Posts

Showing posts from April, 2025

बिना माँगे मोती मिले

 *पैसा और प्रेम !!*  ✍️ २६३४ 🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️ जिसे केवल पैसा ही चाहिए उससे रिश्ता मत रखिए ! एक लाख , दस लाख , एक करोड़ भी दिए तो भी ऐसे लोगों का समाधान नहीं होता है ! इसलिए ? जिसे केवल पवित्र और ईश्वरीय , निरपेक्ष प्रेम ही चाहिए , उससे ही नाता रखिए ! ऐसे रिश्तों में पछताने का समय नहीं आयेगा ! अगर ऐसा रिश्ता नहीं भी मिलेगा तो केवल और केवल ईश्वर से ही नाता रखिए ! इससे पछतावा नहीं बल्कि आनंद ही आनंद होता है !  जीवनभर के लिए भी ! और जन्म जन्मांतर तक भी ! ईश्वरीय कार्यों के लिए , वैश्विक कार्य के लिए , सनातन धर्म के वैश्विक कार्य के लिए भी ? किसी मनुष्य की सहायता मत माॅंगिए ! सहयोग मिलेगा या नहीं ? बता नहीं सकते हैं ! सहयोग माॅंगना ही है तो ईश्वर से माॅंगिए ! ईश्वर जरूर सहयोग करेगा ! और अगर ? हमारी योग्यता है तो ? स्वयं ईश्वर ही हमें जो चाहिए वह सबकुछ बिना माॅंगे ही देगा ! बिना माॅंगे मोती मिले ! माॅंगनेवालों को मिले ना कुछ ! अनुभव और दिव्य अनुभूति खुद को ही करनी पड़ती है ! जय श्रीकृष्णा !! 🙏🙏🙏🙏🙏  *विनोदकुमार महाजन*

मस्तक

 बिना तिलक मस्तक  ?  किस काम का ? तिलक विहीन मस्तक का  हमेशा बहिष्कार !! घुसपैठी मुक्त भारत का  यही है प्रभावी हथियार ? जय श्रीराम!! विनोदकुमार महाजन

खिलाडी

 दुनियावालों ? तुम क्या  खेल करोगे ? सबसे बडा खिलाडी...स्वयं भगवान श्रीकृष्ण तो ? निरंतर ... मेरे पास ही रहता है ! विनोदकुमार महाजन

श्रीकृष्ण

 जिसके साथ प्रत्यक्ष भगवान श्रीकृष्ण हमेशा रहता है..." वहाँ का पलडा " हमेशा भारी ही रहता है ! युगे युगे !! विनोदकुमार महाजन

अभिमन्यू

 भगवान श्रीकृष्ण प्रत्यक्ष देहरूप में...साथ में होकर भी "*अभिमन्यु*" मारा गया ? दोष किसका...?? हर एक का प्रारब्ध भोग ❓  *विनोदकुमार महाजन*

पिता

 आसमान में गरूडभरारी लेने की इच्छा है मगर...? " हमारे पितानेही." *हमारे..?*  पंख ही जानबूझकर  काटे हुए है...? पहचानो ?? ....... *दुर्दैवी हिंदू...*❓  *विनोदकुमार महाजन*

असली रिश्तेदार

 *असली रिश्तेनातें कौनसे ?*  ✍️ २६३३ 🕉🚩🕉🚩🕉 लौकिक अर्थों से हमारे रिश्तेनातें , खून के होते है ! जो इसी जन्म से संबंधित होते है ! मगर अलौकिक में हमारा असली रिश्तेदार खूद ईश्वर होता है , जो जन्म जन्मांतर तक साथ रहता है ! जब ईश्वर से अटूट रीश्ता जूड जाता है तब ? खून के रिश्तेनातों से संपूर्ण संबंध विच्छेद हो जाता है ! ईश्वर से नाता साधता है वही साधू होता है और साधू स्थितप्रज्ञ होकर , विश्वोध्दार में ही अपना संपूर्ण जीवन बिताता है !  *जय जय रामकृष्णहरी !!!*  🙏🙏🙏🕉🚩  *विनोदकुमार महाजन*

