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Showing posts from July, 2021

मन की उदासीनता कैसे दूर करें ?

 निगेटिव एनर्जी को पोझिटिव एनर्जी में .... कैसे बदले...??? ------------------------------ निगेटिव एनर्जी !!! बहुत ही भयंकर और खतरनाक समस्या। ऐसे भयंकर बिमारी से,भयंकर शक्ती से जो भी ग्रस्त है... उसी घर में या फिर समाज में भी भयंकर यातनाएं तथा पिडाएं पैदा होती है। इसिसे ही उसी घर में,समाज में नैराश्य फैल जाता है... और नैराश्य का हल युं ही नही मिलता है। बिमारी, कर्जा,झगडा,आपसी कलह,कौटुंबिक कलह,गलतफहमीयाँ,व्यसनाधीनता ऐसे अनेक प्रकारों से निगेटिव एनर्जी उत्पन्न होती है। तो....ऐसे निगेटिव एनर्जी को क्या सचमुच में पोझिटिव एनर्जी में बदला जाता है? जी हाँ,बिल्कुल। कैसे...??? (१)निगेटिव सोच रखनेवालों से दूरी रखे। (२)ईश्वरी चिंतन करे। (३)पोझिटिव सोच रखने वालों से दोस्ती बढायें। (४)जप जाप्य,गुरूमंत्र का जाप करें। (६)मठ-मंदिरों में,जंगलों में जाने से भी निगेटिव शक्तीकम होती है,और पोझिटिव शक्ती बढ जाती है। (७)हमेशा विनावजह के झगड़े करनेवालों से सदा दूर रहे। (८)देवी देवताओं पर विश्वास न करनेवालों से दूर रहे। (९)धर्म ग्रंथों का पारायण करें।धार्मिक किताबों का पठन करें। (१०)शौर्यकथाओं का पठन करें। (११)य

मतलब की दुनिया

 तुम्हारी सिढी बनाकर कुछ लोग उपर जायेंगे ! बाद में तुम्हे निचे धकेलकर तमाशा देखेंगे ! अथवा तुम्हारे ह्रदय पर भी नाचेंगे ! " मतलब की दुनिया से बचके रहना रे बाबा ! " इसीलिए पूरानी कहावत है " लाखों में एक ही दोस्त, तुम्हें सच्चा मिलेगा ! तुम्हें उपर ले जायेगा ! और दोस्ती का वादा भी निभाएगा ! " हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

कालभैरवनाथ

 मुझे निगलने को आनेवाला काल मैंने मेरे सद्गुरू कृपा से निगल लिया है ! अब मेरा भी " काल..." आरंभ हो चुका है ! क्योंकि प्रत्यक्ष कालों  का भी काल, " कालभैरवनाथ " चौबिसों घंटे मेरे साथ है तो " मायावी दुनिया " से डरने की क्या बात है ? विनोदकुमार महाजन

सबसे बडा रूपैया

 ना बाप बडा ना भैया सबसे बडा रूपैया ! यही दुनिया का दस्तुर है प्यारे ! बचके रहना रे बाबा बचके रहना रे ! ऐसी मायावी दुनिया से बचके रहना रे ! विनोदकुमार महाजन

रामकृष्णहरी

 दहा तोळ्याच सोन्याचं लाँकेट घालण्यापेक्षा गळ्यात तुळशीची माळ घालून तर बघ, अन् हैलो हाय म्हणण्यापेक्षा मुखाने रामकृष्णहरी  म्हणून तर बघ, आख्ख जीवनचं सोन्यासारखं छानछान होवून जाईल गड्या... विनोदकुमार महाजन

व्यूहरचना

 व्यूहरचना ही ऐसी बनाईये की कोई कैसा भी बाण चलायें उसीपर ही उल्टा चला जाए अंदर का ईश्वरी तेज इतना जागृत और प्रबल बनाईये की सामने कितना भी भयंकर आसुरी शक्तिशाली राक्षस खडा हो जाये,वह राक्षस भी तुरंत जलकर भस्म हो जाये विनोदकुमार महाजन

ब्रम्हास्त्र कौन चलायेगा ?

 बिना समय गँवायें अब... ब्रम्हास्त्र चलाना होगा, तभी हिंदु धर्म, सत्य, मानवता और ईश्वरी  कानून बचेगा...अन्यथा...❓❓❓⁉ भयंकर, भयानक षडयंत्र संपूर्ण तबाही मचा देगा बोलो,कौन और कब चलायेगा ब्रम्हास्त्र ??? विनोदकुमार महाजन

किसी को कभी भी अपमानित मत करो

 जो दुसरों को संन्मानीत करता है, ईश्वर उसको संन्मानीत करता है। जो दुसरों को अपमानित करता है, ईश्वर उसको अपमानित करता है। इसिलिए साथीयों, कभी किसी को संन्मानीत करों या ना करों, मगर एक बात पक्की ध्यान में रखिए की, कभी भी किसी को अपमानित मत करो। क्योंकी ईश्वर का और कुदरत का न्याय भी , जैसे को तैसा ही होता है। जब दुसरों को विनावजह से पिडा देते हो,अपमानित करते हो,दुख देते हो, तो ईश्वरी न्याय के अनुसार वह आपके तरफ ही एक दिन लौटकर आनेवाला ही है। इसिलिए सदैव दुसरों को संन्मानीत करो और ईश्वरीय आनंद का अनुभव करों। हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

श्रीकृष्णा, तुला काय बोलू रे बाबा ?

