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Showing posts from August, 2025

आक्रमणकारी

 आक्रमणकारी ⁉यांची अचूक नस ओळखून त्याच्यावर अचूक प्रहार करणे , हेच सत्याच्या विजयाचे गणित आहे. विनोदकुमार महाजन

श्रीकृष्ण

 श्रीकृष्णाने व शिवाजी महाराजांनी दबा धरून बसलेले साप ❓वेळीच  ठेचले , म्हणून धर्म कार्यामध्ये त्यांना उत्तुंग यश मिळाले. विनोदकुमार महाजन

हिमतीने लढने

 *हिमतीने जगणे....*  ✍️२६९४ सततचे अपयश , आजारपण , आर्थिक समस्या , अनाथपण , शत्रूपीडा , सामाजिक छळवाद , हे जवळजवळ प्रत्येकाच्या जीवनात घडतंच असतं . बराच वेळ आणी बरंचसं आयुष्य सुध्दा जवळ जवळ यातचं व्यर्थ जातं. तरीसुद्धा अथक प्रयत्न , धैर्य , संयम , ईश्वरी उपासना , विविध साधना याद्वारे वरील सर्व भयंकर विपरीत बाबिंवर सुध्दा विजय मिळवून आपलं इच्छित कार्य साध्य करता येत , हे अनेक महापुरूषांनी सिध्द करून दाखवलं आहे. कदाचित पुढचा काळ , तुम्हाला जे पाहिजे ते सर्वच साध्य होणारा असेल ,म्हणून सतत हिमतीने लढत राहीलं पाहिजे. हर हर महादेव.  *विनोदकुमार महाजन*

एक सवाल

 *पूछ ले मन को एक सवाल !*  ✍️२६९३ ❓⁉❓⁉❓ अरबों रूपये कमाएं ? मगर ? ईश्वर का , सनातन धर्म का , हिंदू धर्म का , मानवता का शून्य कार्य किया तो ?  वह अरबों रूपये किस काम के ? पूछ ले अपने मन को सवाल !  उल्टा एक टूटीफूटी झोपडी में रहकर भी , दालरोटी खाकर भी ? निरंतर परमात्मा का कार्य किया ? यही असली मानवी जीवन है !  पूछ ले मन को सवाल ? पैदा हुवा और किडेमकौडे जैसा निरर्थक जीवन जीकर मर भी गया ? क्या यहीं मानवी जीवन है ? पूछ ले अपने मन को सवाल ! ईश्वर निर्मित वैदिक सत्य सनातन हिंदू धर्म की जय हो ! गंगामाता , गौमाता , गीतामाता , तुलसीमाता ,  लक्ष्मीमाता की त्रीवार जयजयकार हो ! 🕉🚩🕉🚩🕉  *विनोदकुमार महाजन*

ह्रदयशून्य

 ग्रहदशा के कारण तुम तडप तडपकर परेशान होते हो , ऐसे समय में तुम्हें आधार देने के बजाए , तुम्हारे मन पर गहरी चोट करते है , ऐसे ह्रदयशून्य व्यक्ती का जीवन भर के लिए , कभी भी , मूंह तक मत देखिए ! अन्यथा ऐसे ही ह्रदयशून्य लोग तुम्हे आजीवन लाचार बनायेंगे ! विनोदकुमार महाजन

जग

 जग जिंकण्याची चाबी :- कितीही मनाविरुद्ध , विपरीत घडलं तरी मन शांत ठेवा. विनोदकुमार महाजन

छळवाद

 मानसिक छळवाद फार महाभयंकर असतो.त्यामुळे असा छळवाद होणारा व्यक्ती दररोजच मरत असतो. विनोदकुमार महाजन

प्रेम

 खरं प्रेम काय म्हणतं ? " तुला एकट्याला दु:खात अन् त्रासात सोडून मी कसा जावू ?  तुझा सगळा त्रास , दु:ख मला दे "  तर नाटकी प्रेम काय म्हणतं ?  " तूझा सगळा माल मला दे " विनोदकुमार महाजन

