मेरे प्यारे हिंदु भाईयों...।
मेरे प्यारे सभी हिंदु भाईयों...। -----------------------------–------- संपूर्ण विश्व में फैले हुए, देशविदेश के मेरे प्यारे सभी हिंदु भाईयों, ईश्वर को पूजनेवाले, अनेक मत - पथ - पंथो में,अनेक जाती - जनजातीयों में,मनभेद - मतभेद वाले भाईयों, अनेक राजकीय पार्टीयों में बिखरे हुए मेरे भाईयों, संस्कृती पूजक,मानवताप्रेमी,गौमाता प्रेमी,माता भारती तथा माता धरती प्रेमी,सण - उत्सवों को बडे धूम धाम से मनाने वाले.... मेरे प्यारे प्यारे सभी भाईयों, धर्म रक्षा,संस्कृती रक्षा,मानवता की रक्षा,मंदिरों की रक्षा,आदर्श सिद्धातों की रक्षा,कुदरत तथा ईश्वरी कानून की रक्षा,पेड - जंगलों की रक्षा... के लिए.... सभी मनभेद - मतभेद, सभी राजकीय मतभेद, सत्ता - संपत्ती का मोह, धन - वैभव का मोह, छोडकर, संगठीत बनो। हमारा आदर्श ईश्वरी सिध्दांतों पर आधारित चलनेवाला, मानवतावादी धर्म आज राष्ट्रविघातक तथा अराजकतावादी,धर्मद्रोही, हाहाकारी,राक्षसी शक्तियों द्धारा, बडी चालाकी से तथा कुटिल निती द्वारा घेरा जा रहा है।सदियों से यह सिलसिला चलता आ रहा है। आक्रमणकारी, लुटेरे, अत्याचारी, क्रूर तथा हिंसक राष्ट्र द्रोही बडी चालाकी से हमें