 श्रीकृष्णा, तुझ्यावर  दिव्य व खरं प्रेम करून काय उपयोग रे बाबा ? तु कधी मांडिवर घेत नाहिस. मायेने कधी पाठीवरून हातही फिरवत नाहिस. अन् मी मात्र रात्रंदिवस तुला टाहो फोडून हाक मारतोय. बरं,माझं जावू दे बाबा. नुसताच बासरी वाजवत उभा राहु नकोस. तुझ्या गाई बिनदिक्कत पणे कापल्या जातायत. जरा त्याकडेही लक्ष दे. अन् सैतानांचा सर्वनाश कर. एवढा कठोर पाषाण ह्रदयी होऊ नकोस बाबा. विनोदकुमार महाजन.

नागमंत्र

 ■■■  *नागमंत्र* ■■■    *श्रीआस्तीक मुनि की आन* *जरत्कारुर्जगद्गौरी*           *मनसा  सिद्धयोगिनी* *वैष्णवी नागभामिनी*           *शैवी  नागेश्वरी  तथा* *जरत्कारुप्रियाsस्तीक*         *माता    विषहरेति   च* *महाज्ञानयुता    चैव*         *सा   देवी   विश्वपूजिता* *द्वादशैतानि  नामानि*         *पूजाकाले  तु  यः पठेत्* *तस्य  नागभयं  नास्ति*          *तस्य    वंशोद्भवस्य  च*

संजीवन समाधी

 माझा, आळंदीमधील , समाधीविवराचा अनुभव बारा वर्षे पंढरपूर येथे कठोर तपश्चर्या केल्यानंतर पांडुरंगाच्या इच्छेने मी आळंदी येथे आलो.व आळंदी येथे पुन्हा बारा वर्षे कठोर तपश्चर्या केली.तपश्चर्ये दरम्यान अनेक ईश्वरी साक्षात्कार, दर्शन, दृष्टांत झाले. रामदास स्वामी, कल्याण स्वामी,गजानन महाराज, काळभैरवनाथ,खंडोबा, हनुमान, ज्वाला नारसिंव्ह,महालक्ष्मी,सद्गुरु आण्णासह गुरु दत्तात्रेय अशी अनेक देवतांची व सिध्द पुरूषांची कृपा झाली.  चोवीस वर्षामध्ये एकूण अठरा कोटी वेगवेगळ्या मंत्राचा जप पूर्ण केला.यात गायत्री मंत्राचा सहा कोटी जप पूर्ण झाला. आळंदी येथील ज्ञानेश्वर माऊलींच्या संजीवन समाधी व समाधीविवराचा मलाही अनुभव आला. मी वारंवार माऊलीकडे, पसायदान मधील, " विश्व - स्वधर्म - सुर्ये - पाहो " याबद्दल ज्ञानेश्वर माऊलीकडे विचारणा करत होतो. मला तीथे समाधीविवरामध्ये एका अदृष्य शक्तीने नेले.व तिथे एक कसलीतरी अद्भूत वेल होती.त्या वेलीचे भलेमोठे एक फळ तोडून कोणीतरी माझ्या हातात दिले. हा अनुभव पंढरपुर येथे मी वास्तव्यास असताना आला होता.व आश्चर्य म्हणजे थोड्याच दिवसात आश्चर्य कारक पणे माझे आळंदी येथे ये

अपमान

 ...  अपमान  ... ------------------------------- अगर किसीने हमारा जानबूझकर अपमान किया तो हमारे अंदर आग सी लग जाती है।अपमान सहा नही जाता है।इसीलिए अपमान का भयंकर जहर हजम करने के लिए अपनी आत्मा में जबरदस्त शक्ती चाहिए। जिसका अपमान किया गया है वह व्यक्ति प्रतिशोध की आग में धधकती रहती है,और वक्त मिलते ही अपमान करनेवालों.का प्रतिशोध लेकर मन को ठंडक दी जाती है। अपमान का प्रतिशोध लेना यह केवल मनुष्यों में ही नही तो अन्य अनेक सजीव प्राणियों में भी देखा जाता है। मगर... जिसे जीवन की लडाई जीतनी ही है,उसे ठंडे दिमाग से अपमान का जहर हजम करके आगे जाना पडता है। नही तो मंजिल तक पहुंचने में अनेक बाधाएं उत्पन्न हो सकती है।और प्रतिशोध की अग्नि में तडपते हुए हमारी मंजिल भी हाथों से छूट सकती है। अगर अपमान करनेवाले का प्रतिशोध लेना ही है तो बहुत बडा नाम कमाकर भी ले सकते हो।और हमारी श्रेष्ठता, योग्यता तथा अपमान करनेवाले की औकात,झिरो लायकी भी दिखा सकते हो। अपमान यह एक भयंकर जहर के समान होता है। विषेषतः यह जहर कलियुग में दुष्टों के कंठों में सदैव रहता है।कोई सज्जन सामने आये,या किसिकी प्रगति हो रही हो तो दुष्ट

न्यूज चैनल के लिए

 *समाज जागृति अभियान के लिए बिएनएन और सिएनएन की तरफ से इमर्जेंसी अलर्ट* हमारे बीएनएन न्यूज चैनल व सीएनएन न्यूज चैनल भारत सरकार द्वारा पंजीकृत है।जिसका रजिस्टर्ड  नं है,  बीएनएन न्यूज प्राइवेट लिमिटेड की कॉर्पोरेट पहचान संख्या (CIN) U22300CT2019PTC009616 है और इसकी पंजीकरण संख्या 9616 है... और ... सीएनएनशिवगंगा ब्रॉडकास्टिंग प्राइवेट लिमिटेड की कॉर्पोरेट पहचान संख्या (सीआईएन) U22219CT2019PTC009780 है...  बीएनएन और सीएनएन न्यूज चैनल के द्वारा जितने भी फोन कॉलस् से  हम जो बात करते हैं वह रिकॉर्डेड  है । टाटा टेलीकॉम के द्वारा प्रतिदिन कॉल रिकॉर्ड कर वेरीफाई किया जा रहा है।  टाटा टेलीकॉम सेंटर  बीएनएन सीएनएन न्यूज का हमारे टोल  फ्री नंबर का जितने भी वाईस काँल आते है ,वह सभी रिकॉर्डेड  है। हमारे चैनल से संबंधित किसी भी अधिकारी, कर्मचारी और हमारे पत्रकार साथियों को किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा, समाज जागृति अभियान में कार्यरत कर्मचारी व अधिकारियों को फोन काँल  से धमकी व अपशब्द का प्रयोग करता है तो, प्राथमिक स्तर पर चैनल से संबंधित सभी अधिकारियों के द्वारा कर्मचारियों ,पत्रकार साथियो को चैनल के

दुखों से मुक्ती कैसे मिलेगी ?

