ग्रुप चर्चा
[29/09, 12:32 pm] Vinodkumar Mahajan: विद्याधरजी हजारो, लाखों व्यक्ती सदीयों से यही सुनते,धर्म ग्रंथों में पढते आये है की.... जटायू पक्षी था। अब आप यह भी कहेंगे की, गजेंद्र मोक्ष में गजेंद्र हाथी नही था,बल्की गजेंद्र नाम का कोई व्यक्ती था... हर बात सप्रमाण सिध्द करनी होगी... अन्यथा धर्म के प्रती अज्ञानता तथा उदासीनता फैलती है,जो नवसमाज निर्माण में घातक सिध्द हो सकती है। स्पष्टोक्ती के लिए क्षमस्व। आपके मतों का मैं खंडन नहीं कर रहा हुं,बल्की आप इसे सप्रमाण सिध्द किजिए। हरी ओम् 🙏 [29/09, 12:53 pm] vidyadhar deshpande: आपको गुजारिश है के वाल्मिकी रामायण पढ़िए। वाल्मिकी ने ही लिखा है जटायू की अंतिम क्रिया रामने खुद की।राम किसी पक्षी का अंतिम क्रिया मंत्र उच्चारण के साथ नही करेगा। गोरख प्रेस के वाल्मिकी रामायण पढ़िए। वाल्मिकी ने ही उसे लिखा है। शेष समाधान आपका हो जाएगा। अन्यथा वास्तव रामायण by Dr P V Varatk ka किताब पढ़िए। [29/09, 12:56 pm] Vinod Jio: वादविवाद ग्रुपपर ठीक नहीं रहेगा।इससे दुसरे सदस्यों को पिडा होगी। अंतिम क्रिया केवल मनुष्य प्राणीयों में ही अपेक्षित नही है। पशुपक्षीयों में