दोस्ती इम्तिहान लेती है

 *एक सच्चा दोस्त चाहिए ?* ✍️ २६९२ 👍👍👍👍👍 दोस्त.... दिल की गहराई का सच्चा रीश्ता ! सुखदुख बाँटने का सही ठिकाना ! मगर ? इसके लिए दोस्त चाहिए पक्का , सच्चा , नेक और निष्पाप प्रेम करनेवाला ! क्या आज के जमाने में मिलेगा ऐसा दोस्त ? जो दिल की गहरी जख्म का भी सहारा बन सके !? एक पुरानी कहावत है... जो मेरे दादाजी मुझे हमेशा कहते थे.... " आँस का बाप.... निरास की माँ.... होते की बहन.... जोरू साथ.... पैसा गाँठ.... और....? निदान का दोस्त ! " इसका विस्तार से अर्थ तो किसी अगले लेख में लिखुंगा ! मगर.... " निदान का दोस्त ! " इसपर आज गहराई से लिखुंगा ! हर एक को दोस्त चाहिए ! एक सच्चा साथी ! सुखदुख में साथ रहनेवाला ! हर समय सच्ची सलाह देनेवाला ! सदैव निष्पाप प्रेम करनेवाला ! तुमको , मुझको ...सबको ! अगर मुसिबतों के क्षणों में हमारा सबकुछ बरबाद हो गया तो भी ? ऐसे संकट की घडी में , मुश्किल समय में , बडे विश्वास के साथ , बडे प्रेम से हमारे कंधे पर हाथ रखकर कह सके.... " दोस्त.... भलेही तेरा सबकुछ जलकर राख हो गया हो.... मगर फिर भी तु जींदा है ना ? बस्स् और चाहिए ही क्या ? फिरसे नई ...

अनाकलनीय

 सुभाषचंद्र बोस की मृत्यु ? लालबहादुर शास्त्री की मृत्यु ? शामाप्रसाद मुखर्जी की मृत्यु ? ऐसे भी अनेक अनाकलनीय घटनाओं की जाँच कब होगी ? और सत्य बाहर कब आयेगा ? पूछता है भारत ??? विनोदकुमार महाजन

भाजपा

 संपूर्ण आर्थिक विकास , अच्छा जीवन , सुखी जीवन के लिए पैसा , और अच्छे संस्कार , अच्छे विचार ? कौन दे सकता है साथीयों ? देशवासियों ? केवल और केवल ?? भाजपा ! भाजपा !! और भाजपा !!! कमल का फूल ? हटायेगा ? जीवन की धूल !! जय श्रीराम !!! विनोदकुमार महाजन

सैध्दांतिक जीवन

 श्रीकृष्ण निती ! ✍️ २६९१ किसी उत्सव में उपस्थीत रहकर कुछ लोगों द्वारा अपमानित होने से , अपनी बेईज्ज़ती करवाने से बेहतर होगा ? अनुपस्थित रहकर अपनी ईज्जत बढाना और स्वाभिमान से रहना ! श्रीकृष्ण ने एकबार कोई गांव , नगर , व्यक्ति छोडने के बाद वापिस वहाँ जाने की , अथवा उस व्यक्ति को अपनाने की ,  कोशिश नहीं की !  सबसे प्रीय साक्षात राधा को भी जीवन में कभी भी मूडकर भगवान श्रीकृष्ण नहीं मिले! मोदिजी भी इसका उदाहरण है ! जबतक माँ थी तबतक आनाजाना था ! माँ गई ? सबकुछ खतम् ? रिश्तेनातों को त्याग दिया ! समाज और देश के लिए खुद की पत्नी को भी त्याग दिया ! कितना श्रेष्ठत्व ! कितना बड़ा बैराग्य ? योगी आदित्यनाथ जी ने भी देशहित के लिए सदा के लिए रिश्तेनातों को छोड़ दिया ! क्यों ? क्योंकि एकबार जो बात मन से , आत्मा से निकाल दी है उसे दुबारा प्राप्त करने की कोशिश भी नहीं करनी चाहिए ! चाहे कितना भी लाभ हो अथवा हानि ? यही सैध्दांतिक जीवन होता है ! यही होता है स्वाभीमानी जीवन ! यही होता है असली ईश्वरीय जीवन ! यही होता है सच्चे महापुरुषों का जीवन ! " पारसमणि " जय श्रीकृष्णा !! विनोदकुमार महाजन