खाओ पिओ

 *खाओ पिओ ऐश करो ?*     ✍️ २६३२ " उसने " इतनी जमीन ली , उतना पैसा कमाया , इतने का सोना लिया , इतने फ्लैट लिये , इतनी संपत्ति कमाई.. इसके आगे हमारी सोच , हमारे विचार , आगे नहीं बढ सकते है ना ? अडोस पडोस में , रिश्तेनातों में किसी का बूरा हाल होता है ? कोई मुसीबत में फँसता है ? कोई परेशान रहता है तो ? उसकी सहायता करना दूर की बात , उसपर जोरजोर के ठहाके लगाकर उसे ही हँसना , उसका हँसी मजाक बनाना ? उसे और परेशानी में डालना ? लगभग यही सभ्यता और संस्कृति बन गई है ? दूसरा ? जब दुखी होता है तब ? आनंद से पटाखे फोडना ? क्या ऐसी मानसिकता सही है ? दूसरों के दुखों में , उसे सहायता करों न करों चलेगा ! मगर दूसरों के दुखों में , कम से कम उसे तडपाओ तो मत !? याद रखिए , दुख हरेक मनुष्य प्राणी को भोगना ही पडता है ! किसी को कम , किसीको जादा ! और हमारे ? हिंदुस्तान में शायद अब एक नया ,  " फार्मुला " बना हुआ है... ऐसा लगता है... दूसरों के दुखों में तडपाने का ! विकृत मानसिकता !?? धर्म, संस्कृति, देश,ईश्वरी सिध्दांतों की जीत , इसके बारे में हम कब विचार करेंगे ? कब जागृत होंगे ? आत्मोध्दार...

मजबूर हिंदू

 *हिंदू कमजोर है ??*  ✍️ २६३१ 👆🤔🤔🤔🤔 " डायरेक्ट एक्शन डे " के नामपर पश्चिम बंगाल, नोआखाली में उस समय भयंकर नरसंहार हुवा ! चूनचूनकर हिंदू मारे गये ! ४८ घंटों में लगभग ४० हजार हिंदू मारे गये ? ना जाँच हुई ? ना गुनहगारों को दंड ? ऐसा क्यों ?? कश्मीर में भयंकर नरसंहार हुवा ! अनेक हिंदू चूनचूनकर मारे गये ! अनेक बेघर हो गये ! ना जाँच ना गुनहगारों को कठोर शासन हुवा ? आखिर ऐसा क्यों ? कारण क्या है ? हिंदू कमजोर है ? हिंदू डरा हुवा है ? हिंदू आपसी कलह में मस्त है ? हिंदू अज्ञानी है ? हिंदू निद्रीस्त है ? हिंदू बेफिकर है ? अन्याय का प्रतिकार और प्रतिशोध लेने में भी ? हिंदू असमर्थ है ? आज भी पश्चिम बंगाल , केरला जैसे अनेक प्रदेशों में हिंदू हतबल है ? बांगलादेश , पाकिस्तान में हिंदू नामोहरम है ?  नामोनिशाण मिटने की कगार पर है ? वैश्विक हिंदू समाज भी हतबल है ??? तो फिर हिंदुओं के लिए आवाज उठानेवाला , हिंदुओं का तारणहार कौन है ? होगा ?? " एक के बदले ? हजारो ? " यह इस्राएल का न्याय है ? मगर हमारे यहाँ ? लाखों , करोडो मरनेपर भी ? स्मशान शांतता है ? भयभित करनेवाला हिंदूओं का मौन...