 दुख क्यों आता है ??? ------------------------------- संचित कर्म या प्रारब्ध गतीअनुसार हर एक प्राणी को सुखदुख का सामना करना ही पडता है। इसमें सुख हाथ में लगता ही नही है।कभी आता है और चला जाता है समझ में भी नही आता है। और दुख ??? पिछा ही नही छोडता है। हम आगे भागते रहते है,और दुख निरंतर हमारा पिछा करता रहता है। कभी कभी दुख इतना भयंकर, अक्राल विक्राल होता है की हमारा अस्तित्व ही खतरे में पड जाता है।कभी कभी भयंकर दुख में तडपते तो रहते है -मगर दुख हलका करने के लिए,रोने के लिए भी किसिका कंधा भी नही मिलता है। ऐसा ही होता है।मेरे साथ भी,आपके साथ  भी।जीसपर भरौसा था,वह भी रुलाते है। यही तो जीवन है। नशीब, प्रारब्ध, संचित कर्म से,दुखों से छुटकारा पाने का एक ही रास्ता है। मौन-शांत-स्थिर-निश्चल होकर ईश्वरी चिंतन करना,आध्यात्मिक साधना बढाना, प्रभु के शरण में जाना। या फिर सद्गुरू के चरणों में सब समर्पित कर देना। इससे केवल दुखों से ही छुटकारा नही मिलता है तो...नामुमकीन को भी मुमकीन में बदलने की क्षमता आती है। और हम हमारा...नशीब भी बदल सकते है।और अनेक लोगों का सहारा भी बन सकते है। आजमाके तो देखो।दुख में

खोट्या आरोपाला घाबरू नका

 *कोणत्याही क्षेत्रात कार्यरत असताना जसजशी प्रगती सुरु होते तसतसा छुपा विरोध हा वाढू लागतोच; सुंदर वेलीच्या खोडावर बांडगुळ वाढावा तसा. हा निसर्गाचाच नियम आहे. पण आपल्याला त्याची पुसटशीही कल्पना नसते. मग तुमची प्रगती डोळ्यात सलते आणि डोक्यात भनाणु लागते तेव्हा कारस्थानांच्या बिया पेरल्या जातात. खुरटय़ा विचारांचे कावळे एकत्र जमू लागतात आणि व्रणार्त शिशूच्या पंखावर चोच मारण्याची संधी शोधू लागतात.* *मग तुमच्यावर आरोप होतात- गैर व्यवस्थापनाचे, गैर कारभाराचे, भ्रष्टाचाराचे ! तुम्ही भांबावता, हडबडून जाता. कारण हा हल्ला तुम्हाला अपेक्षित नसतो. आणि मग तुम्ही प्रत्युत्तराची तयारी करू लागता. शब्दाला शब्द वाढतात.... त्यांची धार तिखट होते.. विरोधकांना आयते खाद्य मिळते. आणि नेमक्या याच क्षणी तुमच्या हातून आजवर न झालेली गफलत होऊ शकते.* *सत्यनिष्ठ, प्रामाणिक लोक कामाच्या ओझ्याने दबून जात नाही ; पण मिथ्या आरोपांच्या हल्ल्यामुळे खचून जातात. त्यांच्या आत्मविश्वासाला तडा जातो आणि मग प्रत्युत्तरे देण्याच्या घाईगर्दीत तो आजवर सांभाळलेले संतुलन गमावून बसतो. नुकसान हे या क्षणाला होते.* *त्यामुळे जेव्हा तुम्ही

कूल माईंड

 ठंडा दिमाग, कू...ल माईंड। ------------------------------ हर समस्या का एक ही जबरदस्त उत्तर है।जी हाँ मेरे प्यारे सभी दोस्तों।सभी प्रश्नों का एक ही इलाज... रामबाण औषधी.... "ठंडा दिमाग... कू...ल...बिल्कुल ही कू...ल माइंड।" चाहे अपयशों से जूंझ रहे हो, या भयंकर बिमाँरीयाँ अती पिडा से परेशान कर रही है,शत्रू भी भयंकर तडपा रहा है ,भयंकर अपमान का सामना करना पड रहा है,नरकयातनाओं से जीना भी मुश्कील हुवा है,अनेक आर्थिक समस्याएं भी तडपा रही है,या फिर अन्य कोई भी समस्या हो....बस्स...एक ही जबरदस्त उत्तर है....ठंडा दिमाग। अगर शत्रू भयंकर पिडा दे रहा तो...उसको जवाब मत देना...उफ्फ् भी मत करना।उल्टा उसके सामने मस्त होकर हँसते खेलते रहना।शत्रू तडप तडप कर मरेगा। और अगर उसके साथ झगडा करोगे तो और परेशान करेगा। शत्रुपिडा से त्रस्त मेरे सभी मित्रों को मेरी एक ही सलाह है की,एक छोटीशी चिंटी को भी किमत दो...मगर शत्रू को य:किंचित भी किमत मत देना। देखो तुम्हारा शत्रू जलजलकर खाक होगा। अपमान, अपयशों में भी दिमाग को इतना ठंडा रखो की...मन की धारणा ऐसी बनाओ की... "चाहे आने दो कितने भी तूफान, आने दो कितनी

