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Showing posts from February, 2024

कहाँ है तू ?

 *कहाँ है तू ???*  ✍️२४५४  *विनोदकुमार महाजन*  ( आध्यात्मिक पत्रकार ) ⁉️‼️❓⁉️‼️❓⁉️ प्रत्यक्ष देहरुप से परमात्मा श्रीकृष्ण अभिमन्यु के साथ होकर भी ? अभिमन्यु को नहीं बचा सकें ! ऐसा क्यों ? प्रत्यक्ष परमात्मा श्रीकृष्ण के माँबाप क्रूर और दुष्ट कँस के कारागृह में बंदिस्त रहे ! ऐसा क्यों ? राम को राजऐश्वर्य का त्याग करके बनवास भोगना पडा ! ऐसा क्यों ? परशुराम को अपने हे पीता के आदेश के लिए अपनी माता रेणुका का सर काटना पडा ! ऐसा क्यों ? भक्त प्रल्हाद को अपने ही दुष्ट पीता का भयंकर विनाश देखना पडा ! ऐसा क्यों ? और... राजा शिवछत्रपती को सारा ईश्वरी साम्राज्य क्रूर और अधर्मी औरंगजेब के झोली में एक ही झटके में , मिर्जाराजे जयसिंग के सामने , डालना पडा ! ऐसा क्यों ? धर्म प्रेमी संभाजी राजे को क्रूर , अधर्मी औरंगजेब के सामने ही मृत्यु आ गई ! ऐसा क्यों ? गुरू गोविंद सिंह का परिवार अधर्मियों ने नेस्तनाबूद किया ! ऐसा क्यों ? सावरकर का धधकता सत्य जीत न सका ! ऐसा क्यों ? सुभाषचंद्र बोस के साथ प्रधानमंत्री पद की योग्यता , क्षमता होने के बावजूद भी और चौतरफा यश की रणनीति होने के बावजूद भी , प्रयास होने के

बाबा का बुलडोजर

 *योगीबाबा का बुलडोजर चाहिए*  ✍️२४५३  *विनोदकुमार महाजन*  ( प्रखर राष्ट्रप्रेमी पत्रकार ) 👍👍👍👍👍👍👍 सत्य की जीत के लिए ? योगीबाबा का बुलडोजर ! सत्य सनातन की जीत के लिए ? योगीबाबा का बुलडोजर ! अधर्म के नाश लिए ?  योगीबाबा का बुलडोजर ! देश का अराजक तुरंत समाप्त करने के लिए ? योगीबाबा का बुलडोजर ! संपूर्ण देश में शांति सद्भाव स्थापित करने के लिए ? योगीबाबा का बुलडोजर ! केरल समस्या के लिए ? योगीबाबा का बुलडोजर ! पश्चिम बंगाल की भयानक समस्या के लिए ? योगीबाबा का बुलडोजर ! आतंकवाद का संपूर्ण सफाया करने के लिए ? योगीबाबा का बुलडोजर ! फर्जी किसान आंदोलन द्वारा संपूर्ण देश को गुमराह करके  खलिस्तान प्रेमीयों के लिए ? योगीबाबा का बुलडोजर ! चाहिए ही चाहिए !! देश के चौतरफा और गतिशील विकास के लिए यही जरूरी है ! योगीबाबा जींदाबाद ! योगीराज जींदाबाद ! योगीबाबा की त्रिवार जयजयकार हो !! संपूर्ण देश में ? योगीराज लागू हो !! जय श्रीराम !! हर हर महादेव !! गुरु गोरक्षनाथ की जय हो !! 👍👍👍👍👍👍👍

लीन

 भगवंताने एखाद्याला भरभरून जर सुखं दिली असतील आणी त्याला जर माज आला तर ? भगवंताला ती सुखं काढून घ्यायला ही वेळ लागत नाही. तात्पर्य : - ईश्वरी शक्तीपुढे नेहमी लीन व नतमस्तक रहावे. विनोदकुमार महाजन

अश्रुओं का मोल

 जहाँ हमारे अश्रुओं का मोल नही है वह रिश्ता जीवनभर के लिए तोड दिजिए !! विनोदकुमार महाजन