बिमारी

 हिंदुत्व का नाश करने का सपना देखनीवाली राजकीय पार्टियों को ही हिंदू ? अगर लगातार मतदान करता है तो ? हिंदू ?? अपनी कबर ?? खुद खोद रहा है !? ऐसी भयंकर बिमारी का ? रामबाण इलाज क्या है ?? विनोदकुमार महाजन

काँग्रेस राज

 काँग्रेस राज में ? " कुछ लोगों को " देश में अराजकता फैलाने की खुली छूट थी ? मगर मोदिराज में ? अराजकता वादीयों को बाँर्डर पर ही ठोका जाता है ! मेरा देश बदल गया है ! विनोदकुमार महाजन

हिंदू चोर है ??

 हिंदू ? चोर है ?? ✍️ २६२८ 🚩🚩🚩🚩🚩 बहुसंख्यक हिंदुओं के देश में सचमुच में ? हिंदुही चोर है ? दुय्यम है ? कानून भी हिंदुओं को न्याय नहीं देता है ? उलटा कुछ कानून ही हिंदुओं का नामोनिशान मिटाने के लिए ही बनाये गये है ?  जैसे ? १ ) शैक्षणिक संस्थानों में हिंदुओं को ही हिंदू धर्म ग्रंथ पढाने की अनुमति नहीं है और उल्टा दूसरे धर्मों के लिए इसकी विशेष छूट है ? ऐसे ही अनेक अन्यायकारी कानून है ? और अनेक हिंदुओं को इसकी जानकारी तक नहीं है ! इसके विरूद्ध आवाज उठाने वाले और जागरूक हिंदुओं को अनेक मार्गों से दबाने की षड्यंत्रकारी भयंकर निती भी इस देश में तैयार है ? फिर भी हिंदू एक नहीं होता है ? उलटा निरंतर आपस में ही झगडता रहता है ? और सबसे महत्वपूर्ण और दुखपूर्ण बात यह है की , जिसने भी ऐसे विनाशकारी , अत्याचारी कानून बनाये है ? उनको ही सर्वोच्च सत्तास्थानपर अनेक सालों से बैठा भी रहा है ? हिंदू ?? और भी बहुत कुछ है ! बहूत कुछ ! अगर मेरे जैसे कोई हिंदू ऐसे अत्याचार के विरूद्ध लडते भी है तो ? मेरे ही हिंदू भाई मुझे सहयोग करना दूर ,मेरे ही विरूद्ध लगातार षड्यंत्र करते है ? मुझे ही दिनरात ...

सूर्यदेव

 पृथ्वी होरपळतेय...?? ✍️ २६२७ 🌞🌞🌞🌞🌞 सुर्यदेव आग ओकू लागला आहे. असह्य पणा वाढला आहे. स्वार्थी माणसांच्या अक्षम्य चुकांची फळं समस्त सजीव सृष्टिला भोगण्याची वेळ आली. अजूनही सुधरण्याची संधि आहे. झाडे लावा , झाडे जगवा. तसेच , सनातन संस्कृती चा स्विकार करा.हाच एकमेव व अंतिम तारणहार मार्ग आहे. सनातन हिंदू संस्कृति मध्ये असाध्य गोष्टीही साध्य करण्याची प्रचंड शक्ति आहे. सनातन हिंदू धर्म हे मानवजातिला व समस्त सजीव सृष्टिला लाभलेले एक ईश्वरी वरदान आहे. अजूनही वेळ हातात आहे. अन्यथा ? सुर्यदेवच सगळंच जाळून भस्म करेल. विश्व स्वधर्म सुर्ये पाहो. 🌞🌞🌞🌞🌞 विनोदकुमार महाजन

मूलमंत्र

 तुम्हारे प्रति अगर किसीके दिल में थोडाबहुत भी आदर है तभी उनसे रिश्ता रखो ! उपर से प्रेम का दिखावा और अंदर से नफरत करनेवालों से सदा के लिए संबंध विच्छेद कर दो ! यही आनंदी रहने का मूलमंत्र है ! जय श्रीकृष्ण !! विनोदकुमार महाजन