जाँच हो

 कांग्रेस का महाभयंकर पाप,आजादी के बाद,काँग्रेस ने जीतने भी महाभयंकर पाप करके,संपूर्ण देश को और देशवासियों का गुमराह किया है...उसकी संपूर्ण कानूनी जांच हो और गुनहगारों को राष्ट्रद्रोही घोषित करो। राष्ट्र द्रोह के कानून पर सुप्रीम कोर्ट अगर केंद्र सरकार को जानकारी माँगती है तो... काँग्रेस के अत्याचारों को भी सुप्रीम कोर्ट ने उजागर करना चाहिए...इसके साथ हि पूराने सभी अत्याचारी कानून हटाने की भी मांग होनी चाहिए। इसके साथ ही हिंदुओं के फर्जी नाम धारण करके देश को गुमराह करनेवालों पर भी सख्त कारवाई की जाए। हिंदु देवीदेवताओं को बदनाम करनेवालों को भी कडी कानूनी सजा हो। चुनाव में फर्जी एक्सिडेंट करके वोटों के लिए जनता के भावनाओं के साथ खेलनेवालों पर,फ्री का लालच देकर चुनाव में अफरातफरी करनेवालों पर भी कानूनी तौर पर पाबंदी हो।क्योंकी यह सब देश को और देशवासियों को गुमराह करके,देश में अराजकता फैलाकर,राष्ट्रद्रोही तथा सैतानी शक्तियों को बढावा देने का कार्य तेजीसे बढा सकते है। सुप्रीम कोर्ट इस विषय में जरूर हस्तक्षेप करके,देश को न्याय देने के लिए आगे आयेगा ऐसी आशा करते है। विनोदकुमार महाजन

हँसते खेलते, हम जितेंगे

 मस्त रहेंगे, खुश रहेंगे। ------------------------------ मस्त रहेंगे, खुश रहेंगे। हँसते रहेंगे, गाते रहेंगे। हँसते गाते, मंजील की ओर बढते रहेंगे। दिव्य मंजील हासिल करके, मानवदेह का सार्थक करेंगे। प्यार से दुनिया जितेंगे हँसते खेलते हम सभी एक होकर, शक्तिशाली विश्व संगठन बनायेंगे। अंदर का चैतन्य जगाएंगे। विश्व में भी चैतन्य लायेंगे। "विश्व क्रांती"के लिए, "हिंद फौज"बनाएंगे। विश्व के सभी मानवतावादियों को, सत्यवादियों को, सत्य सनातन के सभी विश्व के प्रेमियों को एक धागे में पिरोयेंगे। सभी की अंतरात्मा  की आवाज हम जगायेंगे। प्रेम से दुनिया हम हिलाएंगे। "विश्व विजेता हिंदु धर्म" बनाकर  विश्व पर ईश्वरी राज्य लायेंगे। कुदरत का कानून बनायेंगे। सच्चाई की जीत, हँसते खेलते हम सभी मिलकर, करके रहेंगे। आज का संकल्प हम सिध्दी तक पहुचायेंगे। हरी ओम,हरी ओम की गूँज अब हम हँसते खेलते, नाचते गाते, दुनियाभर में पहुचायेंगे। हमारी मंजील अब हम सभी पाके रहेंगे। प्रभू ने दिये हुवे नरदेह का सार्थक हम करके रहेंगे। सभी के अंतरआत्मा की ज्योत हम जगाके रहेंगे। ज्योत से ज्योत जगाके रहेंगे।

गर्व से कहता हुं मैं हिंदु हुं

 मैं हिंदु हुं।मैं हिंदु हुं। ------------------------------ गर्व से कहता हुं, मैं हिंदु हुं। सीना तान के कहता हुं, मैं हिंदु हुं। सभी पर पवित्र प्रेम, करनेवाला मैं हिंदु हुं। मैं तेजस्वी ईश्वरपुत्र, हिंदु हुं। पशुपक्षियों पर भी प्रेम करनेवाला, मैं हिंदु हुं। गाय को भी माता मानकर, पूजनेवाला, मैं हिंदु हुं। माँ भारती को, माँ धरती को भी पूजनेवाला, मैं हिंदु हुं। मैं सत्य सनातनी सत्य का रखवाला, हिंदु हुं। मानवता का पूजारी, मैं हिंदु हुं। वंन्दे मातरम् कहनेवाला भगवान के भगवे को, पूजनेवाला, मैं हिंदु हुं। सूर्य जैसा तेजस्वी, मैं हिंदु हुं। आत्मा परमात्मा को जोडनेवाला, नर का भी नारायण बननेवाला, मैं हिंदु हुं। मैं सत्य सनातनी, हिंदु हुं। जोर से बोलो, मैं हिंदु हुं। गर्व से बोलो, मैं हिंदु हुं। मैं हिंदु हुं। ----------------------------- --  विनोदकुमार महाजन।

हमारा परिवार

 *छोटा परिवार, सुख का आधार !*  ------------------------------ साथीयों, अब आपको हम आपका ऑल मीडिया प्रेस परिवार के बारे में बताते है। हम सदैव राष्ट्र हित सर्वोपरी को ध्यान में रखकर हमेशा कार्य करते है।और इसी विषय के अनुसार हमने आजतक हजारों समाज जागरूकता करने वाले लेख भी लिखे है।जो लोकप्रिय भी हो गये है। अब देश में एक माहौल तेजी से बनता जा रहा है।और संपूर्ण देश से उसको जबरदस्त प्रतिसाद भी मिलता जा रहा है। केंद्र सरकार तथा अनेक राज्य सरकारों द्वारा इसपर अमल करने की कोशिश भी कर रही है।जो स्वागतार्थ तथा स्विकारनीय भी है।  *छोटा परिवार, सुख का आधार !* आवो हम सब मिलकर, संपूर्ण देशवासी, सभी जात - धर्म - पथ - पंथ के लोग इसका ह्रदय से स्वागत करते है।क्योंकि जनसंख्या या आबादी जितनी बढेगी उतनी देश की समस्याएं भी भयंकर बढेगी। सोचो, अगर घर में खाना केवल चार लोगों के लिए ही आता है।मतलब आमदनी उतनी ही है केवल।और घर के सदस्यों की संख्या अगर... सत्तर - अस्सी होगी... तो...??? चार लोगों का खाना इतने लोग कैसे खायेंगे भाईयों ? भूकमरी से ही घर के सदस्य तडप तडप कर मरेंगे ही ना ?और अगर देश के हर घर में अगर ठीक ऐ