कर्म की गठरी

 कर्म की गठरी !! ✍️ २४५२ विनोदकुमार महाजन ★★★★★★★ कर्म की गठरी !  मतलब हमारे संचित कर्म ! प्रारब्धभोग ! हमारे पिछले जन्म के पापपुण्य का हिसाब किताब ! सुखदुखों का हिसाब ! हम अगर हमेशा सुखी जीवन जी रहे है तो ? पिछले जन्म के हमारे पुण्य कर्म अच्छे और प्रभावी होते है ! और अगर हम निरंतर दुख ही दुख भोग रहे है , अनेक समस्याओं से निरंतर घिरे हुए है , शत्रुबाधा से परेशान है , बिमारियां ,आर्थिक परेशानियां पीडा दे रही है , हमारे स्वकीय भी हमें सहयोग करने के बजाए ,हमें निरंतर पीडा देते है , बदनामीयाँ करते है , दुखदर्द देते है , नरकयातनाएं देते है... तो भी... यह भी हमारे ही पिछले जन्म का पापपुण्यों का हिसाब किताब ही होता है ! यही कर्म की गठरी है ! हमारे सुखदुखों के कारण हम स्वयं ही होते है ! इसीमें दोष किसिका भी नहीं होता है ! व्यक्ति निमित्त मात्र होते है ! क्योंकि हमारे कर्म ही हमें जीवन में सुखदुख देते रहते है ! इसिलिए हमेशा अच्छे कर्म करते रहिए ! यही दुखों से मुक्ति का एकमात्र रास्ता है ! श्रीहरि !! 🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷

दुखों से छूटकारा

 दुखों से छूटकारा ! ✍️ २४५१ विनोदकुमार महाजन 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 मन की धारणा जितनी अच्छी , शक्तिशाली ,प्रभावी , आनंदी ,उत्साही रहेगी...उतना ही हम हमेशा के लिए आनंदी रहेंगे ! उत्साही रहेंगे ! प्रफुल्लित रहेंगे ! इसिलिए मन की धारणा हमेशा अच्छी ही होनी चाहिए ! इसिलिए निरंतर ,नितदिन ,हरपल उत्साही ,आनंदी , प्रफुल्लित ,तेजस्वी रहने का प्रयास किजिए ! सुखदुख तो हरेक के जीवन में आताजाता ही है ! फिर भी हमेशा मस्त रहिए ! हमेशा मन की धारणा ऐसी ही रखिए कि , मैं हमेशा मस्त रहूंगा ,स्वस्थ रहूंगा ,खुशहाल रहूंगा , आनंदी रहूंगा ! और...मेरे संपर्क में आनेवाले हरेक व्यक्ति को , पशुक्षीयों को मैं निरंतर आनंदित करने का प्रयास करूंगा ! सभी को सुखी करने का हमेशा प्रयास करूंगा ! सभी से निरंतर , निष्कपट ,दिव्य प्रेम ही करूंगा ! करते रहूंगा ! और मैंने ऐसा दिव्य ,पवित्र प्रेम करनेपर भी किसीने मुझे धोखा दिया , मेरे साथ छल कपट किया , विश्वासघात किया तो मैं उस व्यक्ति से सदा के लिए दूर चला जाऊंगा ! आजीवन उसका मुंह भी नहीं देखुंगा ! क्योंकि उसकि नकारात्मक तथा बूरी शक्तीयों का मुझपर असर ना पडे ! और मेरे ईश्वरी कार्यों में

हिंदुराष्ट्र

 *हिंदुराष्ट्र की माँग ?*   *उचित या अनुचित ??* ✍️ २४५०  *विनोदकुमार महाजन*  ( अंतरराष्ट्रीय पत्रकार ) 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 यह राष्ट्र हिंदूराष्ट्र बनना चाहिए या नहीं इस विषय पर आज विस्तृत चर्चा करते है ! क्या हिंदुराष्ट्र की माँग उचित है या नहीं ? जी हाँ बिल्कुल उचित है ! कैसे ?? विस्तार से पढीये ! हिंदुराष्ट्र की अपेक्षा करनेवाले और विरोध करनेवाले भी !! साधारणतः जिस समाज की आबादी जनसंख्या के आधार पर जादा होती है , उसी के अनुसार वहाँ की शासनप्रणाली और कानून व्यवस्था , उसी समाज के लिए पोषक होती है ! विश्व के सभी देश इसके प्रमाण है ! तो फिर हमारे देश की आबादी हिंदूओं की जादा है ! इसीलिए इसे हिंदुस्थान भी कहा जाता है ! इसी आधार पर प्रमाणित करते हुए यह हिंदुराष्ट्र ही है ! और उसी के अनुसार कानून व्यवस्था भी ऐसी ही और हिंदुहितों की ही अपेक्षित है ! मतलब उन्हीके संरक्षण की शासनप्रणाली ! और साथ में सभी धर्मीयों के लिए भी समान न्यायप्रणाली ! मगर आजादी के बाद , यह राष्ट्र निधर्मी घोषित किया गया ! ऐसा क्यों किया गया ? यह बात अब देखते है ! निधर्मी राष्ट्र कहने के लिए क्या यहाँ के लोग सचमुच ही निधर्मी

