मन की उदासीनता कैसे दूर करें ?
निगेटिव एनर्जी को पोझिटिव एनर्जी में .... कैसे बदले...??? ------------------------------ निगेटिव एनर्जी !!! बहुत ही भयंकर और खतरनाक समस्या। ऐसे भयंकर बिमारी से,भयंकर शक्ती से जो भी ग्रस्त है... उसी घर में या फिर समाज में भी भयंकर यातनाएं तथा पिडाएं पैदा होती है। इसिसे ही उसी घर में,समाज में नैराश्य फैल जाता है... और नैराश्य का हल युं ही नही मिलता है। बिमारी, कर्जा,झगडा,आपसी कलह,कौटुंबिक कलह,गलतफहमीयाँ,व्यसनाधीनता ऐसे अनेक प्रकारों से निगेटिव एनर्जी उत्पन्न होती है। तो....ऐसे निगेटिव एनर्जी को क्या सचमुच में पोझिटिव एनर्जी में बदला जाता है? जी हाँ,बिल्कुल। कैसे...??? (१)निगेटिव सोच रखनेवालों से दूरी रखे। (२)ईश्वरी चिंतन करे। (३)पोझिटिव सोच रखने वालों से दोस्ती बढायें। (४)जप जाप्य,गुरूमंत्र का जाप करें। (६)मठ-मंदिरों में,जंगलों में जाने से भी निगेटिव शक्तीकम होती है,और पोझिटिव शक्ती बढ जाती है। (७)हमेशा विनावजह के झगड़े करनेवालों से सदा दूर रहे। (८)देवी देवताओं पर विश्वास न करनेवालों से दूर रहे। (९)धर्म ग्रंथों का पारायण करें।धार्मिक किताबों का पठन करें। (१०)शौर्यकथाओं का पठन करें। (११)य