकर अराजक , आक्रमणकारीयों की बढती शक्ती , राष्ट्रविघातक शक्तियों का तेजीसे बढता सामर्थ्य देखकर मैं दिनरात चिंतीत हूं , व्यथीत हूं ! और लगभग सभी राष्ट्रप्रेमीयों की भी यही स्थिति है ! मोदिजी ,योगीजी तेजीसे , आग की तरह चारों ओर बढता हुवा अराजक हटाईये देश बचाईये ! सज्जन शक्ती बचाईये , संभ्यता ,संस्कृती ,शालीनता , मानवता , ईश्वरी सिध्दांत , गौमाता बचाईये ! सनातन संस्कृति बचाईये ! हैवानों की रणनीति भयंकर तगडी और शक्तिशाली बनती जा रही है ! संपूर्ण देश से ही और संपूर्ण धरती से ही उन्हें सभ्यता , सत्य हटाना है ! और हमारा समाज गहरी नींद में है ! इसिलिए अब आखिरी आस आप ही हो ! कुछ तो भी किजिए , आत्मा भयानकता देखकर तडप रही है ! एक छोटासा इस्त्राएल ,उनके छोटेसे हमले के बाद ,गाजापट्टी का नामोनिशान ही मिटा देता है ! कितनी जबरद