धन की हांडी

 *धन की हांडी !!* ✍️ २४४९  *विनोदकुमार महाजन*  $$$$$$$$$$$$$$$ 💰💰💰💰💰💰💰 हर मनुष्य प्राणी को जीवनावश्यक साधन उपलब्ध कराने के लिए साधारणतः धन की नितांत आवश्यकता होती है !  सभी प्रकार की समस्याओं का अंतिम हल साधारणतः धन ही होता है ! फिर धर्म कार्य हो ,सामाजिक कार्य हो ,आध्यात्मिक कार्य हो अथवा पारिवारिक मसला हो ! धन के सिवा कार्य अधूरा होता है ! और ईश्वर निर्मित चौ-याशी लक्ष योनियों में से केवल और केवल मनुष्य प्राणीयों को ही धन की आवश्यकता होती है ! बाकी सजीव तो ईश्वर ने जैसा जीवन दिया है उसिके अनुसार ही जीवन बिताते है ! जीवनावश्यक साधनों के लिए धन चाहिए मतलब पैसा चाहिए ! वह भी पुण्य का पैसा चाहिए ! पाप का नही ! मतलब दो नंबर का पैसा ग्राह्य नही समझा जाता है ! साधारणतः धनप्राप्ती के लिए धन - वैभव की देवी माता महालक्ष्मी की कृपा भी चाहिए ! तभी जीवन खुशहाल , आनंदी रहता है ! आर्थिक समृद्धि से ही मनुष्य प्राणी अनेकानेक सुखी साधनों में रह सकता है ! धनप्राप्ति और आर्थिक समृद्धि के अनेक सात्विक उपाय हमारे धर्म शास्त्रों में और धर्म ग्रंथों में लिखे हुए मिलते है ! मगर अनेक बार यह भी देखने को

हिंदू ही हिंदुओं का बैरी ?

 हिंदू ही हिंदुओं का बैरी ? ✍️ २४४८ ******************* खुद का अस्तित्व निर्माण करने के लिए तथा हिंदुधर्म का कार्य करने के लिए दुर्देव से , अनेक महापुरुषों क परकीयों से जादा स्वकीयों से जादा लडना पडा और इसी में ही उनकी भयंकर शक्ती खर्च हो गई ! और स्वकीयों से लडते लडते केवल अस्तित्व ही समाप्त होने का समय ही नहीं आया बल्की संपूर्ण जीवन ही बरबाद होने का उनके जीवन में समस्या आ गयी ! सावरकरजी के हिंदुत्व को हिंदुओं द्वारा ही प्रताड़ित क्यों किया गया ? जबकी उनकी विचारधारा धधगते सत्य पर आधारित थी ! सुभाषचंद्र बोस , शिवाजी महाराज , संभाजी महाराज , तुकाराम महाराज , संत ज्ञानेश्वर जैसे महापुरुषों को भी हमारे ही लोगों द्वारा बारबार क्यों प्रताड़ित किया गया ? अनेक बार हमारे महात्माओं को भी , अपनों द्वारा ही खून के आँसू क्यों पिने पडे ? बात अत्यंत संवेदनशील है ! और फिर भी वही महापुरुष हरपल अपने दिव्य मकसद की ओर निरंतर बढते ही गये ! हमारे ही धर्म में ऐसा विडंबन क्यों ?? मेरे जीवन में भी ऐसी महाभयानक समस्याओं का सामना बारबार करना पड़ा !मगर सद्गुरू कृपा , ईश्वरी कृपा और खडतर तपश्चर्या द्वारा मैंने मेरे ज