मेरे कृष्णा

 मेरे श्रीकृष्णा तूने ये क्या किया ? सबसे प्रीय राधा भी तेरी ना हो सकी ? कौरव वंश का भी सर्वनाश किया ? और ? तेरे ही यदुवंश का नाश भी देखना पडा ? खुद के मामा का भी वध करना पडा ? जन्म लेने से लेकर देहत्याग तक संपूर्ण जीवन ही भयंकर संघर्ष मय तथा दुःखदायक रहा ? फिर भी तु कर्मयोगी और योगेश्वर भगवान ही रहा ? अनेक लांछन तुझपर लगे ? फिर भी हंसते हंसते तूने सारा जहर भी पिकर हजम किया ? मेरे कृष्णा तूने ये क्या किया ? धर्म पुनर्स्थापना के लिये हात में शस्त्र न लेकर भी तु सभी का भागीदार बना ? मेरे श्रीकृष्णा  तेरे आदर्श रास्तों पर चलना सचमुच में कितना भयंकर पिडादायक होता है ??? मेरे कृष्णा  उत्तर तो देना ही पडेगा ! जय श्रीकृष्ण  विनोदकुमार महाजन

साँपों से भी भयंकर दुर्जन ?

 *ग्रहदशा....???*  ✍️ २६९० 💥☄️🔥🔥🔥 हर एक मनुष्य के जीवन में ग्रहदशा तो आती ही है ! ग्रहदशा मतलब मुसिबतों का दौर ! जीवन का भयंकर कठिन प्रसंग ! भयंकर अग्निपरीक्षा , सत्वपरीक्षा का प्रसंग ! और कहे तो बदनामी का भी प्रसंग ! विनावजह कि भयंकर बदनामियों का दुखद प्रसंग ! आर्थिक परेशानियां , अनेक बिमारियां , घरेलू विवाद ,  सामाजिक सौहार्द तो दूर , सामाजिक भयंकर परेशानियों का भयंकर दौर ! जीवन का भयंकर विचित्र प्रसंग ! उसमें भी शनि , राहू ,केतू , मंगल जैसे भयंकर पापग्रहों का विचित्र संयोग अथवा अनेक बार , कालसर्प योग की भयंकर दर्दनाक पीडा देता रहता है ! निरंतर ! सबकुछ असह्य जीवन ! और असह्य जीवन से छूटकारा पाने का अथक और निरंतर प्रयास ! क्या सचमुच में हमारे जीवन में ग्रहों का प्रभाव होता है ? जी हाँ बिल्कुल ! यह कोई थोतांड , अंधश्रध्दा या कविकल्पना नहीं होती है बल्कि जीवन का वास्तव होता है ! एक कटुसत्य ! क्या दूर अंतरीक्ष में उपस्थित ग्रह हमारे जीवन में प्रभाव निर्माण कर सकते है ? जी हाँ ! कैसे ? जैसे चंद्रमा का और पृथ्वी का गुरूत्वाकर्षण का गहरा संबंध होता है , ठीक ऐसा ही प्रभाव हम...

बुरे लोग

 *जब बुरे लोग तुम्हें पिडा देते* है *....तो ??*  👆✍️२६८९ 🕉🕉🕉🕉🕉 जब... बुरे लोग तुम्हें पिडा देते है , भयंकर तकलिफ देते है तो ? हो सके तो मौन रहिए , शांत रहिए , स्तितप्रज्ञ बनिए ! बहुत ही असह्य हो रहा है तो ?  ईश्वरी चींतन किजिए , गुरूमंत्र का जाप कीजिए ! हो सकता है तुमपर जलनेवाले , तुम्हें पिडा , तकलीफ देनेवाले तुम्हारे सारे दुखदर्द ,पीडा उनकी तरफ खिंच रहे होंगे ! तुम्हारी ग्रहदशा , तुम्हारी साडेसाती उनकी तरफ ले रहे होंगे ? मतलब साफ है... तुम दुखमुक्त हो रहे हों ,और पीडा देनेवाला घोर मुसिबतों में फँसता जा रहा हो ? शायद तुम्हें और जादा शक्तिशाली बनाने के लिए , फौलाद बनाने के लिए , ईश्वर ही , नियती ही ऐसी कुछ अदृश्य योजना बना रहे हो ? इसीलिए शांत और मौन रहिए ! क्योंकि अनेक बार शांति और मौन यश की ओर ले जाता है ! उसी शांति में भविष्य कालीन अनेक यशस्वी योजनाओं को भी बनाते रहिए ! ( शत्रुपिडा नाश ) याद रखिए.... ठंडा दिमाग यश की चाबी है ! इसिलिए अगर तुम्हें जानबूझकर अपमानित कर रहा है तो भी ? शांत रहीए ! पिडा देनेवालों के बुरे दिन आनेवाले है ऐसा समझीये ! और जो जानबूझकर और बार...