गजानन महाराज कृपा

 गजानन महाराज ( शेगांव ) हे अजुनही भक्तांसाठी चमत्कार दाखवतात.अनेक भक्तांना तशी वारंवार प्रचिती येते. मी गण गण गणात बोते या मंत्राचा दोन कोटी पेक्षा जास्त जप पूर्ण केला आहे.व गायत्री मंत्रासह सोळा कोटीपेक्षा जास्त माझा जप पूर्ण झाला आहे.गजानन महाराजांसह अनेक सिध्द पुरूष, देवीदेवतांनी मला दर्शन, आशिर्वाद, वरदहस्त दिला आहे. माझ्या आगामी सर्वभाषीय पुस्तकातून माझ्या या दिव्य अनुभूति मांडणार आहे. गजानन महाराजांनी डोक्यावर वरदहस्त ठेवून, " फार मोठे नाव कमावशील ", असा आशिर्वाद दिला आहे. आपणही जरूर या दिव्य मंत्राचा जप करून दिव्य अनुभूती व गजानन महाराजांची कृपा प्राप्त करून घ्यावी. विनोदकुमार महाजन. आता गजानन विजय ग्रंथाचा सार खालील प्रमाणे वाचा. गजानन विजय ग्रंथातील प्रत्येक अध्यायात केलेला बोध शब्दात उतरविण्याचा प्रयत्न कुणी केलाय माहीत नाही पण खुप छान शंब्दात मांडला आहे  श्री गजानन विजय ग्रंथ बोधामृत                      १ पहिल्या अध्यायी, सांगे गजानन अन्न पूर्णब्रह्म, ठेवा आठवण                      २ दुसऱ्या अध्यायी, सांगे गजानन नको तो आग्रह, होई नुकसान                      ३ तिस

शंखनाद

 बिएनएन और सिएनएन का  *शंखनाद* ----------------------------------- देखो आ गया साथियों, बिएनएन और सिएनएन का *शंखनाद !*  विश्व परिवर्तन का *शंखनाद !*  नये युग निर्माण का *शंखनाद !*  सत्य की जीत का *शंखनाद !*  मानवता का *शंखनाद !*  ईश्वरी कानून का *शंखनाद !*  कुदरत के कानून का *शंखनाद !*  विश्व शांती और विश्व क्रांति का  *शंखनाद !*   *शंखनाद* हो गया साथीयों,  *शंखनाद !*  मेरा,तुम्हारा, हम सभी का...  *शंखनाद !*  कंधे से कंधा मिलाकर, बिएनएन और सिएनएन द्वारा,  *विश्व व्यापक शंखनाद*  करते है ! चलो साथीयों, नवयुग निर्माण करते है ! सब मिलकर एक साथ,  *शंंखनाद* करते है ! -------------------------------------- निवेदन,  *अजयकुमार पांडेय,*  डायरेक्टर  *विनोदकुमार महाजन,*  एडिटर इन चिफ  *बिएनएन और सिएनएन के लिए*

यारों का यार

 यारों का भी यार। ------------------------------- दुख दर्द में साथ निभाएं वही सच्चा साथी होता है। मुसिबतों में सच्चा साथ दें वही सच्चा दोस्त होता है। इस स्वार्थ के मायावी बाजार में क्या सचमुच में मिलेंगे यार दिलदार यार के भी यार जिसके लिए कर सके हम जान भी कुर्बान। इसिलिए एक पुरानी कहावत है... "आँस का बाप... निरास की माँ... होते की बहन... जोरू साथ... पैंसा गाँठ... और... निदान का दोस्त।" यारों का भी यार दिलदार। ------------------------------- --  विनोदकुमार महाजन।

मंदिर पर सोने का कलश लगाएंगे

 मंदिर को सोने का कलश चढायेंगे। ------------------------------- भाईयों, एक वास्तव लिख रहा हुं।जो मैंने देखा है,आजमाया है।शायद यह मेरा अंदाज आपकी नजरों से गलत भी हो सकता है। हमारे ज्ञानेश्वर, तुकाराम जैसे महान संत हो,या महात्मा हो,या अवतारी पुरुष हो,या महायोगी-सिध्दयोगी हो। उनके हयात में हमारे अपने ही ऐसे अनेक महापुरूषों को अनेक प्रकार की पिडाएं,नरक यातनाएं,दुख दर्द देते है। कभी कभी उनका जिना भी हराम कर देते है।उन्हे भी रूलाते है। और... उनके मृत्यु के बाद...? उनका भव्य दिव्य मंदिर बनाना,समाधी निर्माण करना,और कभी कभी  उनके मंदिरों को सुवर्ण कलश भी चढाना। जब देह तत्व में होते है तो... खून के आँसु बहाना, और मृत्यु के बाद.. नितदिन... मंगलआरती करना... सोचो दोस्तों, क्या यही सच्चाई है? यही वास्तव है? यही दुनियादारी है? अगर हाँ...तो... क्यों ...???  हरी ओम...🙏 ------------------------------- --  विनोदकुमार महाजन।