१२० करोड़ हिंदू

 देशविदेशों के लगभग १२० करोड़ हिंदुओं की आत्मा जगाने वाले मोदिजी और योगीजी की जयजयकार हो !! विनोदकुमार महाजन

हिंदुराष्ट्र

 ८० % जनसंख्या का सपना हिंदुराष्ट्र निर्माण ! ८० % भारतीयों का सपना हिंदुराष्ट्र निर्माण ! ११० करोड़ हिंदुओं का सपना हिंदुराष्ट्र निर्माण ! जो जल्दी ही पूरा होगा !! विनोदकुमार महाजन

मोदियुग

 एक भी पापी नहीं छूटेगा ! मोदिजी के हाथों से सबका हिसाब पूरा होगा ! पक्की याद रखिए मेरी बात ! विनोदकुमार महाजन

हिंदुत्ववादी

 *मैं निष्पक्ष नहीं हूं, मैं हिंदुत्व के पक्ष में हूं..।।*🚩🚩🚩 *मेरी विचारधारा, मेरी मातृभूमि हिंदुत्व के लिए है..।।*  *विनोदकुमार महाजन*

मोदिजी को पत्र ( ७० )

 आतंकवाद से धरती को जलाने का सपना देखने वाले...जल्दी ही संपूर्ण धरती से ही नामशेष होंगे कयामत की रात उनके लिए नजदीक है संपूर्ण धरती हे ही आतंकवाद और आतंकियों का संपूर्ण सफाया जल्दी ही होगा यह तर्क शास्त्र नहीं बल्कि आध्यात्मिक अभिवचन है और उसके बाद हिंदुमय विश्व संपूर्ण विश्व के सभी धर्मीय लोग वायुगती से हिंदुधर्म को अपनाएं यही विधि का विधान है ईश्वर निर्मित सत्य सनातन धर्म की जय हो

मोदिजी को पत्र ( ६९ )

https://t.me/PMOIndia_RC/2315?comment=5393 कानूनी तौरपर राहुल गांधी का मतदान का अधिकार और भारतीयता खत्म होनी चाहिए सर्वोच्च न्यायालय इसमें संज्ञान क्यों नहीं ले रहा है ? या फिर राहुल गांधी को बचाने का तरीका ढूंढ़ रहे है ? इसिलिए न्याय व्यवस्था में भी संपूर्ण परिवर्तन की और तुरंत जरूरत है

जीना इसीका नाम है

 जीना इसी का नाम है !!! ✍️ २४४७ विनोदकुमार महाजन ---------------------------- बचपन का जीवन ? खुशी ही खुशी चारों ओर ! गम कभी लगता नही था ! उसके बाद ? युवाअवस्था में ? कभी खुशी कभी गम ! और ढलती उमर में ? गम ही गम ! चारों ओर ! ढूंडकर भी खुशी का ठीकाना और अतापता नहीं मिलेगा !! जीना इसी का नाम है !! फिर भी हरपल यह जीवन  का गाना  गुनगुनाते रहना है ! चाहे खुशी हो या गम... कभी भी उदास नही रहना है !! 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 आप सभी के जीवन में भी खुशियों की बहार आये ! हरपल हँसते खेलते नाचते गाते सारा जीवन आनंद से मनाएं ! गम का पल कभी भी आप सभी को ना सताएं !! 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 जय राधेकृष्णा !!

मोदिजी को पत्र ( ६८ )

 खुद पप्पू और पप्पू का पूरा खानदान चोर है इन चोरों ने सत्तर सालों तक गरीबों का खून चुसचुसकर पिया है और बाते...? संतों जैसी करते है उल्टा चोर कोतवाल को डाँटे मगर यह मोदियुग है जनता बहकावे में नही आयेगी पप्पू और खानदान की असलीयत जनता जानती है पहचानती है