तक्षक

 जब नियती किसी कोमल व्यक्ती को क्रूर बनाती है तब नियती की जरूर कुछ महत्वपूर्ण योजना होती है ! इतिहास में तक्षक इसका उत्तर है !! विनोदकुमार महाजन

Netaynahu

 For world revolution I want your corporation . Israel is a very important country for world revolution and peace. International journalist , Vinodkumar Mahajan ( India ) My whatsapp number  8329894106 I want to meet to Netanyahu sir for this subject. Go ahead. Great God is with you. Best of luck and best wishes to all Israel.

ईश्वर

 तुम्हारा भाग्य बदलने के लिए स्वयं ईश्वर तुम्हारे दरवाजे पर रूप बदलकर आ जाता है , मगर अगर वही ईश्वर रूठकर वापिस चला जाता है तो ? लौटकर वापिस कभी भी नहीं आता है ! रामकृष्णहरी !! विनोदकुमार महाजन

राधेकृष्ण

 राधेचं कृष्णावर अजरामर प्रेम होतं , तर कृष्णाचंही राधेवर अजरामर प्रेम होतं . खरंच ? असं निरपेक्ष प्रेम आता दुर्मिळ आहे ?? जय राधेकृष्ण !! विनोदकुमार महाजन

मित्र

 आपला दररोजचा एक मेसेज मला खूप प्रेरणा देतो. माझ्यावर प्रेम करणा-या व मला न चुकता दररोज मेसेज पाठवणा-या सगळ्या मित्रांचे मनापासून आभार. असेच प्रेम  निरंतर रहावे. हरी ओम् 🙏🙏🕉🚩 विनोदकुमार महाजन

देवता

 मी देवतांच्या संगतीत राहतो अशी मनाची जेंव्हा धारणा होते , तेंव्हा सगळे दु:ख पळून जाते व सुखाच्या सागराचा शोध लागतो. आनंदाचे डोही आनंद तरंग मी अनादी , मी अनंत . पांडूरंग हरी . विनोदकुमार महाजन

साप

 साप हा नेहमी धोकादायक असतो , तो कधिही डसू शकतो , म्हणून त्याच्याआसून नेहमी , चोविस तास सावधान रहायला पाहिजे. दुष्ट माणसे ही अशीच सापासारखी असतात.ते कधिही आपले आयुष्य ऊध्दवस्त करू शकतात. त्यामुळे दुष्टापासुन सुध्दा नेहमी , चोविस तास , सतत सावधान व दूरच राहिले पाहिजे. जय नागनाथ.  जय सापनाथ. विनोदकुमार महाजन

दैवी शक्ति

 अगर हमारे पास दैवी शक्तियां है तो ? चाहे कितने भी बडे हैवान हमें नेस्तनाबूद करने के लिए आयेंगे , वह खुद ही नेस्तनाबुद हो जायेंगे !  हर हर महादेव !! जय कालभैरवनाथ !!! विनोदकुमार महाजन

दुष्ट

 साँपों पर चाहे कितना भी प्रेम करो , वह तो डसेगा ही ठीक ऐसे ही , दुष्टोंपर चाहे कितना भी प्रेम करो वह तो धोखा ही देगा ! जय श्रीराम !! विनोदकुमार महाजन