प्रारब्ध गती का जहर

 प्रारब्ध गती का जहर, हजम किए बगैर, दुखों से मुक्ति नही मिलती ! ----------------------------------- जहर, जो मनुष्यों का जीवन समाप्त कर देता है।उध्वस्त कर देता है। और ठीक इसी प्रकार से अगर हमें,हर पल,हर समय,हर दिन भयंकर दुखों का,यातनाओं का,पिडा का,अपमान का,बिमारियों का,अपयश का,भयंकर आर्थिक मुसिबतों का,स्वकियों के विरोध तथा भयंकर अपमानजनक तथा मानहानिकारक बर्ताव का,सामना करना पडे,ऐसा जीवन जीना पडे.... हमारी सच्चाई, अच्छाई, नेकी,पावित्र्य, मन की शुध्दता एवं स्वच्छता, सभी के प्रती दिव्य प्रेम होकर भी... अगर हमें भयंकर नारकीय,दुखदायी, क्लेशदाई,अपमानित जीवन जीना पडता है...तो यह जरूर हमारे ही प्रारब्ध गती का खेल है,ऐसा समझ लीजिए। यह एक भयंकर चक्रव्यूह जैसा जीवन होता है।शापित जीवन।और इससे बाहर निकलना भी भयंकर क्लेशदाई होता है।अथवा अनेक बार असंभव भी होता है। इसीलिए ऐसा प्रारब्ध गती का जहर हजम करना भी भयंकर क्लेशदाई होता है। अगर असली जहर पियेंगे तो एक तो तत्काल मृत्यु होगी।अथवा योग्यतापूर्ण बैद्य द्धारा इसका इलाज करके,यातनाओं से,दुखों से मुक्ति भी मिल सकेगी। मगर प्रारब्ध गती का जहर हजम करना इतना

हमारा अभियान

 *समाज जागृति अभियान में सहयोग के लिए आभार*  🙏🙏🙏 हमारे सम्पूर्ण भारतवर्ष के भारतीय सेवा में कार्यरत कर्मचारी, अधिकारी ,जनप्रतिनिधि व भारतीय संस्कृति समाज से जुड़े लोगों के द्वारा , हमारे लिए, हर पल...नितदिन जो सहयोग व सम्मान प्राप्त हो रहा है उसके लिए बीएनएन ग्रुप एंड कंपनी धन्यवाद प्रकट करता है। और भविष्य में आशा करता है कि सम्पूर्ण भारतवर्ष में जुड़े पत्रकार साथियों व समाज से जुड़े लोगों का पहला कदम होने की संभावना केवल यही रहेगी की,अश्लीलता मुक्त समाज बने। अब समय आ गया है कि भारतीय संस्कृति की पुनर्स्थापना के लिए आगे भी आप लोगों का संपूर्ण सहयोग व सम्मान मिलता रहेगा।  समाज में आज अश्लीलता का भयंकर, भयानक, भयावह, उन्मादी राक्षस ...के रूप में हमारे बच्चों के उज्जवल भविष्य में नुकसान कारक  साबित हो रहा है। और भयंकर सामाजिक तबाही तथा सामाजिक उन्माद बना रहा है।जीसके विपरीत परिणाम से असंस्कृत तथा विकृत पिढी का निर्माण हो रहा है। अब समय आ गया है कि संपूर्ण देश से तथा वैश्विक स्तर से अश्लीलता रूपी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में तथा गुप्त रूप से चारों तरफ छुपा राक्षस को चुन चुन कर समाप्त करने के

विश्व क्रांति हिंद फौज

 विश्व क्रांति हिंद फौज। ___________________ कृष्ण निती,चाणक्य नीती,शिवाजी महाराज जी की जबरदस्त रणनीति, सुभाषचंद्र बोस जी की व्युहरचना, विवेकानंद जी का पावित्र्य... सभी एक जगह करके एक शक्तीशाली जागतीक योजना बनाके...       " विश्व क्रांति..." के लिए...       " हिंद फौज...।" का निर्माण आज समय की जरूरत बन चुकी है। सभी धर्मों का मूल रूप क्या है??? सत्य सनातन ही है ना ? मतलब सभी की आत्मा एक। तो सभी का ईश्वर भी एक।और वह ईश्वर है... सत्य सनातन ने बताया वाला.... सभी प्राणियों पर, सजीवों पर... प्रेम करने को सिखाने वाला... निराकार और साकार ब्रम्ह। तो भटके हुए मेरे सभी भाईयों, विश्व के सभी धर्मों के माननेवालों... आ जावो तुम्हारे मूल रुप में वापिस। बन जावो सनातनी, सत्य सनातनी। कर लो सत्य की स्वीकार। आ जावो तुम्हारे पुराने पवित्र घर में वापिस। कर लो सत्य की जीत। तुम्हारे सभी पुर्वज भी तो सनातनी ही थे। यह तो शत प्रतिशत सत्य बात है ना ? तो फिर...? कर लो सत्य की स्विकार। सुन लो आत्मा की पुकार। हरी ओम। ____________________ विनोदकुमार महाजन।

बहिष्कार बहिष्कार

 ❌बहिष्कार बहिष्कार।।❌❌❌❌❌ ---------------------------- हमारे देश का,हमारा ही खाना खाकर जो गद्दार,नमकहराम,"पाकीस्तान"से प्रेम करते है,पाकीस्तान जींदाबाद का नारा लगाते है ऐसे,राष्ट्रविघातक शक्तीयों का केवल धिक्कार करके अब नही चलेगा।चाहे वह व्यक्ती हो,संगठन हो,या मिडीया।इसका हमें बहिष्कार ही करना होगा। चारों तरफ से बहिष्कार।आर्थीक,मानसिक बहिष्कार।जब इनकी आर्थीक नाकाबंदी होगी तब यह देशद्रोही युंही ठिकाने पर आ जायेंगे।पैसों के बिना इनका सब राष्ट्रद्रोही कार्य बंद हो जायेगा। यह एक बहुत ही शक्तीशाली हथीयार है। तो आज से और अभी से,इसी पल से गद्दारों के साथ बहिष्कार शुरु। सबसे पहले राष्ट्रद्रोही शैतानों को,और उन्हे साथ देने वालों को जानो,पहचानो।और बहिष्कार शुरु करो।❌❌❌❌❌❌ ------------------------- ** विनोदकुमार महाजन।