देव होऊनी गेलो

 अंत:करण शुध्द असेल तर बाह्योपचाराची गरजच काय ? चेहरा सजवण्याची गरजच काय ? माळा ,टीळा ,भगव्याची सुध्दा गरजच काय ? स्वतः देव होऊन गेल्यावर देवपूजेची गरजच काय ? मठ , मंदिरे , तिर्थक्षेत्र शोधण्याची गरजच काय ? स्वतः देव होऊन जाणं हेच मनुष्य जन्माचा उद्देश आहे. नराचा नारायण होण्यासाठी गरज आहे फक्त सद्गुरू चरणांशी सतत लीन राहणे. विनोदकुमार महाजन

सुखाची चाबी

 तुमच्याकडे किती वैभव आहे , किती साधन आहेत हे महत्वाच नसून , प्राप्त परिस्थितीत ही तुम्ही किती आनंदी राहता हे महत्वाच आहे. सुख असो अथवा दु:ख.. श्रीमंती असो अथवा गरीबी चेह-यावर सतत आनंद ओसंडून वाहिला पाहिजे. हीच सुखाची व यशस्वी जीवनाची गुरूकिल्ली आहे. विनोदकुमार महाजन

मोदी योगी

 मोदी योगी के युग में हिंदुओं का अंगार जाग गया अब यही अंगार अधर्मीयों को जलायेगा सारे के सारे मंदिर भी वापीस आयेंगे सदीयों के पापों के निशाण मिट जायेंगे हर गली गाँव शहर का भी शुध्दीकरण होगा आक्रमणकारीयों के , अत्याचारीयों के खुनी ,हत्यारों के नाम बदलकर पापीयों का नामोनिशाण मिटाकर फिरसे गौरवान्वीत , गौरवशाली भारत राष्ट्र बनेगा अब ये हिंदुराष्ट्र बनेगा अखंड भारत भी बनेगा विश्वगुरू भारत भी बनेगा हमारे ही आँखों के सामने नामुमकीन भी मुमकीन में बदलेगा मन में है विश्वास पूरा है विश्वास क्योंकी हम ? तेजस्वी ईश्वर पुत्र है क्योंकी हम ? माँ भारती के तेजस्वी पुत्र है अशक्य ही शक्य करनेवाले हम भारतीय है हम हिंदू है इतिहास साक्षी है और अब हमें तो ? ईश्वरी कृपा से दो लाल मिले है मोदिजी और योगीजी तो ? असंभव कुछ भी नहीं है हर हर महादेव विनोदकुमार महाजन पत्रकार 🙏🕉🚩👍

मोदिजी को पत्र ( ६७ )

 सत्य वचन काँग्रेस हटाव देश बचाव काँग्रेस हटाव संस्कृती बचाव काँग्रेस हटाव सच्चाई बचाव काँग्रेस हटाव मानवता बचाव काँग्रेस हटाव ईश्वरी सिध्दांत बचाव काँग्रेस हटाव रामसेतू बचाव

हिंदुमय विश्व

 स्वर्ग से धरतीपर अवतरीत होनेवाले पवित्र , दिव्य और  गुप्त आत्माओं का.... " हिंदुमय विश्व का अवतार  कार्य " आरंभ हो गया है !! विनोदकुमार महाजन

मोदिजी को पत्र ( ६६ )

 अबकी बार ? ४०० पार !! २४ में आ रही है ? भाजपा सरकार !! मोदिराज जींदाबाद !! मोदियुग की जयजयकार !! अबकी बार.. ४०० पार पक्का...वादा रहा... 👍👍👍

मोदिजी को पत्र ( ६५ )

 🙏🙏🙏 सावरकरजी के हिंदुत्व को न्याय देनेवाले महापुरूष मोदिजी को कोटी कोटी प्रणाम जब अंदमान में मोदिजी गये थे तब उनके चेहरे का दृढनिश्चय स्पष्ट दिखाई देता था और आज उसीकी जीत हो गई मोदिजी है तो ? कुछ भी नामुमकिन नहीं है

एड.अश्विनी उपाध्याय

 अभिनंदन 👍💐💐🚩 हम क्रांती की लहर कैसे ला सकते है संपूर्ण देश को जगाने का अभियान यशस्वी बनाने के लिए क्या करना होगा आप ,पुष्पेंद्रजी , मैं , बक्शीजी और कुछ सदस्य मिलकर एक शक्तिशाली राष्ट्रीय संगठन बनायेंगे तो शायद रास्ता आसान हो जायेगा आपके विचारों की प्रतिक्षा 🙏🙏🙏