All मिडिया

 ALL MEDIA PRESS ------------------------------- भाईयों, प्रणाम।🙏🕉 सचमुच में जब मुसिबत की घडी आती है तो कोई भी साथ नही देता है।अपने भी दूर भाग जाते है।जान हथेली पर रखकर जिसपर सच्चा ईश्वरी प्रेम किया वह भी दूर से मूक तमाशा देखते है। और समाज...? जीना भी मुश्किल कर देता है।मरणप्राय पिडा, यातनाएं देता रहता है।साक्षात नरकयातनाएं। यह वास्तविकता है,जिसे मैंने नजदीक से देखा है,अनुभव किया है। और अगर ऐसा व्यक्ति कोई पत्रकार हो, "पेडन्यूज या पीतपत्रकारिता से",दूर रहकर करोंड़ों की माया को हाथ भी न लगाकर, केवल ईश्वर के लिए सच्चाई के मार्ग पर चलकर.... अनेक पापियों के मुखौटे फाड कर समाज में सामाजिक कार्य कर रहा है तो....??? तो, ना समाज उस पत्रकार को डर के मारे साथ देता है.. ना ही सगे संबंधी। और ऐसा पत्रकार अगर कोई आर्थिक मुसिबत में फँस जाता है,या बिमार हो जाता है तो... उसे,ऐसे जिगरबाज पत्रकारों को एक सच्चाई की रक्षा करनेवाले ईश्वर के सिवाय कोई भी सहारा नही रहता है। "All MEDIA PRESS ASSOCIATION" के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा उनकी पुरी टीम ने जो यह राष्ट्रीय पत्रकारों का शक्तिशाली संगठन

जनसंख्या नियंत्रण कानून

 जनसंख्या नियंत्रण कानून क्यों जरूरी है ? ~~~~~~~~~~~~ हिंदुभूषण शामजी महाराज जी ने मुझे, सुदर्शन टिवी चैनल के प्रमुख श्री.सुरेश जी चव्हाण के ने संपूर्ण देश में एक प्रभावी अभियान चलाया था... उसपर एक विस्तृत लेख लिखने को कहा था। कुछ कारणवश मैं उससमय लेख लिख नही सका था। आज मैं चव्हाण के जी ने जिस जनसंख्या नियंत्रण कानून का मुद्दा उठाया था... उसपर विस्तृत लिख रहा हुं। जनसंख्या नियंत्रण कानून हिंदुस्तान में लागू होना आज नितांत आवश्यक है। इसके साथ ही यह समस्या संपूर्ण विश्व को भी भयभीत कर रही है। क्योंकि इससे हमारे देश में और संपूर्ण विश्व में केवल मनुष्य समुह ही संकटों से घिरता नही जा रहा है,अपितु चौ-यांशी लक्ष योनी ,जंगल,पेड,कुदरत का ही अस्तित्व खतरे में आ रहा है। जंगल पेड कटते जा रहे है,पर्यावरण की समस्याएं बढती जा रही है।जंगली जिवों का जीना मुश्किल हो रहा है।सृष्टी चक्र में अनेक जटिल समस्याएं उत्पन्न हो रही है।ग्लोबल वाँर्मिंग जैसी अनेक समस्याएं भयंकर रूप ले रही है। ईश्वरी कानून और रचना का बढती मानव जाती द्वारा, भयंकर उल्लंघन हो रहा है। ये हो गई जागतीक समस्या। ठीक ऐसा ही माहौल हिंदुस्ता

हिंदुओं के लिए सबक

 *हिन्दुओ के लिए सबक* बहुत कम लोग शायद जानते है कि इस समय विश्व का एकलौता यहूदी देश #इजरायल अपना "50वाँ विजयी दिवस" मना रहा है। मगर 50 साल पहले इसी दिन हुआ क्या था?     भारत के हिंदूवादियों और सेक्युलरो की आँखे खोलने वाला युद्ध है । जिस तरह 1949 में पाकिस्तान भारत से अलग हुआ, उसी तरह इजरायल फिलिस्तीन से अलग हुआ था।  बस अंतर इतना था कि पाकिस्तान मुसलमानो के देशद्रोह का नतीजा था और इजरायल यहूदियों के अधिकारों का  क्योकि फिलिस्तीन तो क्या पूरा मध्य एशिया कभी यहूदियों का था। मगर इस्लाम फैलने के साथ साथ इजरायल सिमटता गया। 1947 में इजरायल बना और 4 जून 1967 को मिस्र, सीरिया, जॉर्डन, इराक, लेबनॉन, अल्जीरिया, कुवैत, लीबिया, मोरक्को, पाकिस्तान और ट्यूनीशिया इन सभी मुस्लिम देशों ने मिलकर इजरायल पर हमला कर दिया।  इजरायल में उस समय 20% मुसलमान थे ये 20 सालो से इजरायल को बहुत प्यार कर रहे थे। मगर जैसे ही उन्हें पता चला कि खुदा ने इजरायल को मिटाने के लिये इराक और कुवैत से फौज भेजी है इन्होंने इजरायल में दंगे फसाद शुरू कर दिए और गृहयुध्द की हालत बना डाली। इजरायल बेचारा बुरी तरह फंस गया क्योक

ब्रम्हास्त्र कहाँ है...???

 ब्रम्हास्त्र कहाँ है ? जो एक ही झटके में संपूर्ण पृथ्वी के समस्त पापियों का नाश कर देगा...??? और धर्म रक्षा तथा धर्म पुनर्जीवित करेगा ...??? हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

Online वोटींग

 आँनलाइन वोटिंग की जरूरत है। ~~~~~~~~~~~~ मतदान बढाने के लिए आँनलाइन मतदान सख्त जरूरी हो गया है। जैसे की मैं रहता पुणे में हुं,और मेरा और मेरे परिवार का मतदाता सुची में नाम है महाराष्ट्र, सोलापुर जिले में। हर चुनाव में,हर बार मुझे और मेरे परिवार को मतदान के लिए सोलापुर जिले में जाना मुमकिन नही होता है। जैसे की कोई व्यक्ति दिल्ली में कुछ कारणवश रहता है और उसका पुणे में मतदाता सुची में नाम है- तो- उस व्यक्ति को भी हर बार मतदान के लिए पुणे जाना मुमकिन नही होता है। इसीलिए मतदान आँनलाइन होना और तुरंत होना अती आवश्यक है।क्योंकि इसकी वजह से मतदान का प्रतिशत बढ सकता है।और चुनाव में ऐसा होना जरूरी है। इसके सिवाय हर मतदाता का नाम आधार से लिंक होना अति आवश्यक है।इससे बोगस मतदान पर अंकुश लग सकता है। मोदीजी के अनेक नजदीकी मित्र मेरे अनेक महत्वपूर्ण लेख हमेशा मोदीजी तक पहुंचाते है।यह लेख भी तुरंत मोदीजी को पढने को मिलेगा तो... उन्नीस के चुनाव से पहले इसकी कार्रवाई होने से इसका फायदा भाजपा को काफी मात्रा में हो सकता है। क्योंकि भाजपा की लोकप्रियता दिन-बदिन बहुत जोरों से बढ रही है। मोदीजी के काम करने

हिंदवी राज्य निर्माण संघ

 हमारा राष्ट्रीय संगठन १) हिंदवी राज्य संघ २) हिंदवी स्वराज्य निर्माण संघ ३) हमारी हिंद सेना ४) राष्ट्र पुनर्निर्माण संघ साथीयों, अब हमें वायुगती से राष्ट्रीय कार्य आरंभ करना है। जिसके प्रमुख उद्दीष्टों की पूर्ति तुरंत की जायेगी। उद्दीष्ट १) ग्रामीण भागों का संपूर्ण कायापालट २) हर शहर गाँव में सुसंस्कृत, संपन्न पिढी निर्माण के लिए गुरूकुल आरंभ ३) गौशाला ४) रासायनिक खेती से मुक्ति और सेंद्रिय खेती का प्रचार, प्रसार ५) सृष्टिसंतुलन के लिए, ग्लोबल वार्मींग कम करने के लिए, हर जगहपर पेड जंगलो का संरक्षण,संवर्धन तथा नये पेड लगाना ६) सजीवों की रक्षा के लिए विशेष अभियान ७) हर गाँव में स्वच्छता अभियान ८) नशामुक्ति अभियान ९) हर युवक,युवती को रोजगार उपलब्धि १०) जल संरक्षण एवं संवर्धन ११) विविध प्रयासों से असंस्कृत समाज को सुसंस्कृत समाज बनाना १२) जातीभेद समाप्त करना १३) आपस में प्रेम,भाईचारा बढाना १४) इंन्सानियत की जीत का प्रयास १५) कुदरत के कानून की महती हर एक को बताना १६) हर गाँव में शिक्षणसंस्था १७) हर गाँव में आरोग्य सुविधा १८) हर गाँव में व्यायाम शाला १९) सामुहिक प्रार्थना स्थल २०) भारत का स

अश्लीलता मुक्त भारत अभियान

 *नई दिशा,नई उषा*  बिएनएन और सिएनएन का जमिनी तौर पर तथा चौतरफा समाज जागृती अभियान समाज को नई दिशा देने का हमारा संकल्प नई उषा का आरंभ चलो नये समाज निर्माण की ओर हम सब का एक ही नारा, अश्लीलता  मुक्त हो भारत हमारा  यह अभियान अश्लीलता मुक्त से संबंधित है।   भारतीय संस्कृति से सभी धर्म, संप्रदाय सभी धार्मिक संगठन हमारे भारतीय संस्कृति से जुड़ने के लिए हम सभी देशवासियों को आवाहन करते है। नवसमाज निर्माण के लिए, उच्च विचार धारा के लोगों के समर्थन और उनके तेजस्वी विचारों की आवश्यकता, अश्लिलता मुक्त समाज को अपेक्षित तथा अतिआवश्यक है। इसिलिए अब हम सरकार को नम्र निवेदन करते है की, अश्लीलता पर बैन लगायें ।और इसके लिए सख्त कानून तुरंत बनाये। जिससे महिलाओं के प्रति होनेवाले अपराध रुक सके। और वह सुरक्षित रहे। हमारी संस्कृति हमारी विरासत,लेकर आये है... बीएनएन और सीएनएन के संग। साथीयों, मंजिल भी जिद्दी है ,रास्ते भी जिद्दी है। हौसले भी जिद्दी है । देखते हैं कल क्या होगा ?  हमारे पत्रकार साथियों, अपने आप से प्यार करते हो तो घर पर बैठो,  और अगर अपने भारत देश से प्यार करते हो अपने समाज से प्यार करते हो तो

वचन

 कभी भी किसी को शब्द या वचन देकर उसे मत भूलिए अन्यथा सभी आपको " लफंगा " कहेंगे और आपपर जीवनभर कभी विश्वास ना करेंगे विनोदकुमार महाजन